10 cursed fairies - 2 in Hindi Love Stories by Divya books and stories PDF | 10 cursed fairies - 2

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10 cursed fairies - 2

100 years later 21st century 2024

       एक बड़े से mansion के अंदर .पूरा हवेली सफेद संगमरमर से सजा हुआ था। पुरा हवेली अद्वितीय और प्राचीन सामान से सजा हुआ था। 

     यह हवेली उत्तम दर्जे की और शाही दिखती है। 

     हवेली के अंदर हॉल में 10 लड़कियां बेहोश पड़ी थीं। कुछ लड़कियां सोफे पर थीं तो कुछ लड़कियां जमीन पर। 

     अचानक से एक-एक करके सारी लड़कियां नींद से जाग जाती है। 

     सबसे पहले एक लड़की उठती है जिसके बाल रंग-बिरंगे साथ रंगो में थे। और कपडे भी7 रंग में थे. 

     यह लड़की का रंग एकदम दूध की तरह गोरा था और इस पर रंग बिरंगे कपड़े थे और रंग बिरंगे बाल तो कहर ढा रहे थे। 

     इस लड़की ने सफेद टॉप, काली जींस और ऊपर से एक रंगीन गुलाबी जैकेट पहना था। और इसके बाल पोनीटेल में बंधे हुए थे जो कि हर रंग में थे। 

     यह लड़की तो किसी परी से काम नहीं लग रही थी। ये हूर परी लगती भी क्यों नहीं रूप परी जो है। 

     रूप परी यानी की कायनात की आंखें रंगीन हैं और ऊंचाई 4.8 फीट है। 

     चल परी भी रूप परी को देखने लगती है। छल परी ब्लॉक कलर के गाउन में थी, घने काले बाल और गहरी काली आँखें। छल परी की ऊंचाई 4.3 फीट थी लेकिन आंखों में एटीट्यूड, स्वैग इनफिनिटी। 

     छल परी दूध के जितनी गोरी थी होठों पर लाल रंग की लिपस्टिक लगाई हुई थी। और उसके गोरे रंग पर काला आउटफिट मतलब कयामत था। इस वक़्त, छल परी को कोई देख लेता है, उसके प्यार में पागल हो जाता है। 

    तब भी प्रेम परी कृष्ण भी एक जाति है। 

    कृष्णा की ऊंचाई 5 फीट थी। रंग बहुत ही गोरा, हरी आंखें और रसीले होंठ, तीखी नाक, पतला फिगर। कृष्णा के बाल हरे थे और उनके बालों में मोर पंख लगे हुए थे जो उनके बालों को और भी ज्यादा आकर्षक बना रहे थे। उसके झुमके भी मोरपंख के थे। 

     कृष्णा के बदन पर एक हरे रंग का मोर पंखों से भरा हुआ पहनावा था। जिसमें वह बेहद खूबसूरत लग रही थी। 

      उन टीनो  को किसी की नीली आंखें घूर रही थीं। 

    वह तीनो देखते हैं उनकी बहन शीतल ठंडी आँखों से उन तीनो को घूर रही थी। 

      शीतल ने आसमानी नीले रंग का गाउन पहना था। उसकी आंखें नीले रंग में थी बाल भी नीले रंग में थे.होंठ बेबी pink रंग मैं. वाह भी बिना लिपस्टिक के। 

   शीतल बहुत ही ज्यादा सुन्दर थी जिसे देखकर कोई भी आकर्षित हो सके,लेकिन शीतल में अगर किसी चीज की कमी थी तो वह अपनेपन और प्यार की थी। 

सब लोग शीतल को देख ही रहे थे कि उनको एक बिल्ली की आवाज सुना देती है। 

तो सब लोग बिल्ली की तरफ देखने लगते हैं जिनके ऊपर एक रोशनी गिरती है और वह एक सुंदर सी लड़की में बदल जाती है

    ये थी बिल्ली की रानी बेला परी,जो कुत्ता देखते ही बिल्ली बन जाती है। बेला ने बहुत ही सुंदर सफेद रंग का गाउन पहना हुआ था और उसके पीठ पर दो पंख होते उड़ रही थी। 

            बेला बहुत ही ज्यादा सुन्दर थी उसकी गोरी त्वचा मुलायम रेशमी लम्बे बाल बड़े-बड़े गोल-गोल आंखें छोटी सी नाक गुलाबी होंठ। एक लाइन में बोले तो बवाल लग रही थी। 

इतने में सब लोग देखते हैं सामने टेबल पर एक मछली फड़फड़ा रही है.फड़फड़ाते हुए उसे मछली को एक पूंछ आ जाती है ऊपर इंसान का शरीर आता है पीठ में दो पंख थे और वो उड़ रही थी.

