Hot romance - Part 33 in Hindi Love Stories by Mini books and stories PDF | Hot romance - Part 33

The Author
Featured Books
Categories
Share

Hot romance - Part 33

अरुल अरव के सामने खड़े होकर बोली " मतलब तुम पक्षपात कर रहे हो , तुम्हें मुझसे प्यार है तो मेरी नजायज होना भी तुम्हें मंजूर है ,तो फिर अक्षत को किस बात कि सज़ा दे रहे हो वो बच्चा है तुमने चार साल के बच्चे को विदेश भेज दिया और वो बच्चा अभी महज़ चौदह साल का है अपने परिवार के लिए तरस रहा है लेकिन तुमने रहम नहीं किया क्योंकि वो नजायज है इसलिए इतना फर्क क्यों अरव ,हो गई गलती मिसेज निवेदिता खुराना से जिसे तुम्हारे डैड ने माफ कर दिया था इसलिए जवाबदारी दिया था  तुमको  अक्षत को अपने जैसा इंसान बनाओ गलती निवेदिता कि है उस मासूम कि नहीं पर सज़ा तो वो मासूम झेल रहा है , मुझे नहीं चाहिए ऐसा पति जो पक्षपाती हो मुझे आजाद करो डिवोर्स देकर ताकि मैं मेरी मां के गुनहगार को सजा दिलाने उसके शहर जा सकूं..!!

अरव के आंखें फैल गई और अरुल के बांह पकड़ कर अपने तरफ खींचा और बोला " अरुल तुम पागल हो  गई हो तुमने सोचा भी कैसे मैं डिवोर्स देकर आजाद करूंगा और तुम्हें कहीं जाने भी नहीं दूंगा समझी तुम , मेरे और निवेदिता के बीच में मत आओ अक्षत जहां है उसकी जगह है वो ..!!

अरुल ज़िद पर आ गई " नहीं अगर अक्षत इस घर में नहीं रह सकता तो मैं भी इस घर में नहीं रह सकती क्योंकि मैं भी नजायज हुं मिस्टर खड़ूस खुराना छोड़ो मुझे वो बांह छुड़ाकर अरव को धकेल दिया।।

अरव कुछ नहीं बोला फिर वो पेपर को टेबल से उठाकर फाड़ दिया और हवा में उड़ा दिया  और कहा " लो डिवोर्स ..!!

अरुल आंखें दिखाते हुए बोली " एक पेपर फाड़ने से कुछ नहीं होगा मैंने लॉयर हायर कर लिया है डिवोर्स के लिए कल तक वो कोर्ट में डिवोर्स के लिए फाइल करेगा तुम सीधे नहीं दोगे डिवोर्स तो अदालत देगा मुझे डिवोर्स  , अरुल बोलकर जाने लगी फिर उसे याद आया और रुककर बोली" अरव मैं कल शाम दिल्ली जा रही हुं मेरी मां को इंसाफ दिलाने .. फिर जाते जाते बोली "गुड नाईट अरव .!!

अरव का दिमाग खराब हो गया अरुल क्यों ये सब कर रही है जरूर इसमें आएशा का हाथ है सोचकर वो तुरंत घर से बाहर गया और अपने गाड़ी में बैठा तो ड्राइवर गाड़ी से ड्राइविंग सीट पर बैठा और पूछा" गाड़ी कहां ले जाऊं सर ..??

अरव ने कहा अपने सिर दबाते हुए " राजवंश हाऊस चलो ..!!

ड्राइवर ने गाड़ी स्टार्ट किया और गाड़ी चल पड़ी ..!!

रात दस बजे थे जब अरव राजवंश हाऊस आया घर के सिक्योरिटी अरव को पहचानता था इसलिए बिना रोक-टोक के वो घर पर आया और मेन डोर क्लोज था उसने डोरबेल बजा दिया ..

घर के मेड ने दरवाजा खोला तो सामने अरव था मेड ने अंदर आने कहा और बोला " सर मैं शशांक सर को यही बुलाऊं कि आप उसके कमरे तक जाएंगे ..??

अरव ने कहा " आएशा को नीचे बुलाकर लाओ और मिस्टर राजवंश को तकलीफ मत देना कि मैं आया हुं ,जाओ आएशा को बुलाओ ..!!

