Bairy Priya - 22 in Hindi Love Stories by Anjali Vashisht books and stories PDF | बैरी पिया.... - 22

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बैरी पिया.... - 22

संयम ने कुछ देर उसे देखा और फिर कमरे से बाहर जाने लगा तो शिविका ने पूछा " उस रात आप ही ने बचाया था ना SK... ?? " ।


संयम ने उसे देखा और बोला " hmmm.. " । फिर वहां से बाहर निकल गया । शिविका उठकर बैठ गई । और बंद हो रहे दरवाजे को देखने लगी ।



जितना बुरा वो संयम को समझ रही थी असल में वो उतना भी बुरा अब उसे नहीं लग रहा था । जब वो उसके लिए बिल्कुल अनजान थी उस वक्त संयम ने उसकी मदद की थी जो कि आज के समय में हर कोई नहीं करता ।



संयम के साथ यहां होना अब उसे गलत नहीं लग रहा था लेकिन एक नेगेटिव वाइब शिविका को अभी भी महसूस हो रही थी ।


एक बार फिर संयम उसे कमरे में अकेला छोड़ कर चला गया था । इस अंधेरी नगरी में शिविका का दम सा घुटता था । शिविका उठी और जाकर उसने पर्दे खोल दिए । थोड़ी रोशनी अंदर आने लगी ।


शिविका ने स्टडी रूम की ओर देखा और फिर दरवाजे की ओर देख study room की ओर बढ़ गई । जैसे ही दरवाजे के पास पहुंची तो उसे लिफ्ट के रुकने की आवाज आई ।


शिविका जल्दी से स्टडी रूम के दरवाजे के पास से वापिस आ गई । दरवाजे खुला तो सामने कोई नहीं था । शिविका ने बाहर झांका तो लिफ्ट में एक फूड ट्रॉली रखी हुई थी । शिविका जाकर उस ट्रॉली को अंदर ले आई । फिर उसने तीन तक गिना तो दरवाजा बंद हो गया ।


शिविका का अंदाजा सही था । Door क्लोज होने के लिए टाइमर लगाया जाता था । लेकिन ये सब देखता कौन था । जिस तरह का इंसान संयम था तो वो अपने फ्लोर पर किसी को भी नहीं आने देता था तो कोई उसके कमरे का सीसीटीवी देखकर टाइमर सेट करे ऐसा नहीं हो सकता ओर संयम खुद इतना फालतू काम करने नही बैठ सकता ये भी शिविका जानती थी... । तो ये सब कौन करताा है ।


सोचते हुए शिविका ने ट्रॉली में रखे कंटेनर से ढक्कन हटाया तो उसमे रखे खाने से बोहोत अच्छी खुशबू आने लगी । शिविका ने जल्दी से प्लेट सीधी की और खाना निकालकर खाने लगी ।



आज संयम ने शिविका के कुछ बोलने से पहले ही उसके लिए खाना भिजवा दिया था । ये देखकर शिविका को अच्छा लगा ।


खाना खाकर उसने ट्रॉली को दरवाजे के पास रखा तो दरवाजा फिर से अपने आप खुल गया । शिविका ने ट्रॉली को लिफ्ट में डाला और लिफ्ट को नीचे भेज दिया ।


शिविका ने पलटकर देखा तो कमरे दरवाजा बंद हो गया था लेकिन जैसे ही वो दरवाजे के पास वापिस आई तो वो फिर से खुल गया । आखिर ये हो क्या रहा था शिविका को समझ में नहीं आया । उसने गैलरी के रास्ते पर नजर दौड़ाकर बगल वाले कमरे को देखा और उसके दरवाजे के पास जाकर खड़ी हो गई । लेकिन वो दरवाजा नहीं खुला ।


शिविका वापिस से संयम के रूम के दरवाजे के पास आई तो वो दरवाजा बंद होने लगा था लेकिन शिविका के आते ही फिर से खुल गया ।


