Momal :Diary ki gahrai - 8 in Hindi Horror Stories by Aisha Diwan books and stories PDF | मोमल : डायरी की गहराई - 8

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मोमल : डायरी की गहराई - 8

सुबह सुबह हॉस्टल में चहल पहल हो रही थी। सारी लड़कियां कॉलेज जाने के लिए तैयार हो रही थी। मोमल ने अपनी खिड़की से झांक कर बाहर की ओर देखा, फूलों की खुशबु सुबह की हवा में घुली हुई दिल वा दिमाग को ताज़गी दे रही थी लेकिन मोमल का दिल वा दिमाग थका हुआ महसूस कर रहा था। किसी तरह वो बस दो घंटे ही सोई थी उसमे भी नींद से ज़्यादा सपनों का डेरा था। वो खिड़की के पास खड़ी हो कर एक जगह नज़र टिकाए बस देख रही थी। फज़ा में कोहरे की पतली चादर थी। मैदान के घांस ओस से भीगे हुए थे। पेड़ पौधों के पत्तों से पानी टपक रहा था। 
नीलम तैयार हो कर जाने वाली थी के उस ने मोमल को वहां खड़े देख कर कहा :" लाइब्रेरी जाना है ना मैडम?" 

मोमल :" हां तुम जाओ मैं बस तैयार हो कर आती हूं।"
वो अपना बैग उठा कर चली गई , मोमल भी जल्दी जल्दी तैयार हो गई, कमरे से बाहर निकल ही रही थी के उसे हॉस्टल की एक लड़की ने जो वहां से गुजर रही थी, धक्का दे कर चली गई, मोमल कुछ कहती इस से पहले वो तेज़ी से चली गई, जब वो कॉलेज में चलते हुए लाईब्रेरी की ओर जा रही थी तो बहुत सी लड़कियां उसे देख कर खुसुर फुसुर कर रही थी। मोमल ने जब ये नोटिस किया के उसे लड़कियां देख रही है और कुछ से कुछ बातें कर रही है तो उसे कुछ समझ नहीं आया के आखिर इन सब को क्या हो गया? क्या मैं अजीब दिख रही हूं? 
उसने अपने आप को टटोला तो खुद को सही सलामत पाया। अपने आप से कहती हुई जा रही थी "पता नही इन सब को क्या दिख रहा है मुझमें ? 
ये सोचते हुए वो लाईब्रेरी चली गई। 

नीलम क्लास जा रही थी तभी उसका दोस्त साहिल आवाज़ लगाते हुए आया :" हे नीलू! रुक जा मुझे साथ आना है।"

नीलम रुक गई, जब वो साथ आया तो दोनो चलने लगे। 
साहिल एक चौबीस साल का खुले मिजाज़ का लड़का है। वो दिखने में अच्छा भला है लेकिन पढ़ाई में बहुत पीछे रहता है और उसकी यही बात नीलम को पसंद नही।

उसने चलते चलते कहा :" यार वो मिस लाइब्रेरियन तुम्हारी रूमेट है ना ? आज सुबह सुबह से कुछ अफ़वाहें फैली हुई है, तुम्हे कुछ पता है?

नीलम ताज्जुब से उसे देखते हुए बोली :" कैसी अफ़वाहें? किस के बारे में ?

साहिल ने कहा :" मिस मोमल और अब्राहम सर के बारे में! कुछ लड़कियां बाते कर रही थी के उन दोनों के बीच कुछ है, अब्राहम सर रात को उन से मिलने आए थे और बड़े प्यार से उन दोनों में बाते हो रही थी, यहां तक के अब्राहम सर ने उनका हाथ भी पकड़ा हुआ था। क्या ये सच है?... मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा, कोई कोई तो पूरे यकीन से कह रही है की मिस मोमल अब्राहम सर की गर्लफ्रेंड है।"

नीलम ने हंसते हुए कहा :" मुझे पता था ये सब बातें तो होंगी ही!... देखो जो अफ़वाहें फैली हैं वो सही है पर ये बात सही नही की मोमल अब्राहम सर की गर्लफ्रेंड है! मोमल तो उन पर क्रश भी नही रखती लेकिन ये भी सच है की अब्राहम सर को मोमल से कुछ ज़्यादा ही लगाव है! हो सकता ये अफ़वाहें बाद में सच हो जाए लेकिन फिलहाल तो दोनो की हालत कुछ ठीक नहीं है।"

