Wo Daravani Chudel - 5 in Hindi Horror Stories by Tarkeshwer Kumar books and stories PDF | वो डरावनी चुड़ैल - 5

Featured Books
Categories
Share

वो डरावनी चुड़ैल - 5

पहले बच्चे और अब जवान। क्या हो रहा हैं।

फिर से एक सभा बुलाई गई और सबसे उनके विचार मांगे गए।

लेकिन किसी के दिमाग में ये नहीं आ रहा था की उस बुजुर्ग को ढूंढा जाए और उनसे पूछा जाए कि क्या और कैसे किया जाए।

सबके आंखों में डर था और चेहरे उतरे हुए थे।

लोग सोच में पड़े थे के क्या होगा आगे कैसे उसे रोके और अगर कोई रोकने की कोशिश करेगा तो वो मारा जाएगा।

तभी एकदम से गोलू बोल पड़ा  वो बुजुर्ग। वो बुजुर्ग याद आया जिसने कहा था के वो आएगी। तुम लोग एक दिन मुझे ढूंढोगे।

उस बुजुर्ग को ढूंढना होगा तब हो पता चलेगा के क्या हैं और कैसे ठीक होगा सब।

सब बोले हां सही कह रहे हो। पर क्या किसी ने उनका घर देखा हैं की वो कहां रहते हैं। तभी किसीने कहां के यहीं पीछे चौराहे पर उनका घर हैं।

वहां जाने के बाद पता लगा की वो अपने गांव चले गए हैं।

पड़ोसियों  ने बताया के वो बुजुर्ग अकेले रहते हैं ना किसी से ज्यादा बोलते हैं। हां इतना पता हैं की उनके गांव का नाम दुलेरा हैं और वहीं गए हैं वो।

सबने कहां की उनके गांव जाना होगा। गोलू ने कहा मैं और कुछ लोग मेरे साथ चलो। उन बुजुर्ग को ढूंढ कर ले आते हैं और  पता करते हैं की उस चुड़ैल की कहानी क्या हैं और उसे कैसे खत्म किया जाए।

बस पकड़ के कुछ लोग गोलू के साथ चल पड़े।बस स्टेशन से कुछ दूरी पर पलट जाती हैं जिससे वो सब समझ जाते हैं की कोई हैं जो ये नहीं चाहता के हम दुलेरा गांव पहुंचे।स्टेशन पर  जैसे तैसे पहुंच जाते हैं जहां से ट्रेन पकड़ते हैं। पर दिल में अभी भी डर बना रहता हैं। 

ट्रेन चल पड़ी रात का समय था सब सो गए पर गोलू और उसके साथी अभी भी सो नहीं पा रहें हैं। हल्की फुल्की आंख लगती हैं तो ट्रेन के खिड़की पर बैठा मन्नू भी सो जाता हैं।

रास्ते में एक सुनसान स्टेशन पर ट्रेन रुकती हैं जहां मन्नू की आंख हल्की खुलती हैं। वो देखता हैं की ट्रेन का वो हिस्सा गायब हैं जहां वो बैठा था। दोनो खिड़की गायब हैं और मानो वो किसी खुले ट्रेन में बैठा हो।

वो बैठे बैठे सीधा स्टेशन पर उतर सकता हैं। उधर का हिस्सा गायब हैं। फिर ट्रेन चल पड़ती हैं।मन्नू देखता हैं की कोई ट्रेन में नहीं हैं और ट्रेन तेज चल रहीं हैं।

तभी एक चुड़ैल उड़ती हुई आ जाती हैं और ट्रेन के साथ साथ खिड़की की जगह के साथ उड़ रहीं हैं वो भी तेजी से।

ये सब मन्नू कापते हुए देख रहा हैं। और बहुत तेज चिल्लाता हैं।तभी सब उसे उठाते हैं की क्या हुआ तब मन्नू को पता चलता हैं की वो सपना देख रहा हैं।

वो सबको बताता हैं की उसने क्या देखा। तभी गोलू बोलता हैं की वो चुड़ैल हमारी हिम्मत तोड़ना चाहती हैं।वो नहीं चाहती के हम दुलेरा पहुंचे।

आगे की कहानी आगे के पार्ट में।

कहानी अच्छी लगी हो और अगला पार्ट चाहिए तो कमेंट करें।

यह कहानी काल्पनिक है इस कहानी को मैंने अपने विचारों से उत्पन्न किया है और अपने हिसाब से बनाया हैं। इसका किसी भी कहानी से कोई लेना- देना नहीं है अगर लेना देना है तो मात्र एक संयोग हैं।