" पूरा सिस्टम ही इलेक्ट्रिक और डिजिटल सेंसर वाला लगता है... । पर ये पहले तो नही खुलता था तो क्या अब इस दरवाज़े पर मेरी प्रेजेंस का सेंसर लगा दिया गया है ? " । बोलकर शिविका ने गहरी सांस ली और फिर लिफ्ट की ओर देखा । शिविका धीमे कदमों से लिफ्ट के पास आकर खड़ी हो गई ।


फिर उसने लिफ्ट को उपर बुलाया और लिफ्ट से नीचे आ गई । लिफ्ट से बाहर आकर शिविका चारों तरफ देखने लगी । बीचों बीच खड़ी होकर शिविका ने उपर कि और देखा तो बोहोत उपर तक गोल गोल घूमती हुई सीढियां जाती थी । ।


" यहां से जो सीढियां उपर जाती हैं वो कहीं न कहीं SK के रूम में भी निकलती होंगी... । " सोचते हुए शिविका सीढ़ियों की ओर चल दी । सीढियां दो तरफ से उपर की ओर राउंड राउंड होकर जाती थी ।

शिविका एक तरफ से उपर चढ़ी तो दो राउंड खतम होने के बाद एक कमरा सामने आया । जो फिंगर लॉक्ड नही था । लेकिन ताला मारकर बंद किया हुआ था ।


शिविका उपर बढ़ गई । दो सीढियां के राउंड के बाद एक और कमरा आया जो खुला हुआ था । उसमे न कोई फिंगर सेंसर था और ना ही वो लॉक्ड था ।



शिविका ने पहले अंदर जाने का सोचा पर फिर मन बदलकर उपर की ओर जाने लगी । तभी उसे किसी के जोरों से चीखने की आवाज आई ।


शिविका के कदम रुक गए । चीख बोहोत दर्दनाक थी । उसके कदम वापिस से उस कमरे के पास आ गए । शिविका ने कमरे का दरवाजा खोलने के लिए हाथ बढ़ाया तो एक और चीख सुनाई दी । शिविका के हाथ कांपने लगे ।


शिविका ने हल्का सा दरवाजा खोला तो अंदर जल रही लाल रंग की रोशनी शिविका को दिखाई दी । उसने सिर अंदर निकालकर झांका तो सामने दक्ष लोहे की गरम रोड लिए खड़ा था । उसके पास नीचे एक आदमी घुटनों के बल जख्मी हालत में बैठा हुआ था ।


उसकी पीठ से मानो धुआं सा निकल रहा था । और वो दर्द से चीखे जा रहा था । 5 से 6 बॉडीग्राड्स वहां खड़े थे ।


वहीं संयम एक चेयर पर आंखें बंद किए बैठा हुआ था । उसके चेहरे पर कोई भाव नहीं था ।


दक्ष ने सरिया और गर्म करने लगाया और उस आदमी के इर्द गिर्द बेल्ट की जमीन पर पटकते हुए घूमते हुए बोला " बता... किसको इनफॉर्मेशन बेची है.... ?? " ।


आदमी पसीने से भीगा हुआ था । हकलाते हुए उसने जवाब दिया " मुझे मुझे न नही पता... बस पैसा मेरे अकाउंट में आया था बाकी सब राठी और RD ने किया था । " ।


दक्ष " oh अच्छा... । तो तूने पैसों के लिए SK से गद्दारी करने का सोच लिया और फिर विदेश भी भाग गया ये सोचकर कि SK नहीं पकड़ पाएंगे तो तू बच जायेगा... " ।


बोलते हुए दक्ष ने उसके उपर बेल्ट से मारना शुरू किया ।


आदमी की पीठ से खून बहने लगा । एक बॉडीगार्ड गर्म सरिया ले आया और दक्ष ने उसे उस आदमी की गर्दन पर हाथ दिया । सरिया धीरे धीरे उसकी गर्दन में धंसने लगा.. । शिविका ये देखकर चिल्ला दी... ।



" आह..... " उसकी चीख सुनकर सब दरवाजे की ओर देखने लगे ।



संयम ने आखें खोलकर दरवाजे की ओर देखा और फिर सोफे के बगल में रखी बंदूक से उस आदमी के माथे के बीचों बीच गोली चला दी ।