साहिल बात को समझते हुए बोला :" अच्छा अच्छा तो ऐसी बात है।"

कुछ देर में अब्राहम की कार आ कर रुकी। एक्सीडेंट के बाद वो इतनी जल्दी यूनिवर्सिटी आ जायेगा ये किसी ने उम्मीद नहीं की थी। 

कैंपस में उसे एक उसका कॉलीग मिला। उन्होंने उसे देख कर जोशीले अंदाज़ में कहा :" अरे वाह सर ! आप तो बहुत जल्दी आ गए, हमे लगा था अभी आप लॉन्ग हॉलीडे पर रहेंगे!"

अब्राहम ने चलते हुए उन्हें जवाब दिया :" नहीं , घर बैठ कर और बीमार पड़ जाता इस लिए आ गया! एक हाथ से मैं ज़्यादा कुछ तो कर नही पाऊंगा सिर्फ कुछ क्लासेस ले लूंगा।"

कुछ देर बाद वो सीधा लाइब्रेरी की ओर गया। वहां जा कर उसने देखा के जो टेबल्स हमेशा खाली हुआ करते थे अब हर टेबल में कोई न कोई बैठा पढ़ रहा था। उसने सब की ओर एक नज़र डाली फिर अंदर चला गया। उसकी नज़रे मोमल को तलाश कर रही थी। कुछ देर वहां इधर उधर ढूंढने के बाद मोमल एक अलमारी के सामने खड़ी मिली। वो बस अलमारी को एक टूक घूर रही थी, उसका सारा ध्यान उसी पर था। उसकी सांसे तेज़ थी। 
अब्राहम ने पीछे से जा कर नर्म आवाज़ में कहा :" मोमो!"
उसकी आवाज़ सुनते ही वो अचानक चौंक पड़ी और उसका पूरा जिस्म लरज गया। उसे देख कर बड़ी बड़ी सांसे लेते हुए बोली :" थैंक गॉड आप हैं! मैं तो डर ही गई थी!"

(फिर उसे घूरते हुए बोली) आप सच में है ना ,भूत तो नही है ना आप ?
( उसने अब्राहम को अपनी उंगली से उसके सीने में टच किया)

अब्राहम को हल्की सी हंसी आ गई , उसने अपनी मुस्कान रोक कर कहा :" मैं ही हूं!....तुम यहां ऐसे क्यों खड़ी हो मतलब इस अलमारी को क्यों घूर रही थी?

मोमल ने कुछ ध्यान लगा कर सुनते हुए कहा :" इस अलमारी के अंदर से किसी के सिसकने की आवाज़ आ रही थी जैसे कोई दर्द से रो रहा हो या कुछ और ,समझ नहीं आ रहा था! मुझे लगता है वो बुरी आत्मा इन मोतियों की वजह से मुझे छू नही सकती इस लिए वो मुझे इस तरह डराने की कोशिश कर रही है।....क्या आपको कुछ पता चला इसके बारे में ?

अब्राहम ने एक लंबी सांस ली और बताने लगा :" मैं रात को कई घंटे तक इसी काम में लगा रहा, मैंने हर मुमकिन मार्को को तलाश करने की कोशिश की, पुलिस स्टेशन, क्राइम रिपोर्ट्स, मर्डर रिपोर्ट्स, हॉस्पिटल हर जगह मैंने देखा लेकिन मुझे कुछ भी नहीं मिला! आखिर में मैंने उसकी सोशल मीडिया प्रोफाइल चेक कि, जिसमे उसने एक वीडियो डाली हुई थी, उस वीडियो में वो अपने बीमारी के बारे में बता रहा था। उसने कहा के उसे लास्ट स्टेज ब्लड कैंसर है और अब उसके पास ज़िंदा रहने के लिए ज़्यादा समय नहीं है। उसने वीडियो में लोगों से हाथ जोड़कर माफी मांगी और कहा के जिनको मेरी वजह से तकलीफ़ हुई हो वो मुझे माफ कर दें! 
ये वीडियो उसने अब से ठीक 28 दिन पहले डाली थी। वीडियो देखने के बाद मैं और ज़्यादा परेशान हो गया। फिर मैंने उसकी प्रोफाइल मेरे एक दोस्त को भेजी जो क्राइम ब्रांच में ऑफिसर है। उसने वो हॉस्पिटल ढूंढ निकाला जहां उसकी ट्रीटमेंट चल रही थी। हॉस्पिटल से कॉन्टैक्ट करने के बाद पता चला के उसकी दो दिन पहले ही डेथ हुई है! ये जानने के बाद मुझे रात भर नींद ही नहीं आई , अगर वो दो दिन पहले मरा है तो ये किस की आत्मा है जो पिछले एक हफ्ते से हमारे पीछे पड़ी है?....मैने बहुत सोचा पर कुछ समझ नहीं आ रहा है।"

