Wo Daravani Chudel - 2 in Hindi Horror Stories by Tarkeshwer Kumar books and stories PDF | वो डरावनी चुड़ैल - 2

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वो डरावनी चुड़ैल - 2

कम से कम 1 किलो मीटर भागने के बाद वो रुका और जोर जोर से सांस लेने लगा और कमर पर हाथ रखते हुए पीछे पलट के देखा तो..

1 हाथ की दूरी पर वो महिला खड़ी हैं और उसको देखते हुए बुदबुदा रहीं हैं। उस औरत के चेहरे से बाल हट गया हैं और जला हुआ काला और भयानक चेहरा उसे देख रा हैं और चुड़ैल ने धीमे आवाज में कहां," नचनिया का नाच नहीं देखेगा।

वो आदमी एक दम से सदमा लगने से बेहोश हो गया।
अगली सुबह वो बेहोश हालत में मिला। लोगों को समझ नहीं आया के ऐसा क्या हुआ ये तो ठीक ठाक एकदम मदमस्त होके कल तक घूम रहा था।

उसे सब उठा के उसके घर ले गए जहां उसे होश आने पर ना मुंह से आवाज आ रहीं थी ना ही वो ज्यादा देर तक होश में रह पा रहा था।

फिर से होश आने पर उससे पूछा गया की क्या हुआ था तो उसने इशारे में बाहर की और इशारा किया। उस आदमी को ये तो समझ आ गया था की ये वही हैं जिसका जिक्र वो बुजुर्ग आदमी कर रहा था।

उस आदमी को ये भी समझ आ गया था की बच्चों के हत्या की पीछे वही चुड़ैल थी।

उस आदमी की तबियत बिगड़ रहीं थी और वो बहुत डरा और सहमा हुआ सा था।

रात हुई और सब सोए हुए थे तो बहुत हल्की पायल की आवाज आई। उस आदमी की आंख खुली और वो खिड़की की और देखने लगा लगा, इधर उधर देखने लगा। पर कोई दिख नही रहा था।

अचानक पायल की आवाज तेज होने लगी।आदमी ने एकदम से देखा की खिड़की पर बड़े बड़े नाखून दिख रहें हैं। और ऐसा लग रहा हैं मानो कोई खिड़की को पकड़ के खड़ा हैं।

आदमी ने चिल्लाने को कोशिश की और आखिरकार उसकी चीख निकल गई और वो चिल्लाने लगा।

वही चुड़ैल एकदम से खिड़की पर अपना चेहरा लाके हसने लगी और गायब हो गईं।

उसके परिवार वाले इकट्ठा हो गए और पूछने लगे क्या हुआ?

उसने कहा वो आ गई हैं।

जिसका जिक्र वो बुजुर्ग कर रहें थे। और फिर अगली सुबह पता चला की एक बच्चे को मौत हो गई हैं उस इलाके में।

अगले दिन उस आदमी ने सभा बुलाने को कहा।सभा में सब आ गए थे।

आदमी ने बिना समय गंवाए पूरी बात बता दी। के कैसे उसे मोड़ पर चुड़ैल दिखी और उसके साथ क्या क्या हुआ।

उसने सब बता दिया और कहा वो ही बच्चो को मारती हैं।

सब हक्के बक्के रह गए। बोले तू भी पागल हो गया हैं क्या।

उस आदमी ने कहा की हमने बुजुर्ग का मजाक ऐसे ही उड़ाया था। मेरी बात मानो वो चुड़ैल आ चुकी ही और कहीं न कहीं वही लोगो को मार रही हैं।

लोगो ने कहा अगर ऐसा हैं तो अब क्या किया जाए।

उसने कहां क्यों न घेर के उस चुड़ैल को मार दिया जाएं।

सबने एक आवाज में कहां हां हां मार दिया जाए।

हां हां मार दिया जाएं।

लेकिन किसी के दिमाग में ये नहीं आया की उस बुजुर्ग को ढूंढ के इस घटना के बारे में बताया जाए और समाधान पूछा जाएं।

सबने उस आदमी की बात मान तो ली लेकिन बोले की हम भी तो देखें की चुड़ैल कहां हैं कही तू झूठ तो नहीं बोल रहा।

उस आदमी ने कहा अगर मेरी बात झूठ निकले तो मुझे मार देना।

सबने तैयारी शुरू कर दी उस चुड़ैल को मारने की......

 यह कहानी काल्पनिक है इस कहानी को मैंने अपने विचारों से उत्पन्न किया है और अपने हिसाब से बनाया हैं। इसका किसी भी कहानी से कोई लेना-देना नहीं है अगर लेना देना है तो मात्र एक संयोग हैं।