Spouses and Greed in Hindi Detective stories by Abhishek Chaturvedi books and stories PDF | पति-पत्नी और लालच

Featured Books
  • तुझी माझी रेशीमगाठ..... भाग 2

    रुद्र अणि श्रेयाचच लग्न झालं होत.... लग्नाला आलेल्या सर्व पा...

  • नियती - भाग 34

    भाग 34बाबाराव....."हे आईचं मंगळसूत्र आहे... तिची फार पूर्वीप...

  • एक अनोखी भेट

     नात्यात भेट होण गरजेच आहे हे मला त्या वेळी समजल.भेटुन बोलता...

  • बांडगूळ

    बांडगूळ                गडमठ पंचक्रोशी शिक्षण प्रसारण मंडळाची...

  • जर ती असती - 2

    स्वरा समारला खूप संजवण्याचं प्रयत्न करत होती, पण समर ला काही...

Categories
Share

पति-पत्नी और लालच

पति-पत्नी और लालच (उपन्यास)

 भाग 1: परिचय

शहर के एक कोने में, एक आलीशान घर था। उस घर में एक डॉक्टर और उसका बेरोजगार पति साथ रहते थे। बाहर से देखने पर उनका जीवन सामान्य और खुशहाल लगता था, लेकिन भीतर की सच्चाई कुछ और ही थी। 

डॉक्टर, जिसका नाम डॉ. प्रिया था, अपने पति रवि के साथ रहती थी। रवि एक समय पर एक सफल इंजीनियर था, लेकिन एक दुर्घटना के बाद उसकी नौकरी चली गई और वह बेरोजगार हो गया। प्रिया एक प्रतिष्ठित अस्पताल में काम करती थी और अपने करियर में ऊंचाईयों पर थी। लेकिन उनके बीच की खाई बढ़ती जा रही थी। 

 भाग 2: तनाव की शुरुआत

प्रिया का रवि के प्रति व्यवहार बदलने लगा। वह अब पहले की तरह प्यार नहीं दिखाती थी। छोटी-छोटी बातों पर वह झगड़ा करने लगी। रवि को यह समझ नहीं आ रहा था कि अचानक से प्रिया का यह रवैया क्यों बदल गया है। वह अब घर में देर से आती, झूठे बहाने बनाती और अक्सर रवि को ताने देती कि वह बेरोजगार है। 

रवि ने महसूस किया कि प्रिया उससे कुछ छुपा रही है। वह उसे शक की नजरों से देखने लगा। लेकिन उसके पास कोई ठोस सबूत नहीं था। 

भाग 3: रहस्य गहराता है

एक दिन, रवि ने प्रिया के मोबाइल पर एक अनजान नंबर से आई कॉल को देखा। जब उसने प्रिया से इसके बारे में पूछा, तो वह गुस्से में आ गई और कहने लगी कि वह उस पर भरोसा नहीं करता। लेकिन रवि के शक को और बल मिला। 

उसी रात, जब प्रिया सो रही थी, रवि ने उसका फोन चुपचाप देखा। उसे वहां कई संदिग्ध मैसेज मिले, जो किसी अनजान आदमी के साथ थे। रवि के होश उड़ गए। वह समझ गया कि प्रिया का किसी और के साथ अफेयर चल रहा है। 

 भाग 4: साजिश का पर्दाफाश

रवि ने प्रिया का पीछा करना शुरू कर दिया। उसने देखा कि प्रिया रोज़ अस्पताल से निकलने के बाद किसी और जगह जाती है, जहाँ वह एक आदमी से मिलती है। रवि ने उनकी बातें सुनने की कोशिश की, लेकिन कुछ स्पष्ट नहीं हो सका। 

अगले दिन, रवि ने उस आदमी की पहचान जानने की ठान ली। उसने प्रिया के ऑफिस में फोन किया और उसकी मुलाकातों की जानकारी निकाली। यह जानकर वह दंग रह गया कि वह आदमी प्रिया का नया बिजनेस पार्टनर था, लेकिन उनके बीच कुछ और भी चल रहा था। 