मोमल को भी पूरा यकीन था के वो मार्को की ही आत्मा है लेकीन अब उसकी सोच समझ भी नाकाम हो रही थी। उसका मन और ज़्यादा बेचैन हो उठा। 
परेशान हो कर बोली :" मतलब ये मार्को नही है!.... उसके पापों ने उसके ख़ून में कैंसर पैदा कर दिया होगा, इस लिए उसकी जवानी में ही मौत हो गई!... दो दिन पहले मरा है तो फिर ये कौन है? मैंने तो कभी किसी का कुछ नही बिगाड़ा फिर कोई बुरी आत्मा मेरे पीछे क्यों पड़ गई? 

अब्राहम ने कहा :" मैने भी किसी का कुछ नही बिगाड़ा लेकिन उस बुरी आत्मा ने मेरी जान लेने की कोशिश की!.... फादर ने कहा है की इस बुरी आत्मा के मरने की वजह मालूम करनी है लेकिन कैसे मालूम करें जब ये ही नही पता के आत्मा किस की है?

मोमल रोनी सूरत बना कर बोली :" अब हम क्या करेंगे मिस्टर वाइल्ड?.... वो अब भी मेरे पीछे है, वो रात भर मेरे आसपास आने की कोशिश कर रही थी, मुझे सब मेहसूस होता है, बार बार दरवाज़ा थपथपाना, वाशरूम का डोर अपने आप खुलना, बंद होना फिर खिड़कियों पर पत्थर फेंकने जैसी आवाज़ें आना! आपको पता है वाशरूम जाने में सब से ज़्यादा डर लगता है! वो तो अच्छा है की नीलम की नींद गहरी है, जब पढ़ाई करती है तो इयरफोंस लगा लेती है और जब सोती है तो लगभग मर ही जाती है! वरना वो डर से रूम छोड़ कर भाग जाती।"
(वो बिना सांस लिए बस बोली जा रही थी)

अब्राहम ने उसे दिलासा देते हुए कहा :" मैं समझ सकता हूं! तुम हिम्मत रखो और उस आत्मा को ठीक से पहचानने की कोशिश करो! मैं फादर से इस बारे में बात करूंगा! तब तक तुम्हे बहादुरी से उसका मुकाबला करना होगा, ओके?

मोमल मायूसी से देखते हुए बोली :" हम्म !"

अब्राहम उसे समझा कर वापस जाने के लिए मुड़ा तो देखा सारे लड़के हड़बड़ा कर अपनी अपनी सीट पर जा कर बैठ गए, वे सब उन दोनो की बातें सुनने की कोशिश में लगे थे। 
जाते हुए अब्राहम रुका और मुड़ कर बोला :" इन लड़को से दूर रहना! ये नालायक पढ़ने के लिए कम ज़्यादा तुम्हे निहारने आएं हैं।"

ये कह कर वो अपने क्लास में चला गया। मोमल को कुछ भी अच्छा नही लग रहा था। बेसुकुनी और बेबसी उसके दिल वा दिमाग पर छाई हुई थी। 

बेचैन सा दिन गुजरा। कॉलेज से निकल कर अब्राहम चर्च चला गया ताकी फादर को ये सब बता सके, उसने फादर को वो सारी जानकारी दी जो उसने मार्को के बारे में पता लगाया था। फादर भी ये जानने के बाद परेशान थे, उन्हे भी समझ नहीं आ रहा था के कैसे इस बुरी आत्मा के बारे में पता लगाया जाए, कुछ देर वो गहरी सोच में डूबे रहे फिर उन्होंने बताया के "अगर उस आत्मा को पकड़ना है तो मोमल को खतरे में डालना होगा! अगर वो(possess)पज़ेस हो जाती है यानी बुरी आत्मा उसके शरीर में प्रवेश कर जाती है तो हम उसे खत्म कर सकते हैं लेकिन इसमें कुछ भी हो सकता है! पज़ेस हो कर मोमल किसी को मार भी सकती है तो अपनी जान भी ले सकती है! कुछ भी हो सकता है, इसमें बहुत खतरा है।"

