Devil se Mohhabat - 13 in Hindi Love Stories by aruhi books and stories PDF | Devil se Mohhabat - 13

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Devil se Mohhabat - 13

और वही विवेक ,,,विधि की आवाज सुन,,,,,,अपने सोच से बाहर आता है ,,,,,और फिर विधि की तरफ देखते हुए ,,,,,,विधि अपना बचपना छोड़ो,,,,और नीचे चलो ,,,,,अगर तुम्हें नहीं जाना तो ठीक है     मैं ही जा रहा हूं ,,,तो खड़ी रहो यहां पूरी रात अकेले,,,,यह कह विराज वहां से जाने लगता है,    

की तभी उसे विधि की आवाज आती है,,,,,,जिसे सुन विवेक की रोगते खड़े हो जाते हैं,,,,,,और वह पीछे पलट एक टक विधि को घूरने लगता है

 अरे ऐसे कैसे तुम मुझे अकेला छोड़ कर जा सकते हो,,,,,,,, अगर तुम मुझे छोड़कर चले गई ,,,,,तो हमारी वन नाइट  स्टैंड कैसे बनेगी ,,,,,मुझे नहीं पता विवेक ,,,,,तुम कहीं नहीं जाओगे,,,,,,वापस आओ,,,,, और मेरे साथ वन नाइट स्टैंड मनावो,,,और क्यों,,,,,,,सब कुछ,, मैं ही करो ,,,,तुमसे शादी करने के लिए,, , 

उसका इतना ही कहना था विवेक को तो जैसे करंट लग गय गया हो ,,,,,,उसका पूरा शरीर अकड़ गया था ,,,,,और उसके दिमाग में सिर्फ एक ही शब्द गुज रहा था ,,,,,,,मुझे तुम्हारे साथ वन नाइट स्टैंड बनाना है,,,,,,,जिसे सोचते हुए वह ,,,,आब भी,,,,विधि को घूरे जा रहा था

,, की तभी  विवेक को एहसास होता है ,,,,कि कोई इसका हाथ पकड़ रहा है,,,,,इसका एहसास पा,,,,विवेक सामने देखता है तो ,,,,,विधि उसका हाथ पकड़ ,,,,,उसे अपने साथ वहां ले जाती है,,,,जहां वह कुछ देर पहले खड़े थे,,,  

और फिर उसी तरह विवेक को,,, पकड़े हुए,,,,देखो विवेक,,,,,तुम्हें पूरी रात मेरे साथ ही खड़ा रहना होगा,,,,,,मुझे नहीं पता,,,,,,देखो अब तो मैं तुम्हें बता भी दिया है,,,,,,,कि मुझे तुम्हारे साथ वन नाइट स्टैंड बनाना है,,,,,,,तो अब तुम मेरा पूरा साथ दो,,,, और यही खड़े रहो,,,,जब तक मैं खड़ी रहूगी,,, 

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अब आगे________

जिसे सुन विवेक कुछ देर विधि को देखता है ,,,,,,और अचानक से अपने पेट पर हाथ रख,,,,,वह जोर-जोर से हंसने लगता है,,,,,,,अब तो विवेक से हंसी कंट्रोल ही नहीं हो रही थी,,,,,यह सोच सोच कर,,,,,के , ,, ,, की विधि उसके साथ,,,,यहां,,,,,,,छत पर खड़े रह,,,,कर,,,,,,पूरी रात खड़े रहकर,,,,वन नाइट ,,,,वन नाइट स्टैंड बनाना चाहते थी,,,, 

और वही विधि ,,,,विवेक को ,,,,उसकी बात सुन ,,,,,,इस कदर हंसना देख ,,,,,,,विधि की आंखें छोटी हो जाती है ,,,,,,और फिर विधि विवेक को घुर अपने मन में,,,,,,मैंने ऐसा भी किया कहा, ,,,,कि आपको इतनी हंसी आ रही है ,,,, 

मुझसे पूछो ,,,,,,कि मुझे कितना डर लग रहा है ,,,,,कि मैं कैसे पूरी रात ,,,,,,खड़ी रहूंगी,,,,,मुझे तो अभी से नींद आने लगी है,,,,,उसका इतना ही कहना था,,,,,,कि विवेक अपना पेट पकड़ हंसने लगता है

,,,,,जिससे आब विधि ,,,,,थोड़ा गुस्से से,,,,,आपको हो क्या क्या गया है,,,,, , अगर आप हंसना नहीं बंद किया ,,,,तो ,,,,तो यह कह विधि,    ,,,,,,,वहां से चली जाती है ,,,,,,,,और फिर 5 मिनट बाद ,,,  एक छोटे से डिब्बे में पानी भर,,,,विवेक के मुंह पर मारते हुए,,,, अब हंसो

और वही विवेक जो विधि की बात सुन हंसी जा रहा था,,    यह अचानक मुंह पर पानी पड़ने से ,,,,,,,उसकी हंसी एकदम से बंद हो जाती है,,,,,   और फिर वहां विधि की तरफ देखते हुए ,    विधि यह क्या हरकत थी,,,, 

