डिटेल में नहीं जाते
पहला एपिसोड
" सर जी,मेरा छोटा सा सत्तर लाख का बिल था,क्लीयर करवा देते तो..." राम सिंह मंत्री जी के पी ए से अनुरोध किया।
" ठीक है,वो मंत्री जी कह रहे थे,चन्दा नही आया आपकी कम्पनी से इस महीने?"
" ठीक है जब आप ने कह दिया तो...."
(डिटेल में नहीं जाते!)
दूसरा एपिसोड
" सर जी मेरा इस साल का अप्रेसल् आपके पास है,आप देख लेते तो ......" राम प्रकाश अपने बॉस से
" वो तो ठीक है,आप के पब्लिक रिलेशन ठीक नही पाए गए वैसे,क्या लिखूँ?"
" सर यह उसी मेहता कंट्रैकटर ने तो कुछ नही कहा आपको? वो घटिया माल का इन्वोइस पर मेरा हस्ताक्षर लेना चाह रहा था "
" नही पर कमेटी ने तो एप्रूव कर दिया था न " बॉस कहता है।
" सर पर वो लैब रिपोर्ट उसके खिलाफ जा रही थी इसलिए..."
" अब आप देख लीजिये,महंगा पड़ेगा आपको यह पंगा " बॉस...
आगे भी...
" एक साल से मेरा इंक्रेमेंट रोक रखा हैं,कब तक ..."
" ऊपर से ऑर्डर..."
" यह तो आ गया है,कॉपी लो "
" कॉपी नही चाहिए,मैं छुट्टी पे था,कर देता हूँ "
" सोर्री बोलो "
" क्यों बोलूँ,मेरा अपना रूका पड़ा हैं इंक्रेमेंट "
" तो ठीक हैं,तेरे कर्म ही ऐसे हैं,भुगत अब "
दूसरा
" भाई मेरा जी पी एफ का withdrawl अटका पड़ा है,क्लीयर करो न!"
" रेट पता है न,दस कब दोगे,लाओ और ले जाओ "
" ऊपर वाले से तो डरो,इलाज मे देरी हो रही है "
" हा हा,मेरे को भी वही देता है न!"
" अब देख,भुगतेगा "
"********"
दूसरा अध्याय
यह कोई रचना नही है,भुक्त है
"जला दो या कचरा में फेंक दो, इसी मे है सारे सबूत"
कह कर dcp ने ऊसे फाइल पकडा दी
"सर। इसमे तो उस लीडर के खिलाफ... "
"अबे गधे, मुझे मालूम है "
"तो ठीक है जैसा आप कहेंगे "
( नकली फाइल जला के असली रख ली उसने)
उस नही पता था कि एक cctv बाजू वाले मकान से सारी footage ले रहा था
शाम तक वो u tube पर आ गई
(इसके अतिरिक्त भी बहुत कुछ आ गया)
लीडर साब अब मुह छुपा के घूम रहे है
कोरोना के बाद कहीं बाहर भागने का रास्ता ढूँढ रहे है लेकिन cbi जांच से कौन बच पाया?
बुरे दिन आ गए
..
बोरिंग स्थितप्रज्ञ
तीसरा अध्याय
Retire होने से पहले और बाद में
(बॉस के सेवा निवृत होने से पहले )
कर्मचारी...
"सर जी बेफिक्र हो जाईये काम पूरा होयेगा
आपको तो शिकायत का एक मौका न मिलेगा
जो जो कहोगे आप सब वो हो जावेगा
आप कहो तो घरेलू काम,वो भी हो जावेगा"
बॉस
" यह सब तो ठीक है पर मैं हूँ काफी कड़क
आप तो जानो overtime आदि नही देता फटक
नॉर्मल टेम मे काम करो और फिर घर जाने का
फालतू वक़्त मेरा या अपना नहीं खाने का
कोई पॉलिटिक्स नही मांगता बस मुझे यहाँ पे
काम करो बस और फुट जाओ अपने अपने घर को"
(बॉस की सेवा निवृत्ती के बाद )
कर्मचारी..
" अच्छा हुआ यह बॉस तो हुआ रिटायर
वाट लगाई सबकी किया किसी को फायर
अरे रेणु तुझको तो कित्ते मीमो देता था
शॉर्ट छुट्टी मांगी तो हमेशा मना कर देता था
और राम लाल आपकी तो रिपोर्ट ही खराब करी थी
प्रोमोशन रोकी आपकी कोर्ट ने फिर दिलवाई थी
ऐसे बॉस से राम बचाये भाई बहनो सबको
मेरी तो तौबा है ऐसे वैसे बॉस से अब तो "