मेड आएशा को बुलाने ऊपर गया ,अरव को  अरुल के ज़िद बेचैन कर रहा था उसने कल दिल्ली जाने कि बात बोली थी ..

कुछ ही देर में आएशा आई नाइट शर्ट पैंट में वो खुश थी इसलिए दौड़ कर मुस्कुराते हुए जल्दी से नीचे आई और अरव के पास जाकर बोली " अरव खुराना ने मुझे कैसे याद किया वो भी मुझसे मिलने रात दस बजे आया है मेरे घर पर ,कहो क्या मदद करूं आपकी अरव ..!!

अरव  सोफे पर हाथ रखे खड़ा था और आएशा उसके जस्ट पीछे थी उसने आएशा कि आवाज सुनी तो गुस्सा आ गया फिर पलटकर सर्द आवाज में कहा " तुम क्या चाहती हो अरुल से , मैं जानने के लिए आया हूं , तुम उसकी सगी बहन नहीं हो मैं ये जानता हूं , बोलो अरुल को परेशान ना करने कि क्या कीमत लोगी ..??

आएशा तिरछी मुस्कान देकर बोली " सच तुम मुझे मेरी मुंह मांगी कीमत अदा कर सकते हो ..??

अरव अपने दोनों हाथों को मोड़कर तन कर खड़ा हुआ और भौंहें सिकोड़कर कहा " हां तुम्हारी मुंह मांगी कीमत दूंगा बोलो..??

आएशा फिर तिरछी मुस्कान देकर करीब आते हुए बोली" मुझे अरव खुराना चाहिए ..

अरव कि आंखें फैल गई शॉक्ड होकर और दोनों हाथों को खुला छोड़कर दिया और बोला " What.. what nonsense ...

"Nonsense  नहीं सच है ये और मैं तो तुम्हें बहुत दिनों से प्यार करती थी मैंने डैड को कई बार कहा कि तुमसे शादी कि बात करें लेकिन डैड ने तुम्हें कैरेक्टर सर्टिफिकेट देकर दुहाई दिया कि तुम्हे लड़कियों का शौक है तुम एक लड़की से खुश नहीं रह सकते इसलिए डैड ने मेरी प्रपोज ठुकरा दिया उसके बाद छह महीने बाद मेरे वहीं डैड ने अरुल कि शादी तुमसे कर दिया जब कि अरुल कि उम्र 19 साल कि थी वो कॉलेज गर्ल थी  ,और अरुल ये शादी से इंकार किया फिर भी डैड के फैसले ने उसे मजबूर किया और शादी कि  , मैं अरुल से बड़ी थी मेरी उम्र हो गई शादी कि और मेरी छोटी बहन को शादी कर दिया वो भी जिसे मैं प्यार करती हुं  ,अरव रियली लव यू , मुझे अपना लो और अरुल को डिवोर्स दे दो ,आएशा  एकदम करीब आ गई अरव के...

" अरव भी घबरा गया , फिर अरव ने आएशा के कंधे पकड़कर दूर करते गुर्राते हुए बोला  " दूर से बात करो बहरा नहीं हुं मैं ,और एक सच्चाई तुम सुन लो आएशा मिस्टर शशांक राजवंश ने अपने मर्जी से अरुल से शादी नहीं किया है सच ये है कि मैं अरव खुराना अरुल से प्यार करता हूं और उसे पाने के लिए हर साम दाम दण्ड भेद अपनाया जिससे अरुल मेरी हुई , अरुल के सिवाय मुझे कुछ नहीं दिखता इसलिए तुम अपने लिमिट में रहो, मैं अरुल के लिए कुछ भी कर गुजर सकता हूं अरुल के खुशी के लिए किसी को भी रास्ते से हटा सकता हुं इसलिए तुम सुधर जाओ अरुल कि बहन हो इसलिए लिहाज कर रहा हुं वरना तुम्हारे करनी का ऐसा सजा देता कि सड़कों पर भिख मांगती फिरोगी अपने इज्जत को बचाने ..