और वही विधि उस ,,,,डिब्बे को जमीन पर फेंकते हुए ,,,,,,और आपकी क्या हरकत थी,,,,,,जो पागलों की तरह,,,,हंसी जा रहे थे,,,,,मैंने ऐसा भी क्या कह दिया,,,, 

जिसे सुन विवेक बड़ी मुश्किल से,,,,,,,अपनी हंसी कंट्रोल करते हुए ,,,,,,तुमने,,,,,पूछो विधि ,,,,,तुम्हें पता है,,,,,तुमने क्या कहा,,,, तुम,,,,,तुम सच में एक,,,,,डम्मब हो ,,,,,,,,

या यह कहते हुए विवेक,, ,फिर से हंसने लगता है,,,,,,की तभी विवेक की नजर विधि पर जाती है ,,,,,, जो उसे चिड़चिड़ाते , देख ,,,,,विवेक अपनी हंसी कंट्रोल करते हुए,,,,,,बताओ तुम्हें यह वन नाइट स्टैंड का आईडिया,,,,दिया,,,,किसने

अब तो मानो जैसे  विधी कि सांस ही अटक गई हो ,,,,,क्योंकि अब वह समझ गई थी,,,,,,कि शायद वन नाइट स्टैंड का मतलब ,,,   पूरी रात खड़े रहना नहीं,,,,कुछ और है,,,,,,,जिसे समझ विधि अपना सर उठा ,,,,,विवेक की तरफ देखते हुए

 ,,,,,और वही विवेक जो विधि को देख रहा था,,,,,,वह दोबारा पूछते हुए ,,,,,बोलो विधि किसने तुम्हें ,,,,यह आईडिया दिया,,,, 

जिसे,,, सुन विधि ,,,,,,,विवेक मुझे नींद आ रही है ,,,,,मैं मैं चलती हूं ,,,,,,यह कहें वह अपने कदम दूसरी तरफ बढ़ा देती है ,,,,,कि तभी विवेक विधि का हाथ पकड़ ,,,,,अपनी तरफ खींच लेता है,,    जिससे विधि सीधा विवेक के सीने से ,,,,,जा लगती है,,,,,, 

और फिर विवेक बगैर देरी के ,,,,,,विधि के टॉप के अंदर से ,,,,,अपना हाथ डाल ,,,,,विधि की कमर को चलाते हुए ,,,,,,अपने होंठ विधि के गार्डन की तरफ मोड़ देता है,,,,, 

और वही विधि की धड़कनें बढ़ गई थी,,,,उसे एक अजीब सी घबराहट महसूस होने लगी थी ,,,,,,,क्योंकि  उसके साथ ऐसा कुछ पहली बार हो रहा था,,,,,जिससे उसकी धड़कने सो के स्पीड बढ़ गई थी ,,,,

और उसे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा था,,,,,विवेक को इस तरह ,,,,अपने करीब आता देख,,,,,,,जिससे वह अपना हाथ ,,, विवेक के सीने पर रख,,,,,उसे खुद से दूर करते हुए ,,,,,यह क्या क्या कर रहे हो,,,,विवेक ,,,,यह सही,,,,,,उसका इतना ही कहना था,,,,,,कि विवेक अपना हाथ आगे बढ़ा ,,,,,,दोबारा विधि को अपने करीब खींचे है,,,,,,,अपने हाथ विधि के गर्दन पर रख देता है,,  

जिससे विधि,,,,,द्वाबरा ,,,,विवेक के सीने पर हाथ रख ,,,   विवेक,,, स्टोपीट ,,, ये क्या कर रहे हो,,,,,,मुझे मुझे अच्छा नहीं लग रहा,,,,,,उसका इतना ही कहना था ,,,,,,,कि विवेक अपने होंठ,,,,, उसी तरह विधि के गर्दन पर रखे हुए,,,,,,अरे वही तो कर ,, रहा हूँ,,,,,,जो तुम करने के लिए यहां आई थी ,,,,वन नाइट स्टैंड,, 

उसका इतना ही कहना था ,,,,,की विध विधि अपना सर उठा,,   विवेक की तरफ देखती है ,,,,,जो अब भी उसी को देख रहा था

की तभी विवेक विधि को खुद से दूर करते हुए,,,,,,देखा विधि अगर तुम मुझसे प्यार करती ,,,,,,तो तुम्हें इतना अजीब ना लगता ,,,,मेरे करीब आने से,,,

विधि वह सिर्फ तुम्हारा बचपन था,,,,,जो तुम प्यार समझ बैठी हो,,    तुम्हें भी प्यार का असली मतलब नहीं पता है,,,,,,,क्योंकि प्यार एक ऐसी फीलिंग है,,,,,,जो कोई नहीं समझ पाता ,,,,,,वह कब कहां और कैसे हो जाता है,,,,किसी को नहीं पता,,, चलता,,,, हम खुद उसके पीछे खींचे चले जाते हैं कब हम खुद उसे अपने अंदर महसूस करने लगते हैं उसके एहसासों को जीने लगते हैं ,,, 

