Saat fere Hum tere - Secound - 12 in Hindi Love Stories by RACHNA ROY books and stories PDF | सात फेरे हम तेरे - सेकेंड सीजन - भाग -१२

Featured Books
Categories
Share

सात फेरे हम तेरे - सेकेंड सीजन - भाग -१२

विक्की दुसरे दिन सुबह उठकर संजना के साथ बात करने लगे और फिर संजना ने जूस पीने को दिया और फिर बोली देखो विक्की तुम किसी भी तरह सारा को यहां लेकर आओ।
ये लो उसका पता और फिर तु अगर बोलेगा तो मैं चलुगी।
विक्की ने कहा कि हां चल तू भी।
फिर नाश्ता करने बैठ गया और फिर माया का फोन आया कि वो सब अच्छे से पहुंच गए।
विक्की ने कहा दीदी मिस कर रहे हैं आपको और सबको।।
माया ने कहा हां हम भी।।
फिर नाश्ता करने के बाद दोनों दादाजी के पास गए और फिर बोला कि हम जा रहे हैं।
दादाजी ने कहा हां ठीक है मैं इन्तज़ार करूंगा।

विक्की और संजना गाड़ी लेकर निकल गए।
संजना ने कहा विक्की देख तू रिएकेट 
मत करना।
विक्की ने कहा हां ठीक है ये बता कि शिकागो में क्या कर रही थी?
संजना ने कहा हां मैं एक अनाथ आश्रम चलाती हुं।
विक्की ने कहा अरे बाबा क्या बात है? कितना जल्दी तुम बड़ी हो गई।
संजना ने कहा हां तूं ही बदमाश हो गया था।।
विक्की ने कहा हां कुछ पुरानी यादें पुरानी रहे तो अच्छा वरना कोई भी  इसे ठोकर मार देता।।
फिर एक दो होम में गया और जाकर सब व्यौरा देने के बाद भी कुछ नहीं मिला।
वहां से कुछ और दूर पर दो होम था तो शायद यही पर हो जिसे मैं ढुंढ रहा हूं।
फिर अन्दर जाकर आफिस में बैठ गए कुछ देर बाद अन्दर बुलाया गया और फिर जब रेजिस्टेंर में अपने पापा का नाम देखा तो विक्की का खून
खौलने लगा ।।
संजना ने विक्की का हाथ कस कर पकड़ लिया था।।
उस आफिस के आदमी ने कहा आप पहले डाक्टर से मिलें।
वहां से दोनों डाक्टर के पास गए।
डाक्टर ने कहा हां बचपन से ही उसका उपचार मेरे पास हो रहा था। उसकी दिमागी हालत ढाई साल बच्चों जैसे है पर उम्र के हिसाब से बिल्कुल बढ़ गई है अभी वो बीस साल की है।आओ तुम लोग को मिलवा देता है।
विक्की को बहुत अजीब सा लग रहा था पर संजना ने बहुत अच्छी तरह से विक्की को सम्हाल लिया था और फिर दोनों डाक्टर के साथ एक कमरे में गए।।
जहां पर जाकर एक अजीब सी बदबू आ रही थी शायद उसके शरीर से।
विक्की ने रूमाल से नाक ढंक लिया और फिर बोला ये कैसा बदबू आ रहा है।
डाक्टर ने कहा कि बेटा यहां ये ऐसी ही पड़ी रहती है इसलिए उसके शरीर से बदबू आ रहा है।
विक्की ने कहा मुझे यहां घुटन महसूस हो रहा है मैं बाहर।।
फिर सब बाहर आ गए तो संजना ने कहा डाक्टर हम कब इसे ले जा सकते हैं?
डाक्टर ने कहा सारी जरूरी कागजात देने के बाद ही।
विक्की ने कहा मैंने तो दे दिया है।
डाक्टर ने कहा हां पर कुछ और भी चाहिए कि आपके घर में कौन कौन है?
विक्की ने कहा हां ठीक है मैं जाने से पहले कुछ जरूरी सामान दे कर जाता हूं ताकि उसको नहला कर और कुछ नया कपड़ा भी ताकि वो पहन सकें।
फिर वहां से दोनों बाहर निकल आए और फिर एक माॅल में जाकर खरीदारी करने लगे और फिर वो सब ले जाकर उस होम में डाक्टर को दे दिया और फिर वहां से निकल गए।
बंगले में पहुंच कर विक्की नहाने चला गया और फिर सोचने लगा कि कोई इन्सान कैसे रह सकता है पापा ने क्यों उसे वहां भेज दिया।
मुझे तो वहां बिल्कुल अच्छा नहीं लगा।
कुछ देर बाद संजना ब्लैक काॅपी लेकर आ गई और फिर बोली अरे बाबू इतना मत सोचो चलो अब दादू के पास जाकर सब कुछ बता दें।
विक्की ने कहा अरे बाबा काफी अच्छा बनाईं हो।
संजना ने कहा हां ठीक है ज्यादा तारीफ सुनने की आदत तो नहीं है, थैंक यू विक्की।
फिर दोनों एक साथ दादाजी के पास जाकर सारी बात बताई और फिर दादाजी ने कहा अरे वाह ये खुशखबरी।
दादाजी ने कहा हां ठीक है कल जब आएगी तो फिर देखना।।