भाग 5: सस्पेंस का खुलासा

रवि ने एक योजना बनाई। उसने प्रिया को बिना बताए उस जगह पर कैमरे लगाए जहां वह उस आदमी से मिलती थी। कैमरे में कैद हुई तस्वीरों ने सारा रहस्य खोल दिया। प्रिया और वह आदमी मिलकर रवि को मारने की योजना बना रहे थे ताकि प्रिया उसकी बीमा राशि और घर के सारे अधिकार अपने नाम कर सके। 

रवि अब इस साजिश को रोकने का तरीका ढूंढने लगा। उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह किस पर भरोसा करे और किससे मदद मांगे। 

भाग 6: निर्णय का क्षण

रवि ने पुलिस के पास जाने का फैसला किया, लेकिन उसके पास अभी तक पुख्ता सबूत नहीं थे। उसने प्रिया को रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई। उसने प्रिया को एक जाल में फंसाने के लिए अपनी मौत की झूठी खबर फैलाई। 

प्रिया ने जैसे ही सुना कि रवि मर चुका है, उसने उस आदमी को फोन कर कहा, "अब सब कुछ हमारा है।" लेकिन यह सुनते ही पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। 

 भाग 7: अन्त शायद 

प्रिया और उसके साथी को साजिश और धोखाधड़ी के आरोप में जेल भेज दिया गया। रवि, जो अब भी जीवित था, ने नए सिरे से अपने जीवन की शुरुआत की। वह इस पूरे हादसे के बाद समझ गया कि सच्चे प्यार और भरोसे के बिना जीवन अधूरा होता है।

इस प्रकार, प्रिया की साजिश का अंत हुआ और रवि ने अपनी ज़िंदगी में एक नया अध्याय शुरू किया।


 भाग 8: नया अध्याय

रवि ने प्रिया के धोखे और षड्यंत्र से बाहर निकलने के बाद अपनी ज़िंदगी को नए सिरे से शुरू करने का फैसला किया। उसने अपनी मानसिक और शारीरिक स्थिति पर ध्यान देना शुरू किया और खुद को फिर से खड़ा करने की कोशिश की। 

रवि ने खुद को व्यस्त रखने के लिए एक नए कौशल को सीखने का फैसला किया। उसने एक डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स ज्वाइन किया और अपनी बची-खुची बचत से एक छोटा सा बिजनेस शुरू किया। धीरे-धीरे उसका बिजनेस बढ़ने लगा, और उसने खुद को फिर से आत्मनिर्भर बना लिया। 

भाग 9: पुराने रिश्तों का पुनर्मूल्यांकन

इस दौरान, रवि ने अपने पुराने दोस्तों और परिवार के साथ फिर से संपर्क बढ़ाना शुरू किया। वह अपनी परेशानियों के चलते उनसे दूर हो गया था, लेकिन अब उसने उन्हें अपनी जिंदगी में वापस लाने का फैसला किया। 

रवि के कुछ करीबी दोस्तों ने उसे समझाया कि उसे अपनी गलतियों से सीखना चाहिए और अपने भविष्य की तरफ देखना चाहिए। उन्होंने उसे प्रिया की यादों से बाहर निकलने में मदद की और उसे समझाया कि किसी के झूठ और धोखे के कारण अपनी ज़िंदगी बरबाद नहीं करनी चाहिए।

भाग 10: नया प्रेम

कुछ समय बाद, रवि की मुलाकात रिया नाम की एक महिला से हुई, जो उसकी ही तरह जीवन में कठिन दौर से गुज़र चुकी थी। रिया एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर थी और वह भी अपने अतीत के घावों से उबरने की कोशिश कर रही थी। 

रिया और रवि के बीच एक गहरी दोस्ती हो गई, और दोनों ने एक-दूसरे के दर्द को समझा। धीरे-धीरे यह दोस्ती प्यार में बदल गई। रिया का स्वभाव बिल्कुल प्रिया से अलग था—वह ईमानदार, स्नेही और समझदार थी। 