और फिर अपनी नजर उठा ,,,,विधि की तरफ देखते हुए ,,,,,,,विधि अब भी है ,,,,,,,,टाइम ,,,,संभल जाओ,,,,,,प्यार कोई बच्चों का खेल नहीं है ,,,,,इसलिए पीछे हट जाओ,,,,,,,

इसमें सिर्फ तकलीफ होती है ,,,,,,और तुम्हारा मेरा कभी नहीं होगा,, ,,कुछ भी नहीं होगा ,,,,,,तुमने कहा ना कि तुम मुझसे प्यार करती हो ,,    तो ठीक है ,,,,,,अभी जब मैं तुम्हें छुआ,,,,,,तुम्हें किस करने की कोशिश की,,,,, ,,तो तुमने मुझे धक्का क्यों दिया,,,,,,तुम्हें तो यह फीलिंग अच्छी लगनी चाहिए ना ,,,,मेरा चुना,,अच्छा लगना चाहिए ,,,,,तो फिर तुमने अजीब क्यों लगा

जिसे सुन विधि चुप ,,,,वही खड़ी रहती है,,, 

की तभी विवेक दोबारा,,,,,तो प्लीज विधि अब अपना बचपना छोड़ो ,,,,,और पढ़ाई पर ध्यान दो,,,,,और यह प्यार  का नाटक बंद करो ,,,,,तुम बच्ची नहीं रही कि तुम्हें कुछ पता ना चले ,,,,,,,  और किसि के भी बहकाव में आ गई थी,,,,,

अच्छा हुआ कि तुम मुझे,,,,,विधि-विधि अगर मेरी जगह कोई और लड़का होता ,,,,

मुझे सोच की समझ नहीं आ रहा ,,,,,,की विधि,,,,,में तुम्हें क्या कहूं ,,   आखिर वह है कौन जिसने तुम्हें ऐसी आईडिया दिया      क्योंकि तुम अपना दिमाग इतना नहीं चला सकती,,, 

वन नाइट स्टैंड ,,,क्या तुम्हें पता भी है,,,,इसका मतलब क्या होता है , ,,,,,रुको तुम्हें,, मैं,, अभी बताता हूं ,,,,,,,कि अब तुम बच्ची नहीं रही हो,,,,,,,,कि तुम्हें कुछ ना पता रहे ,,,,,,,,या कहें वह अपने फोन निकाल उसे पर सर्च कर ,,,,,,विधि के हाथ में रखते हुए ,,,,अब इसे पढ़ो

और वही विधि जैसे-जैसे वह पढ़ रही थी ,,,,,,,उसकी आंखें हारने से बड़ी होती जा रही थी ,,,,,,और फिर विधि विवेक का फोन बंद कर ,,,,,,,मुझे मुझे और,, और नहीं पढ़ना,,,,,,विवेक के हाथ में दे वह,,,,,वहां से भाग जाती है,,,, 

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और वहीं दूसरी तरफ अंजलि ,,,,,

दाई मां की तरफ देखते हुए,,,,,यह आंटी मुझे इतना सजा क्यों रही है ,,   ,अब तो मेरी शादी भी हो गई ना,,,,,मैंने रील में देखा है ,,,,,,,की यह तब ऐसे सजाया जाता है,,,,,,,जब उनकी शादी होती है ,,,,

 और फिर अपने बालों में लगे उसे गजरे को देखते हुए ,    और यह गचरा इसमें खुशबू तो अच्छी है ,,,,,,,पर ये इतना क्यों सजा रही है ,,,,,,मुझे आप तो मेरी उसे डेविल से शादी हो चुकी है,,,,,,क्या मैं बार-बार ,,, उससे शादी करती रहो,,,,,

की तभी दायमा अंजलि का घूंघट निकाल देते हैं,,,,,,जिसे महसूस कर अंजलि,,,,,यह मुझे छुपा क्यों रही है ,,,,,,,यार कितना अजीब रिवाज,,,, है,, इनका,,,,,,,,,हमारे यहां तो ऐसा कुछ नहीं होता,,,,,,व्हाइट ड्रेस पहनो ,,,,,,और एक किस करो ,,,,और सब कुछ खत्म

की तभी दाई मां ,,,,,अंजलि का हाथ पकड़ उसे विराज के कमरे में लेजा बेड पर बैठा देते हैं,,,,,और वही अंजलि जो घूंघट उठाने को होती है,,   कि तभी नहीं बेटा ,,,,यह रस्म होती है ,,,,,,तुम यह खुद घूंघट नहीं उठाओगे,,,,,,,,,तुम्हारा यह घुंघट,,,,,मेरा ,,,,उसने इतना ही कहा होगा,,,,,,कि तभी विराट के कमरे का गेट खुलता है,,,,,,जिससे दाई मां ,,,,उस तरफ देखती है,,,,,,तो विराज को गेट पर खड़ा देखा ,,,,,,,वह चुपचाप कमरे से बाहर निकल जाती है,,, 

आज के लिए बस इतना ,,,,तो देखते हैं ,,,,,कल क्या हंगामा होने वाला है ,,,,,अंजलि और विराज के बीच में ,,,,,,और विधि कल क्या रिएक्ट करेगी ,,,,अपनी बेवकूफी पर