विक्की और संजना वहां से चले गए।।
विक्की अपने कमरे में जाकर बैठ गया और फिर सोचने लगा कि वो कैसी होगी मैं उसका देख भाल नहीं कर सकता मुझे किसी से बात करनी होगी।।
विक्की ने अपने आफिस में एक फौजी भाई है जिसका नाम है सुभाष चन्द्र कुशवाहा उसकी मां नर्स का काम करती है।
हेलो सुभाष जी मैं विक्रम सिंह शेखावत।।
सुभाष ने कहा हां कैसे हैं सर।
विक्की ने कहा हां मुझे एक नर्स चाहिए।
सुभाष जी ने कहा हां ठीक है।
विक्की ने कहा फुल टाइम के लिए।
सुभाष ने कहा हां ठीक है सर कब आना होगा।
विक्की ने कहा मैं बताता हूं।

फिर विक्रम सिंह शेखावत ने कहा एक काम हो गया और अब पापा का कमरा ही साफ करवा दिया जाएं।
रामदीन कल ही पापा का कमरा साफ़ करवा दो।
रामदीन ने कहा हां ठीक है।
संजना ने कहा अरे वाह भाई बहुत ही व्यस्त हो गए।
विक्की ने कहा संजू चलो आज कुछ और शापिंग मॉल से खरीद लिया जाए।
संजू ने कहा कि हां ठीक है।।
फिर शाम को चाय पीने के बाद ही दोनों निकल गए।
फिर दोनों एक शापिंग मॉल में गए। जहां पर पहले चाइनीज फूड खाने लगे।
फिर कपड़े खरीदने गई।
संजना ने कहा कुछ डेली यूज़ के सलवार सूट , कुछ जुतिया, कुछ मेकअप किट, कुछ किताबें,कलर, खिलौने।
फिर सारी जरूरतें के सामान खरीदने के बाद संजना ने कहा अब चलें।।
फिर दोनों वापस आ गए और फिर विक्की पापा कमरे में जाकर देखा तो सब कुछ सजा हुआ था साफ सफाई भी पुरी हो गई थी।
संजना ने अलमारी में सारे कपड़े लगा दिया।
फिर विक्रम सिंह शेखावत ने उस होम से फोन आया।।
विक्की को कल बुलाया गया था।
विक्की पुरी रात सोचता रहा कि क्या सही होगा उस लड़की को यहां पर लाना।
क्या वो मेरी बहन है या सौतेली बहन है?
उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है और फिर वो आएंगी तो मेरा करियर खत्म न हो जाए।

ये सब सोच रहा था तो संजना आ गई और फिर बोली कहां हो कितनी बार फोन किया ।
विक्की ने कहा हां मैं यहां था तो । संजना ने कहा देखो कल जल्दी जाना होगा।
विक्की ने कहा संजू मुझे एक डर सा लग रहा है कि क्या मैं सही कर रहा हूं।
संजना ने कहा हां मैं समझ सकती हुं पर तू खुद सोच दादु ने कहा है अगर तू ऐसा नहीं करेगा तो दादू भी खुद को माफ नहीं कर पाएंगे।।
विक्की ने कहा हां संजू तूने ठीक कहा और हां सच मान इस वक्त मुझे सबसे ज्यादा तेरी जरूरत है।
संजना ने कहा हां जान मैं तो इसलिए आ गई।
विक्की ने कहा हां पर जब तुम गई एक बार भी नहीं सोचा कि मेरा क्या होगा।।
संजना ने कहा डार्मा किंग है तू ।।
विक्की ने कहा नहीं रे सच है।
सच मेरे यार है 
बस वही प्यार हैं
जिसके बदले में
कोई तो प्यार दे
बाकी बेकार हैं यार मेरे
हो यार मेरे
सच मेरे यार हैं
बस वही प्यार हैं
जिसके बदले में
कोई तो प्यार दे
बाकी बेकार है यार मेरे
हो यार मेरे

जिस हाथ में इक हाथ हैं
उस हाथ की क्या बात हैं
क्या फ़ासले क्या मंज़िले
इक हमसफ़र गर साथ हैं
जिसकी किस्मत कोई यूँ
संवार दे वो ही दिलदार है
यार मेरे हो यार मेरे

झूमे ज़मीन झुमे गगन
तेरे लिए होके मगन
खिलते रहे सपने तेरे
मेहका रहे दिल का चमन
ज़िन्दगी तुझको ऐसी बहार दे
दिल की पुकार हैं
यार मेरे हा यार मेरे