 भाग 11: एक नई शुरुआत

रवि और रिया ने मिलकर अपनी ज़िंदगी को आगे बढ़ाने का फैसला किया। दोनों ने अपने बिजनेस को एक साथ आगे बढ़ाने का निर्णय लिया और जल्द ही उनका बिजनेस बहुत सफल हो गया। 

रिया के साथ रहते हुए, रवि ने जीवन में सच्चे प्यार और समर्थन का अनुभव किया। उसने सीखा कि कठिनाइयाँ कितनी भी बड़ी क्यों न हों, अगर सही साथी और समर्थन मिले तो जीवन की राहें आसान हो जाती हैं। 

भाग 12: अंत और नई उम्मीद

रवि और रिया ने शादी कर ली और एक नए जीवन की शुरुआत की। दोनों ने अपने पुराने दर्द और कठिनाइयों को पीछे छोड़ते हुए एक खुशहाल और समर्पित जीवन का निर्माण किया। 

इस तरह, रवि ने अपनी ज़िंदगी में एक नई रोशनी को पाया और यह समझा कि जीवन में कठिनाइयाँ आती हैं, लेकिन उन्हें पार करके ही सच्ची खुशी और संतोष पाया जा सकता है। अब उसकी ज़िंदगी में न कोई झगड़ा था, न ही कोई धोखा—सिर्फ सच्चा प्यार और समर्थन।



भाग 13: संघर्ष का अंत

रिया और रवि की शादी के बाद उनका जीवन बहुत खुशहाल हो गया था, लेकिन जीवन की चुनौतियाँ कभी समाप्त नहीं होतीं। रिया और रवि ने अपने बिजनेस को और भी ऊंचाइयों पर ले जाने का सपना देखा, लेकिन इसके लिए उन्हें कई संघर्षों का सामना करना पड़ा।

बिजनेस में प्रतियोगिता बढ़ने लगी, और नए-नए प्रोजेक्ट्स में कठिनाइयाँ आने लगीं। कई बार उन्हें आर्थिक नुकसान भी हुआ, लेकिन इस बार रवि ने हार नहीं मानी। उसने रिया के साथ मिलकर हर मुश्किल का सामना किया। दोनों ने एक-दूसरे का हौसला बढ़ाया और अपनी गलतियों से सीखा।

 भाग 14: अतीत का साया

जब सब कुछ अच्छा चल रहा था, तभी एक दिन प्रिया की खबर आई। प्रिया, जो जेल में अपनी सजा काट रही थी, ने रवि से माफी मांगने की कोशिश की। उसने एक पत्र लिखा जिसमें उसने अपने किए पर पछतावा जाहिर किया और कहा कि उसने जो किया, वह गुस्से और लालच में किया। उसने रवि से एक मौका मांगा कि वह अपनी गलतियों को सुधार सके।

रवि इस पत्र को पढ़कर असमंजस में पड़ गया। उसका मन विचलित हो गया, लेकिन उसने रिया से इस बारे में खुलकर बात की। रिया ने उसे समझाया कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए अतीत को पीछे छोड़ना जरूरी होता है, और अगर वह प्रिया को माफ कर सकता है, तो उसे यह करना चाहिए ताकि वह अपने दिल में कोई बोझ न रखे।

 भाग 15: माफी और मुक्ति

रवि ने प्रिया से मिलने का फैसला किया। जेल में, उसने प्रिया से बात की और उसकी माफी को स्वीकार किया। उसने उसे बताया कि उसने अपने जीवन में आगे बढ़ने का फैसला कर लिया है, और अब उसके जीवन में सच्चे प्यार और ईमानदारी की अहमियत समझ में आई है। 

प्रिया ने रवि से वादा किया कि वह अपनी बाकी की जिंदगी में कभी भी गलत रास्ता नहीं चुनेगी और जो कुछ उसने खोया है, उसे फिर से पाने की कोशिश करेगी। इस माफी के बाद रवि ने खुद को एक तरह की मुक्ति का अनुभव किया। 

