Devil Ceo's Sweetheart - 62 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 62

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डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 62

अब आगे,

 

जब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के मैनेजर से ये पूछा ही था कि तुम्हारे एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप की ये दोनो फीमेल एम्प्लॉय ने मेरी सबसे अच्छी दोस्त रूही के गलत व्यवहार, बेज्जती और बातामीजी क्यू करी तो अब वो एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के मैनेजर उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय को अपने गुस्से घूर रहा था..!

 

और साथ में अब उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के मैनेजर ने अपने गुस्से में उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय से कहा, "तुम्हारी इतनी हिम्मत की तुम अब हमारी इस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप में आने वाले कस्टमर लोगो के साथ गलत व्यवहार, बेज्जती और उन के साथ बातामीजी भी करो, क्या तुम दोनो को अपने कस्टमर ठीक से बात करना भी अब मुझे सिखाना पड़ेगा..!"

 

उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के मैनेजर ने जब अपनी बात कही ही थी तो वहा उस शॉप के सारे फीमेल और मेल एम्प्लॉय के साथ वहा मौजूद और बाकी के कस्टमर अब उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय को देख रहे थे जिस से उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय को ये अपनी बेज्जती की तरह ही लग रहा था..!

 

अपने उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के मैनेजर की बात सुन कर भी अब उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय मे से पहली वाली फीमेल एम्प्लॉय ने रूही की तरफ इशारा करते हुए अपने एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के मैनेजर से कहा, "पर सर, इस लड़की (रूही) को देख कर ही लगता है कि इस के कपड़े कितने लो क्लास और ओल्ड फैशन के है और साथ में इस लड़की (रूही) को देख कर आप को कहा से लगता है कि ये इस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप की सबसे खूबसूरत और सब से ज्यादा महंगी हॉट एंड सेक्सी लॉन्ग इवनिंग गाउन ड्रेस को खरीदना तो दूर इस को देखना तक अफोर्ड नही करती हैं और इस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप में खड़े होने की भी औकात नही रखती हैं..!"

 

उस पहली फीमेल एम्प्लॉय की बात सुन कर अब रूही ने अपना सिर नीचे कर लिया और उस की आंखो से अंशु बहने लगे और जब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही को ऐसे रोते हुए देखा तो उस का गुस्सा बढ़ गया..!

 

और साथ में रूही की इकलौती दोस्त खुशी के बढ़ते हुए गुस्से को देख कर उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप का मैनेजर भी डरने लगा क्योंकि आज से पहले भी खुशी ने अपने गुस्से में कुछ करा दिया था जिसे देख कर उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के मैनेजर के तो होश ही उड़ गए थे..!

 

अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने अपनी टॉप के पिछले हिस्से को थोड़ा ऊपर कर के पीछे की तरफ से अपनी लाइसेंस गन निकल लिया और उस गन को लोडेड कर के उस पहली वाली फीमेल एम्प्लॉय पर प्वाइंट कर दिया जिसे देख कर उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप में खड़ा हर एक इंसान शॉक ही रह गया..!

 

वही अपनी इकलौती दोस्त खुशी को देख कर सब से ज्यादा शॉक उस की सब से अच्छी दोस्त रूही ही हो रही थी क्योंकि उस ने आज तक अपनी ही इकलौती दोस्त खुशी का ये रूप नही देखा था वो इतना तो जानती थी कि खुशी का गुस्सा बहुत तेज है मगर वो अपने पास गन भी रखती थी और ये बाद रूही को पता नहीं थी..!

 

वही जब खुशी को अपने ऊपर गन प्वाइंट कर हुआ देख पहली वाली फीमेल एम्प्लॉय की हालत ही खराब हो रही थी और साथ में उस के मुंह से एक शब्द भी नही निकल रहा था..!

 

और उस के साथ में खड़ी दूसरी फीमेल एम्प्लॉय को लगा कि शायद खुशी के हाथ में जो गन है वो नकली या कोई खिलौना भी हो सकता हैं और ये हमे डराने के लिए ये सब कर रही है..!

 

और यही सोच कर अब वो दूसरी फीमेल एम्प्लॉय ने खुशी को लगभग धमकाते हुए उस से कहा, "देखो अपनी ये गन नीचे कर लो वरना तुम्हारे लिए ठीक नहीं होगा और फिर हम लोगो को मजबूरन इस बनारस शहर के पुलिस कमिश्नर को बुलाना पड़ेगा क्योंकि वो हमारी इस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के ऑनर के बहुत अच्छे दोस्त हैं और अब तो तुम्हे समझ में आ ही गया होगा न तो..!"

 

उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय अपनी बात पूरी कर पाती उस से पहले ही अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने अपनी लोडेड गन को उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय के साइड में रखी फ्लावर पोर्ट पर शूट कर दिया..!

 

और उस गन की आवाज सुन कर उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय अपने कान बंद करते हुए डर से उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के फर्श पर ही बैठ गई उस की हालत बहुत ज्यादा ही खराब हो चुकी थी..!

 

वही रूही की इकलौती दोस्त खुशी अब उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय के पास बैठ कर उस के नीचे झुके चेहरे को अपनी लाइसेंसी गन से ऊपर करने के बाद उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय से कहने लगी, "तुझे क्या लगा था कि ये मेरी लाइसेंसी गन कोई नकली खिलौना है जिस से मै, तुझ जैसी दो कोड़ी की एम्प्लॉय को डराऊंगी..!"

 

अपनी बात कह कर अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी हसने लगी और वही उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय की हालत अब बहुत ज्यादा खराब हो चुकी थी..!

 

और साथ में उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप में खड़े मेल और फीमेल एम्प्लॉय और बाकी के कस्टमर भी डर कर एक कोने में छुप गए थे..!

 

To be Continued......

 

हेलो रीडर्स, यह मेरी पहली नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी पहली नोवेल "डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।