शिविका सहमी हुई सी वहां खड़ी थी वो जल्दी से वहां से भाग गई ।


संयम खड़ा हुआ और निकल गया ।


" Throug this garbage... " बोलकर दक्ष ने अपने हाथ में पकड़ा सरिया नीचे फेंक दिया ।


बॉडीगार्ड ने उसे एक फोन पकड़ाया तो दक्ष ने फोन कान से लगा दिया ।


सामने से फोन पिक हुआ तो दक्ष बोला " पता लगाओ RD का... जल्दी.. " बोलकर उसने फोन कट कर दिया ।


बॉडीगार्ड बोला " बॉस... वो एक मीटिंग है आज... शाम 6 बजे... " ।


दक्ष ने सिर हिलाया और बाहर निकल गया ।


शिविका जल्दी से लिफ्ट से वापिस उपर आ गई । और कमरे में आकर गहरी सांसें लेने लगी ।


संयम भी उसके पीछे कमरे में आ गया ।


शिविका को पीछे से hug करके उसने अपना सिर उसकी गर्दन में छुपा लिया । शिविका ने आंखें बंद कर ली और मुट्ठी कस ली... ।


संयम ने उसे अपनी ओर घुमाया और बोला " क्यों आई तुम नीचे हमम... ?? " ।



शिविका नफरत से उसकी ओर देखने लगी ।



संयम ने उसकी गर्दन पर किस किया और बोला " नही आना था ना butterfly... " बोलते हुए संयम उसकी गर्दन पर nose रब करने लगा । शिविका सिसकने लगी ।



संयम बोला " क्या हुआ... ??? "



शिविका हैरानी से उसे देखने लगी । उसने अभी एक आदमी को इतनी बेरहमी से मारा और अब वो पूछ रहा है कि क्या हुआ.. ?? मानो उसे कुछ फर्क ही ना पड़ता हो । ।


शिविका ने दबी हुई सी आवाज में सिसकते हुए कहा " आपने उस आदमी को इतनी बेरहमी से क्यों मारा... ?? " ।


संयम ने शिविका के बालों को कान के पीछे किया और बोला " वो गद्दार था butterfly... । यूं तो तुम्हे वहां नही आना चाहिए था पर अब अगर देख ही लिया है तो मैं कुछ नहीं कर सकता । भूल सकती हो तो भूल जाओ... । वर्ना जो तुम्हारी मर्जी... " बोलकर संयम ने उसे छोड़ा ।


शिविका ने भरी हुई आंखों से उसे देखते हुए कहा " और उस डॉक्टर को क्यों सजा दी... । " ।


संयम बिना किसी भाव के बोला " वो भी गद्दार था.... । "


शिविका " तो क्या आपने उसको भी मार डाला.... " ।


" नही वो कोमा में है... जिंदा है... " संयम ने बेबाकी से कहा ।




ये सुनते ही शिविका की आंखें छलक उठी । उसने चिल्लाते हुए कहा " आप ऐसा कैसे कर सकते हैं... ?? किसी को इस तरह से तड़पा कर मारने का हक आपको नहीं है..... " ।



संयम की आंखें बेहद सर्द हो गई । उसने शिविका के जबड़े को हाथ में कस लिया और आंखें दिखाते हुए दांत पीसकर कहा " shhh...... । आवाज नीचे...... । मैं प्यार से बात कर रहा हूं तो इसका मतलब यह नहीं है कि तुम चिल्लाओगी । मेरे काम में दखल देने की जरूरत नहीं है तुम मेरी जिंदगी में कुछ नहीं हो तो यह बीवी बनने की जो हरकत शुरू की है इसे बंद कर दो..... " । बोलकर उसने झटके से शिविका को छोड़ दिया ।



आंसुओं की धारा शिविका की आंखों से बह निकली ।



संयम बोला " Anyways... be ready... । शाम को बाहर जा रहे हैं हम... " ।


संयम वहां से बाहर निकल गया । शिविका वहीं सोफे पर बैठ गई ।



शाम का वक्त :


शिविका ने लैवेंडर कलर की स्लीवलेस maxi dress पहनी थी । बालकनी की खिड़की में देखकर उसने हल्का सा मेकअप कर लिया था ।