भाग 16: भविष्य की ओर

प्रिया से मिलने के बाद, रवि का दिल और भी हल्का हो गया। उसने रिया के साथ मिलकर अपने बिजनेस को और बढ़ाया और सामाजिक कार्यों में भी हिस्सा लेना शुरू किया। दोनों ने अपने अनुभवों को दूसरों के साथ साझा किया और उन लोगों की मदद की जो जीवन में संघर्ष कर रहे थे।

रिया और रवि ने एक चैरिटी फाउंडेशन की स्थापना की, जो उन लोगों की मदद करती थी जो घरेलू हिंसा, मानसिक स्वास्थ्य और बेरोजगारी जैसी समस्याओं से जूझ रहे थे। उनका फाउंडेशन तेजी से फैलने लगा और समाज में एक बदलाव लाने में सक्षम हुआ।

भाग 17: सच्ची ख़ुशी 

रिया और रवि का जीवन अब केवल उनके अपने सुख के लिए नहीं था, बल्कि उन्होंने इसे समाज की भलाई के लिए समर्पित कर दिया था। उन्होंने महसूस किया कि सच्ची खुशी दूसरों की मदद करने में और अपने अनुभवों से लोगों को प्रेरित करने में है। 

उनकी शादी और जीवन का यह नया चरण प्यार, विश्वास और समर्पण से भरा हुआ था। वे एक-दूसरे का साथ देने के लिए प्रतिबद्ध थे और हर चुनौती का सामना मिलकर करने का वादा किया था। 

भाग 18: अंत और नई शुरुआत

समय बीतता गया, और रवि और रिया ने अपने जीवन में कई और सफलताएँ हासिल कीं। उनके फाउंडेशन ने हजारों लोगों की जिंदगी बदल दी, और उनका खुद का जीवन एक प्रेरणा बन गया। 

उनकी कहानी ने यह साबित कर दिया कि जीवन में कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न आएं, अगर सच्चा प्यार, विश्वास और धैर्य हो, तो हर बाधा को पार किया जा सकता है। 

इस तरह, रवि और रिया की ज़िंदगी एक नई शुरुआत और एक नये उद्देश्य के साथ आगे बढ़ती रही। उनका जीवन एक ऐसी कहानी बन गया, जो लोगों को प्रेरित करती रही और सिखाती रही कि संघर्षों के बाद ही सच्ची जीत मिलती है।


 भाग 19: अनजाने ख़तरे 

रवि और रिया के जीवन में सब कुछ सामान्य और सुखद लग रहा था। उनके फाउंडेशन ने समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया था, और उनकी व्यक्तिगत ज़िंदगी भी खुशहाल थी। लेकिन कभी-कभी, जीवन के सबसे सुखद दौर में भी अनजाने खतरे छिपे होते हैं।

एक दिन, रवि के बिजनेस में अचानक कुछ अजीब घटनाएँ होने लगीं। उनके कुछ महत्वपूर्ण क्लाइंट्स ने बिना किसी स्पष्ट कारण के अपने प्रोजेक्ट्स को रोक दिया। इसके अलावा, उनके बैंक अकाउंट्स में भी कुछ गड़बड़ी होने लगी। 

रिया और रवि ने इस बारे में जब जांच शुरू की, तो उन्होंने पाया कि किसी ने उनके बिजनेस सिस्टम में सेंध लगाई है। यह साइबर हमला बेहद गंभीर था, और उनके सारे डेटा को खतरा हो सकता था। 

भाग 20: दुश्मन का चेहरा

जैसे-जैसे वे इस मामले की तहकीकात करने लगे, उन्हें एक चौंकाने वाली सच्चाई का पता चला। साइबर हमले के पीछे एक शातिर और होशियार हैकर था, जो सिर्फ पैसे के लिए यह सब नहीं कर रहा था। इस हैकर के पास कोई व्यक्तिगत दुश्मनी थी।