अब्राहम घबरा गया और चिंतित हो कर बोला :" नही फादर ! हम इतने बड़े खतरे में उसे नही डाल सकते! क्या कोई और रास्ता नहीं है ? 

फादर :" बेटा ! मुझे भी उस बच्ची की फिक्र है! अगर कोई रास्ता होता तो मैं पहले वोही बताता ना!.... दूसरा सिर्फ यही रास्ता है की वो उस आत्मा को पहचान ले।"

अब्राहम वहां से मायूस हो कर लौट आया। जब वो घर आया तो उसे घर में हंसने की आवाज़ सुनाई देने लगी। उसकी हंसी ऐसी थी जैसे वो अब्राहम को देख कर उसका मज़ाक उड़ा रही हो। उसकी आवाज़ न लड़के जैसी थी ना लड़की जैसी अजीब सी चुभने वाली आवाज़ थी। 
अब्राहम को बहुत गुस्सा आ रहा था लेकिन मजबूर हो कर खड़ा था। ये बात उसे और गुस्सा दिला रही थी के इस शैतान को न तो वो देख सकता है ना पकड़ कर मार सकता है। गुस्से में आकर उसने टेबल पर रखे शीशे के ग्लास को उठा कर पटक दिया। ग्लास चकना चूर हो कर बिखर गया। उसे फिर से हंसी की आवाज़ आई, मजबूर हो कर वो घर से बाहर निकल गया और रास्ते पर बेवजह टहलने लगा। शाम हो गई थी। इधर अब्राहम बे बस था उधर मोमल अपने बिस्तर में सिमट कर लेटी हुई रो रही थी। 

रात के लगभग दो बज रहे थे। एक बिस्तर पर नीलम गहरी नींद में सो रही थी। दूसरे बिस्तर में मोमल सोने की कोशिश में लगी थी लेकिन नींद है की जैसे आंखों से विदाई लेकर कहीं घूमने निकल गई हो। 
बेचैनी में उसकी नज़र कमरे के कोने में बन रहे परछाई पर पड़ी। धीरे धीरे उस परछाई में जिस्म नज़र आने लगा। मोमल बिना कोई आवाज़ किए चुप चाप कंबल ओढ़े हुए लेटी लेटी उसे देखने की कोशिश कर रही थी। वो बिना हिले डुले उसे बस देख रही थी। जब परछाई जिस्म में बदल गई तब वो पूरी तरह दिखने लगी। वो एक औरत थी, जिसने लाल गाउन पहना हुआ था, उसके भूरे बाल कंधे तक थे जो बिखरे हुए थे, आंखे बिलकुल काली थी और जो चीज़ सब से डरावनी थी वो ये के उसके सीने पर ठीक दिल में चाकू गड़ा हुआ था जिसमे से खून टपक रहा था।
वो भूत टकटकी लगाकर मोमल को घूर रही थी। 
उसे देख कर मोमल की सांसे अटक रही थी। हाथ पैर ठंडे पड़ रहे थे। दिल दोगुनी रफ्तार से धड़क रहा था। लेकिन फिर भी न वो चिल्लाई, ना अपनी जगह से हिली। 
वो धीरे धीरे रोते हुए दुवाएं करने लगी : " O God, please help me! Please God"

प्रे करते हुए जब उसका हाथ अपने दूसरे हाथ के मोतियों पर पड़ा तो उसे खयाल आया के इस हाथ को कंबल से बाहर रख कर देखती हूं। 
उसने वो हाथ जैसे ही कंबल से बाहर किया वो भूत काला धुवां बन कर गायब हो गई।
अब जा कर मोमल के जान में जान आई, उसने ईश्वर का शुक्रिया किया और अपने बेकाबू हुए दिल को किसी तरह संभाला और फिर से सोने की कोशिश करने लगी।

(अगला भाग जल्द ही)