आएशा फिर अरव के करीब आने लगी और पागलों कि तरह बिहेव करते हुए बोली " तो आओ ना कुछ करो मेरे साथ मैं तो चाहती हुं तुम्हारी बनूं .. तड़का....एक जोरदार थप्पड़ कि आवाज गुंजी उस हॉल में ...

आएशा गिर पड़ी जमीन पर तो उठी नहीं ,अरव आएशा को देखकर दांत पिसते हुए बोला " आइंदा मेरे पास आने कि हिमाकत मत करना वरना गला दबा दूंगा तुम्हारी और जो खेल अरुल से खेल रही हो वो बंद कर दो , आएशा वैसे ही जमीन पर लेटी रही उसने कोई हलचल भी नहीं कर रही थी ..!!

अरव आएशा के कुछ हलचल ना करने पर ध्यान से देखा तो वो बेहोश थी फिर वो डर गया और बड़बड़ाने लगा " ओह गॉड ऐ लड़की हिल डुल नहीं रही कहीं मर तो नहीं गई इसने गुस्सा भी दिला दिया था तो मारने के लिए मजबूर किया कहीं इसके दिमाग का नस फट तो नहीं गई मेरी थप्पड़ से , फिर अरव आएशा के पास बैठा और आएशा के कंधे हिलाया वो कुछ रिस्पांस नहीं दिया तो वो उठाकर उसके गाल थपथपा वो कोई रिस्पांस नहीं दिया तो अरव ने मेड को आवाज दिया " हेलो कोई आसपास है तो एक ग्लास पानी लेकर आओ ..!!


मेड जिसने दरवाजा खोला था वो आवाज सुनकर आई और आएशा को जमीन पर बेहोश पड़े देखकर जल्दी से पानी लाई ..!!

अरव ने ग्लास का पानी लिया और आएशा के मुंह पर छिड़कने लगा फिर भी होश नहीं आई तो अरव ने आएशा को गोद में उठाकर हॉस्पिटल ले जाने के लिए अपने गाड़ी में ले आया और वहां से हॉस्पिटल के लिए निकल गया ...


अरुल सोचते सोचते नींद के आगोश में थी  वो बेखबर थी आसपास क्या हो रहा है ..!!

मेड ने शशांक को कमरे में जाकर सारी बातें बताई तो वो शॉक्ड हुआ फिर वो लिविंग एरिया में आकर आएशा और अरव के इंतजार में सोफे पर बैठ गया ..!!

अरव और आएशा के बहसबाजी में रात  11:30 बज रहे थे ,अरव कि गाड़ी क्लिनिक आकर रुकी डॉक्टर भी घर जाने के तैयारी में थे तब अरव आएशा को गोद में उठाकर पास में  जो भी क्लिनिक आया वहां रुका और आएशा को गोद में उठाए अंदर ले आया तो नर्स भी दौड़ कर आई मदद के लिए और जल्दी से स्ट्रेचर पर लेटाने बोली फिर लेडी डॉक्टर को लेकर आई  , डॉक्टर ने आएशा के धड़कन और नब्ज टटोले फिर अरव को देखकर बोली " इसे अंदर मेरे केबिन में ले चलो वहीं चेकअप करूंगी ..!!

अरव आएशा को फिर गोद में उठाकर डॉक्टर के केबिन में बने बेड पर लेटा दिया फिर डॉक्टर ने पूछा  अरव को " क्या हुआ ये बेहोश क्यों हुई ..??

अरव ने कहा दरसअल हमारी बहसबाजी हो रही थी और ये लिमिट क्रॉस कर रही थी मेरे मना करने के बाद तो मेरी हाथ उठ गई और ये जमीन पर गिर गई तो उठी नहीं ..!!

डॉक्टर ने भौंहें सिकोड़कर कहा" कैसे मर्द है आप एक लड़की पर हाथ उठाया शर्म नहीं आती अपने गुस्से पर कंट्रोल करना सीख लो  ,अब जाओ बाहर इंतजार करो  डॉक्टर के बोलने से अरव केबिन के बाहर आया ..!!

नर्स दरवाजा बंद किया और डॉक्टर ने एक इंजेक्शन दिया तो एक मिनट में आएशा होश में आई फिर बाकी चेकअप करने लगी ..!!

अरव दोनों हाथ को पैंट के जेब में डाले टहलने लगा परेशान हालात में ...