संयम अंदर आया तो शिविका को देखकर कुछ पल को देखता ही रहा । फिर उसकी ओर कदम बढ़ा दिए । उसकी आंखों में देखते हुए संयम ने उसके होंठों को चूम लिया । शिविका ने उसे रिसिएट नहीं किया । संयम ने उसे अपने बेहद करीब होल्ड कर लिया ।



फिर 20 मिनट तक वो बेतहाशा उसे चूमता रहा । फिर 20 मिनट बाद kiss खतम करके वो उसे लेकर बाहर निकल गया ।


बाहर निकलकर संयम ने उसे गाड़ी में बैठाया और गाड़ी वहां से चल दी । पार्टी वेन्यू पर पहुंचकर शिविका ने देखा कि ये जगह शहर से बोहोत दूर एक सुनसान सी थी ।


शिविका को अंदर जाने में डर सा लग रहा था । संयम ने मास्क पहना और उसे भी मास्क पहना दिया । फिर अंदर चल दिया ।


अंदर आकर शिविका ने देखा तो वो जगह पार्टी वेन्यू कम और हैलोवीन पार्टी ज्यादा लग रही थी । लड़कों के साथ साथ लड़कियां भी वहां पर थी ।


और सभी में मास्क लगाए हुए थे जो अजीब तरह के थे । लेकिन शिविका और संयम ने जो मास्क पहना था वो नॉर्मल था । दरअसल पार्टी में आया हर इंसान अंडरवर्ल्ड के कामों से जुड़ा हुआ था । पार्टी का मास्क कोड था ।



यहां पर हर किसी की पहचान को गुप्त ही रखा जाता था उनके इलीगल बिजनेस के नाम के सिवाय यहां और कोई इनफॉर्मेशन नही मिलती थी । लगभग सभी लोग यहां पर एक दूसरे के असली नाम और पहचान भी जानते थे । सिवाय संयम के । यहां उसका असली नाम और पहचान कोई नहीं जानता था यहां तक कि उसका चेहरा भी यहां पर किसी ने नहीं देखा था । क्योंकि भले ही बाकी के लोग बाहर निकलकर एक दूसरे को चेहरा दिखा दें लेकिन संयम ने कभी अपना चेहरा किसी को नही दिखाया था वहीं संयम के आगे दक्ष का चेहरा सब लोग SK के नाम के लिए पहचानते थे ।



संयम जैसे ही अंदर एंटर हुआ तो लगभग सब लोगों ने उसकी रौबदार पर्सनेलिटी से उसे एक झलक में ही पहचान लिया ।


उसके साथ किसी लड़की को देखकर सब हैरान रह गए । ये पहली बार था जब संयम किसी लड़की के साथ आया था ।


उनके पीछे दक्ष भी अंदर आ गया । बॉडीगार्ड्स बाहर ही थे क्योंकि ये उन लोगों की एक vip पार्टी थी और खास लोग ही अंदर आ सकते थे ।


संयम ने शिविका को एक चेयर पर बैठाया और बोला " stay here... i will be back.... " बोलकर संयम चला गया ।


पार्टी में आई लड़कियां शिविका को घूरने लगी । उन सब के हाथों में ड्रिंक के ग्लास थे और सभी ड्रंक भी थीं ।


एक लड़की जिसने ब्लैक कलर की शॉर्ट बॉडीकॉन ड्रेस पहनी हुई थी शिविका के पास आकर खड़ी हो गई । लड़की का नाम तनीषा था और इलीगल कामों में चलने वाला नाम TM ।


तनीषा अकड़ते हुए बोली " तुम कौन हो... ?? और SK के साथ यहां क्या कर रही हो.... ??? " ।


शिविका उस लड़की को देखने लगी । उसने भी मास्क लगाया हुआ था । बस उसकी आंखें दिखाई दे रही थी ।


शिविका ने कुछ सोचा और फिर बोली " आप कौन.. ?? और आपको मुझसे क्या मतलब.. " । शिविका को यहां पर कोई भी नॉर्मल नही लग रहा था इसलिए वो किसी से कोई बात नही करना चाहती थी ।


