Devil Ceo Ki Mohabbat - 46 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 46

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 46

अब आगे,

 

हॉस्टल की वॉर्डन की बात सुन कर अब जानवी खुश हो गई और जल्दी से उन से पूछने लगी, "क्या सच में आप को पता है कि मेरी अरु कहा है तो प्लीज मुझे बताओ कि मेरी अरु कहा है और वो कल सुबह से हॉस्टल वापस क्यू नही आई है..?"

 

जानवी की बात सुन कर, अब उस हॉस्टल की वॉर्डन उस से कहा, "पहले तुम शांत हो जाओ फिर ही मै तुम्हे बताऊंगी कि आराध्या कहा पर है इसलिए पहले तुम पानी पियो..!"

 

अपनी बात कह कर अब हॉस्टल की वॉर्डन ने जानवी को उस के कमरे में ले गई और उस को उस के बेड पर बिठा दिया और फिर उस को पानी की बोतल देते हुए उस से कहा, "ये लो इस को पी लो..!"

 

जानवी, हॉस्टल की वॉर्डन के हाथो पानी की बोतल ले कर पानी पीने लगी तभी उस की हॉस्टल की वॉर्डन उस को कुछ ऐसा कहा कि जिस को सुन कर जानवी के चेहरे पर खुशी और हैरानी दोनो भाव एक साथ ही नजर आने लगे..!

 

अर्जुन का विला, अर्जुन के कमरे में,

 

समीर के मुंह से अराध्या के भाग जाने वाली बात सुन कर अर्जुन अब बहुत गुस्से से अपने कमरे की तरफ जा रहा था..!

 

और अब अपने कमरे के दरवाजे को अपनी फिंगर से अनलॉक कर दिया और दरवाजा खोल कर अंदर की तरफ देखा तो उस का चेहरा बिल्कुल डार्क हो गया..!

 

क्योंकि उस ने देखा कि आराध्या अभी भी अर्जुन के किंग साइज बेड पर बैठ कर ठीक वैसे ही रो रही थी जैसे अर्जुन उस को कुछ समय पहले छोड़ कर गया था..!

 

अब अर्जुन ने अराध्या को ऐसे रोता हुआ देख कर अपने कमरे के दरवाजे से ही चिल्लाता हुआ उस से कहने लगा, "तुम अभी तक यही हो, मैने तुम से कहा था ना कि जाकर तैयार हो जाओ और क्या तुम्हे मेरी बात एक बार मे समझ में नही आती हैं क्या...!"

 

एक दम से अर्जुन का ऐसा चिल्लाना सुन कर आराध्या घबरा गई और बेड पर से उठ कर रोते हुए अब अर्जुन से कहने लगी,  "प्लीज मुझे जाने दो मुझे यहां नही...!"

 

आराध्या अपनी बात पूरी कर पाती उस से पहले ही अब अर्जुन के सबर का बांध टूट गया और अब वो, अराध्या के पास पहुंच गया और उस के बालो को अपनी मुट्ठी में कस कर पकड़ लिया..!

 

और अब आराध्या को जबरदस्ती अपने किंग साइज बेड पर से खड़ा करता हुआ और अपने दातो को पिसते हुए उस से कहने लगा, "तुम क्यू बार बार मेरे से दूर जाने की रट लगा कर बैठी हो और क्या तुम्हे एक बार मे समझ में नही आता है क्या कि मै तुम्हे अपने से दूर जाने नही देना चाहता हु..!"

 

अर्जुन ने आराध्या के बालो को इतना कस कर पकड़ा हुआ था कि जिस की वजह आराध्या को अपने सिर मे दर्द होने लगा और उसी वजह से आराध्या ने अर्जुन के हाथ को पकड़ा हुआ था..!

 

अर्जुन के हाथ को पकड़ कर अब आराध्या दर्द से कराहते हुए अर्जुन से कहने लगी, "प्लीज मुझे छोड़ दो, मुझे दर्द हो रहा है..!"

 

आराध्या के मुंह से छोड़ने की बात सुन कर, अर्जुन गुस्से से भर गया और अब वो, आराध्या के बालो पर अपनी पकड़ कसते हुए उस से कहने लगा, "तुम फिर से मुझे खुद को छोड़ने के लिए कह रही हो..!"

 

अपनी बात कह कर अब अर्जुन ने अराध्या के बालो को छोड़ दिया और फिर अराध्या के एक गाल पर एक जोर दार थपड़ जड़ दिया..!

 

और अर्जुन ने आराध्या को इतनी जोर से थपड़ मार दिया था कि आराध्या जमीन पर ही गिर गई..!

 

To be Continued......

 

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।