सुनते थे हम ये ज़िन्दगी
ग़म और ख़ुशी का मेल हैं
हमको मगर आया नज़र
ये ज़िन्दगी वो खेल हैं
कोई सब जिते सब कोई हार दे
अपनी तो हार हैं
यार मेरे हा यार मेरे
सच मेरे यार हैं
बस वही प्यार हैं
जिसके बदले में
कोई तो प्यार दे
बाकी बेकार हैं

सुनते थे हम ये ज़िन्दगी
ग़म और ख़ुशी का मेल हैं
हमको मगर आया नज़र
ये ज़िन्दगी वो खेल हैं
कोई सब जिते सब कोई हार दे
अपनी तो हार हैं
यार मेरे हा यार मेरे
सच मेरे यार हैं
बस वही प्यार हैं
जिसके बदले में
कोई तो प्यार दे
बाकी बेकार हैं
यार मेरे हा यार मेरे।


संजना और विक्की मदहोश हो कर एक दूसरे के साथ डांस करने लगे और विक्की ने गाना खत्म किया।।
संजना ने ताली बजा दिया।
और फिर गुड नाईट बोल कर जाने लगी तो विक्की ने संजना को अपनी तरफ खींचा और फिर उसके बालों को खोल दिया और फिर बोला अरे यार बाल खुले अच्छे लगते हैं।
संजना हंसने लगी और फिर बोली अरे वाह फिल्मी कितनों को बोला।
विक्की ने कहा चल,चल मोटी।
संजना अपने कमरे में चली गई।
दूसरे दिन सुबह जल्दी उठकर तैयार हो कर सीधे दादू के पास जाकर विक्की ने कहा दादू मैं सारा को लेने जा रहा हुं पता नहीं कितना ठीक है।
दादाजी ने कहा हां ठीक है बेटा मुझे अब मुक्त हो जाऊंगा।
विक्की वहां से सीधे नाश्ता करने बैठ गया और फिर संजना भी आ गई।।
संजना ने कहा गुड मॉर्निंग वॉक पर गए।
विक्की ने कहा हां कब का।।
संजना ने कहा हां ठीक है चल फिर जल्दी से नाश्ता कर लो फिर जाना होगा।
विक्की ने अपने आफिस में सुभाष चन्द्र कुशवाहा जी को फोन करके बताया तो वो बोले कि जाते समय मां को भी ले जाईए।
फिर विक्की और संजना निकल गए रास्ते पर सुभाष चन्द्र कुशवाहा जी की मां बीना देवी खड़ी मिली बड़ी ही सौम्य और सुशील।
विक्की ने कहा नमस्कार बीना जी आइए।
बीना ने कहा हां नमस्कार सर कहते हुए बैठ गई।
फिर गाड़ी चल पड़ी।
विक्की और संजना बीना जी से सब कुछ बता रहे थे सारा के बारे में।
बीना ने कहा हां सर आप चिंता मत करिए मैं सब सम्हाल लुंगी।
कुछ देर बाद ही होम पहुंच गए।
विक्की और संजना साथ में बीना जी भी अन्दर पहुंच गई।।
आफिस में जाकर विक्की ने सारे कागजात जमा कर दिया और फिर वो डाक्टर आ गए और फिर बोलें कि वो तैयार हो गई है आईए आपको दिखाते हैं।।
सभी धीरे धीरे एक कमरे में गए।
वहां जाकर देखा तो आज एकदम अलग लग रही थी सारा। बैठ कर बातें कर रही थी।
संजना ने कहा अरे वाह कितना अच्छा सूट पहना है।
सारा ने ताली बजाकर खुशी जाहिर किया और फिर बोली ये तो भाईईईईई ने दिया है।
विक्की चौक गया और फिर डाक्टर से पुछा तो डाक्टर ने कहा हां कल मैंने उसे बताया कि उसका भाई आ रहा है।
विक्की ने कहा ओके सर।
अब हमें चलना चाहिए।।
डाक्टर ने कहा हां ठीक है पर सारी दवाई मैं समझता हूं।
विक्की ने कहा हां ये नर्स है इनको आप बता सकते हैं।
बीना ने कहा हां डाक्टर साहब मुझे समझा दिजिए।
फिर डाक्टर ने सब कुछ समझा दिया।
और फिर बीना ने कहा अरे सारा आओ घर चलें।
सारा खड़ी हो कर उछलने लगी और फिर बोली हां, हां जाना है

फिर सब जाकर विक्की के कार में बैठ गए।
सारा ताली बजाने लगीं और फिर बीना ने कहा सारा चुप चाप बैठो हां भाई गुस्सा करेगा।

क्या होगा जब सारा अपने घर जाएंगी। क्या विक्की अपने सौतेले बहन को संगी होने का एहसास दिला पाएगा।
जानने के लिए पढ़ें अगला अध्याय।
क्रमशः