तनीषा को शिविका का ऐसा जवाब बिल्कुल अच्छा नही लगा । अपने हाथ में पकड़ा ड्रिंक ले ग्लास का ड्रिंक जैसे ही वो शिविका के उपर फेंकने लगी तो शिविका ने उसका हाथ पकड़ लिया ।


तनीषा बुरी तरह से उसे घूरने लगी और अपना हाथ छुड़ाने लगी । शिविका ने उसके हाथ से ड्रिंक का ग्लास साइड फेंक दिया और उसका हाथ छोड़ दिया ।


" You bloody.... " बोलते हुए जैसे ही वो शिविका की ओर बढ़ी तो दूसरी लड़की ने आकर उसे रोक दिया । और उसके कान में बोली " what are you doing tanisha... । तुमने देखा नहीं क्या कि वो SK के साथ आई है.. । मत उलझो इससे... चलो यहां से... " ।



ये लड़की तनीषा की जुड़वा बहन मनीषा थी जो उससे 5 मिनट बड़ी थी । उसने भी अपने फेस को कवर कर रखा था । दरअसल TM नाम इन दोनो के नामों के पहले अक्षरों को लेकर ही बनाया गया था ।


" SK के साथ आई है my foot... । औकात नहीं है इतनी कि SK के साथ कोई दिखे.. । इससे भी उसको जरूर कोई मतलब होगा.. तभी साथ घुमा रहा है... " । बोलते हुए तनिषा ने मुट्ठियां कस ली.. और शिविका को खा जाने वाली नज़रों से देखने लगी ।


मनीषा उसे खींचते हुए वहां से ले गई । शिविका कुछ पल उन्हें देखती रही । शिविका ये तो जानती थी कि संयम और उसने सौदा किया है लेकिन ये लड़की अभी क्या बोलकर गई ।


वहीं कुछ दूर बैठे लड़के भी शिविका को ही देखे जा रहे थे । सबके हाथों में ड्रिंक का ग्लास था ।


एक लड़का जिसका तरुण था वो बोला " SK के साथ कोई दिखी है तो मतलब कुछ तो बात होगी इसमें... " ।


दूसरा लड़का जिसका नाम विनय था वो बोला " है ना.. दिख नही रहा है क्या.. किस एलिगेंस के साथ बैठी है और पूरी पार्टी में सबसे अलग चमक रही है.. । हर किसी का ध्यान लिए हुए है.. " ।


इतने में तनीषा उनके पास आकर बोली " कोई एलिगेंस नहीं है.. । SK के साथ आई है इसलिए सब देख रहे हैं । की होगी कोई हरकत जिस वजह से SK ने इसे साथ लाया... " ।


तरुण हंसा और बोला " अच्छा... । तो यूं तो तुमने भी बोहोत सी हरकतें की थी तनीषा.... पर Sk तुम्हें तो कभी अपने साथ नहीं लाया । " ।


वरुण ने कहा तो तनीषा उसे बुरी तरह से घूरने लगी । उसने भी संयम के साथ होने की बोहोत कोशिश की थी लेकिन संयम ने उसे बिल्कुल घास नहीं डाला था ।


विनय बोला " lets see... आखिर ऐसा क्या किया इसने जो SK के साथ यहां तक आ गई.. जहां बोहोत रेयर लोगों को लाया जाता है । " बोलते हुए विनय ने एक ड्रिंक का ग्लास उठाया और शिविका की ओर चल दिया । । ।


तरुण बोला " लगता है आज mr Vinay मारे जायेंगे... । अगर लड़की SK के साथ आई है तो मुझे नहीं लगता उसके उपर चांस मारना सही होगा... " बोलते हुए उसने ड्रिंक का सिप लिया ।


तनीषा शिविका को देखने लगी ।


शिविका के सामने आकर शिविका को देखकर बोला " hey preety lady... " ।


शिविका उसे देखने लगी । एक परफेक्ट कद काठी और लुक्स वाला handsome सा लड़का उसके सामने खड़ा था ।



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