आभा ने कहा अरे तुझे कैसे पता?
राज ने कहा अरे मां आप भी ना।उस दिन घर आएं थें तो याद रहेगा ना।।
फिर सब बेमन से खाना खाने के बाद उठ गए।
हिना के जाने के बाद घर का माहौल बहुत ही खराब हो गया था।
मिनल का रोज फोन आता और वो पुछती रहती थी।
फिर एक दिन आभा हिना के घर फोन करती है।
आशा ने कहा अरे बड़े दिनों के बाद कैसे याद किया?
आभा ने कहा अरे हिना के जाने के बाद कुछ अच्छा नहीं लगता है
एक हफ्ते बोल कर गई और एक महीने हो गए।
आशा ने कहा अरे जीनत के साथ गई है।
यहां तो आई नहीं और ना आएगी।
आभा एक दम से चौंक गई ।
कुछ देर बाद जब राज आया तो मां को रोता देख बोला यह क्या मां?किस के लिए रो रही हो?
वो तो बहुत ही सेलफिश लड़की है?
देखा,ना झूठ बोल कर कैसे चली गई।
आभा ने कहा मुझे कुछ नहीं पता जाकर ले आ उसे।।
राज ने मन में बोला किस हक से लेकर आऊं उसे? कोई हक तो नहीं है ना!
अच्छी बात है चलो कुछ खा लो
वरना बीमार पड़ जाओगे।
भाई के जाने के बाद किसी को और खोना नहीं चाहता हूं।
राज ने जैसे ही मां को उठाना चाहा, तो देखा कि वो बेहोश हो गई थी।
राज एकदम चौंक गया।
मालती को बुलाया और फिर पानी का छिड़काव करने के बाद भी जब मां नहीं उठी तो राज तुरंत सामने वाले नर्सिगहोम में एडमिट कराया।
राज ने अपने दोस्तों को बुलाया।
डाक्टर ने कुछ टेस्ट करवाने को कहा।
राज ने गुस्से में आकर बहुत बार हिना को फोन किया पर हिना फोन नही उठाई उसे लगा कि राज झगड़ा करने के लिए फोन कर रहा है।
दो दिन बाद जब हिना ने राज का voice note देखा तो हैरत में पड़ गई।
फिर तुरंत सारा voice note सुनने के बाद सारी बातें पता चली।
हिना ने आफिस से छुट्टी लेकर जीनत के साथ निकल गई।
तीन घंटे बाद वो दोनों नसिग होम पहुंच गए।
और अन्दर पहुंच कर रिसेप्शन से पता करके तीसरे माले पर पहुंच गई।
देखा तो राज अपने दोस्तों के साथ खड़ा था।
हिना ने पहले ही पुछा मम्मी जी कैसी है?
राज ने देखा और कहा मरने के लिए छोड़ कर गई थी।
क्यों आईं हो?
हिना ने कहा देवर जी यह घर नहीं है।।
कुछ देर बाद ही डाक्टर ने राज को अंदर बुलाया और कहा कि रिपोर्ट अच्छी नहीं है।
आपरेशन करना होगा।
हिना ने बाहर से सब कुछ सुन लिया।
राज बाहर आते ही हिना के ऊपर चिल्लाने लगा।
देखा तुमने क्या किया,?
जीनत ने कहा अरे राज होश में नहीं हो तुम क्या बोले जा रहे हो।
फिर राज अपने दोस्तों के साथ बाहर निकल गया।
हिना फुट फुट कर रोने लगी।
कुछ देर बाद ही राज और उसके दोस्त वापस आ गए और फिर डाक्टर ने जो पर्ची दिया वो लेकर दवा लाने चले गए।
हिना और जीनत एक जगह बैठ कर बातें करने लगी।
हिना ने कहा किस लिए मैं जिन्दा हुं।
अमित जी क्या चाहते थे आप?, मुझे बीच राह में छोड़ कर चले गए।
जीनत ने कहा अमित अगर होते भी तो क्या तुम उसे प्यार करती।?
नहीं ना, क्यों नहीं समझ रही हो ?
भगवान का इशारा।
क्रमशः