         यह थी जलपरी जलंशी। जिसे देख कर सारी परियाँ हंस रही थी कि यह चीज़ क्या है। इसको क्या बोल के बोलना तितली मछली इंसान...  

तभी तो एक मानव रूप ले लेती है। जिसमें वह बहुत ही ज्यादा सुंदर लग रही थी। भूरे बाल, पतला शरीर, सफेद रंग, गुलाबी होंठ, बैंगनी आंखें.बोले तो हुस्न की मलिका.. 

अब इन सबके सामने एक चिंगारी आकार गिरती है उसे चिंगारी से निकलती है अग्नि। 

अग्निपरी जो किसी को भी रख में बदल सकती है जो चाहे तो किसी को उनके लपेटो से निकाल भी सकती है। 

अग्नि के बाल लाल रंग में है आंखें भी लाल रंग में इसकी पतली कमर थी, इतने लाल रंग का स्कर्ट पहनना हुआ था। और हाथों में थोड़ी सी आग जल रही थी। 

      अग्नि देखने में बहुत ही ज्यादा सुन्दर थी, अप्सरा लग रही थी.. 

अब एक साथ जमीन पर दो चीजें गिरती हैं.चीजे कोई और नही दो लड़कियाँ थी जो दिखने में बिलकुल कार्बन कॉपी थी । क्योंकि ये दोनों जुड़वाँ थे

एक लड़की तकिया पकड़ के सो रही थी दूसरी लड़की उसको देख कर डर रही थी। 

सोने वाली थी सोनपरी जिसने सुनहरे रंग की फ्रॉक पहन रखी थी और बड़े ही मजे से तकिया पकड़ के सो रही थी। 

 डरी   परी ने गहरे नीले रंग की फ्रॉक पहन रखी थी और अपने हाथ अपने चेहरे पर रख कर डर रही थी सोनपरी को देख देख कर। 

        यह सारी लड़कियां एक दूसरे को बड़े ही शॉक से देख रही थी जैसे कि इनमें से कोई भी किसी को भी नहीं जानता। 

       तभी तो पानी में एक भगवान आता है और कहता है, "___तुम 10 लड़कियां परियां हो और एक दूसरी की बहाने हो। "

        यह कहकर वह पानी वाली भगवान इन लोगों को पूरी कहानी सुनाती है और कहती है की, 

   '".    तुम सबका सच्चा प्यार चुका हो तुम सबका काम है कि उसे ढूंढो उससे सच्चा प्रेम करो। और हां सच्चा प्रेम सिर्फ उसकी तरफ से नहीं तुम भी उसे सच्चा प्रेम करो। और जब तुम सब का प्रेम परवान चढ़ेगा तब तुम सब अपने प्यार को मेरे पास लाओगे बाली देने के लिए। "

       "_____सारी परियां उसे पानी वाली भगवान की बात बड़े ही ध्यान से सुन रही थी। "



     पानी वाली भगवान कहती है, "___जैसे ही तुम 10 परियां अपने प्यार की बली मुझे दोगी मैं तुम्हें श्राप मुक्त करूंगी। "

       इतना कहते ही पानी वाली गोड गायब हो जाती है। और जाते जाते 21वीं सदी की सारी जानकारी उनके दिमाग में भरकर जाती है। 

      10 लड़कियाँ एक दूसरे की तरफ देखती है और एक दूसरे से कहती है, "___हम सब उन लड़कों को जल्दी से जल्दी ढूंढेंगे और अपने श्राप से मुक्ति लेंगे।"

     10 परियों ने अपना प्यार खोजने का फैसला किया ताकि वह अपने प्यार को नदी में बहा दे सके। 

      लेकिन डरी परी डरी हुई थी और उसके पास कोई और रास्ता नहीं था। इसलिए उसने अपनी बहनों से हाथ मिला लिया। 

        अब क्या होगा? क्या परियों को उनका सच्चा प्यार मिलेगा? वे अपने सच्चे प्यार से कैसे मिलेंगे? जानने के लिए अगला अध्याय पढें। 

       आज के लिए बस इतना ही. 



                    ❣️   BYE BYE ❣️