और जब रवि ने और गहराई से जांच की, तो उसे एक और भयानक सच्चाई का सामना करना पड़ा। यह हैकर कोई और नहीं, बल्कि प्रिया का पूर्व प्रेमी था, जिसने जेल से बाहर आने के बाद प्रिया से फिर से संपर्क किया था। प्रिया ने रवि से माफी मांग ली थी, लेकिन उसके पूर्व प्रेमी ने अभी तक पुरानी दुश्मनी को नहीं भुलाया था। उसने रवि और रिया के बिजनेस को बर्बाद करने की कसम खाई थी।

 भाग 21: संघर्ष की तैयारी

रवि और रिया ने तय किया कि वे इस बार बिना लड़े हार नहीं मानेंगे। उन्होंने एक साइबर सुरक्षा टीम की मदद ली और अपने बिजनेस सिस्टम को सुरक्षित किया। लेकिन यह सिर्फ एक तकनीकी लड़ाई नहीं थी; यह एक मानसिक और भावनात्मक लड़ाई भी थी।

प्रिया, जो अब पूरी तरह से बदल चुकी थी और वास्तव में अपने पुराने जीवन से बाहर आना चाहती थी, ने भी रवि और रिया की मदद करने की पेशकश की। उसने अपने पूर्व प्रेमी के खिलाफ गवाही देने का फैसला किया, ताकि उसे कानून के दायरे में लाया जा सके। 

भाग 22: निर्णायक युद्ध

रवि और रिया ने अपने बिजनेस और फाउंडेशन को बचाने के लिए सब कुछ दांव पर लगा दिया। उन्होंने अपने सभी संसाधनों का उपयोग करते हुए हैकर को पकड़ने की कोशिश की। 

इस दौरान, प्रिया ने अपने पूर्व प्रेमी को फंसाने के लिए एक योजना बनाई। उसने एक नकली योजना तैयार की और उसे यह विश्वास दिलाया कि वह अभी भी उसके साथ है। उसने उसे अपने जाल में फंसाने के लिए एक मीटिंग सेट की। 

जब हैकर मीटिंग के लिए पहुंचा, तो पुलिस ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। उसके पास से कई ऐसे सबूत मिले, जो उसे जेल में भेजने के लिए काफी थे। इस तरह, रवि और रिया ने अपने सबसे बड़े दुश्मन को मात दे दी। 

भाग 23: जीत और नई शुरुआत

इस घटना के बाद, रवि और रिया ने अपने बिजनेस को फिर से स्थिर किया। यह एक कठिन संघर्ष था, लेकिन उन्होंने एक बार फिर से यह साबित किया कि वे किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं। 

प्रिया, जिसने रवि और रिया की मदद की थी, अब पूरी तरह से बदल चुकी थी। उसने अपनी बाकी की जिंदगी को सही दिशा में जीने का फैसला किया और समाज की भलाई के लिए काम करना शुरू किया।

भाग 24: एक नई सुबह

रवि और रिया ने महसूस किया कि जीवन में जितनी भी मुश्किलें आएं, वे उनका सामना एक साथ कर सकते हैं। उनके रिश्ते में अब और भी मजबूती आ गई थी। 

उन्होंने अपने फाउंडेशन को और भी विस्तार देने का फैसला किया, ताकि वे ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद कर सकें। 

इस संघर्ष के बाद, दोनों ने एक शांत और खुशहाल जीवन बिताने का निर्णय लिया। उनके जीवन में अब कोई डर नहीं था, केवल एक नई सुबह का इंतजार था—एक ऐसी सुबह, जो उनके लिए और भी उज्जवल भविष्य की ओर ले जाएगी। 

इस तरह, रवि और रिया ने अपनी जिंदगी में फिर से एक नई शुरुआत की, लेकिन इस बार वे पहले से भी अधिक मजबूत, समझदार और सशक्त थे। उनका प्यार और विश्वास अब और भी गहरा हो गया था, और उन्होंने यह साबित कर दिया कि सच्चा प्यार हर मुश्किल का सामना कर सकता है।