Devil Ceo's Sweetheart - 60 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 60

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डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 60

अब आगे,

 

रूही को लग रहा था कि वो दूसरी फीमेल एम्प्लॉय उस को चाटा मारने वाली है पर जब कुछ देर बाद जब उस को लगा कि उस को तो कुछ हुआ ही नही तो अब उस ने अपनी आंखे खोल कर देखा तो अब रूही हैरान ही रह गई क्योंकि उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय ने तो रूही को सच में चाटा मारने के लिए ही अपना हाथ उस की तरफ उठाया था..!

 

मगर जब वो दूसरी फीमेल एम्प्लॉय रूही को मारने ही वाली थी तो वहा रूही की इकलौती दोस्त खुशी आ गई और उस ने उस फीमेल एम्प्लॉय का हाथ पकड़ लिया और साथ में अब खुशी उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय को अपने गुस्से से लाल हो चुकी आंखो से देख रही थी..!

 

और साथ में अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने अपने गुस्से में उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय से कहा, "तेरी इतनी हिम्मत कि तू, मेरी सब से अच्छी दोस्त रूही के ऊपर हाथ उठाएगी और मैं ऐसा होने दूंगी तूने ये सोच भी केसे लिया दो कोड़ी की एम्प्लॉय, जिस की औकात बस दूसरो के सामने जी सर, हां सर करने की है..!"

 

और एक दम से ही खुशी ने उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय का हाथ को मोड़ दिया और जिस से दर्द के मारे उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय के मुंह से चीख निकल गई..!

 

और वो, खुशी से अपने हाथ को छुड़वाने की कोशिश करने लगी मगर हमारी खुशी भी कम नहीं थी वो उस ने अब उस फीमेल एम्प्लॉय के पैर पर पीछे की तरफ से मार कर उस को जमीन पर गिरा दिया..!

 

और वो दूसरी फीमेल एम्प्लॉय अपने आप को संभालने के लिए पहली वाली फीमेल एम्प्लॉय को पकड़ना चाह रही थी मगर पहली वाली फीमेल एम्प्लॉय का दूसरी वाली फीमेल एम्प्लॉय को पकड़ने के चक्कर में खुद भी गिर पड़ी..!

 

जिस से वहा उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप में खड़े बाकी मेल और फीमेल एम्प्लॉय और बाकी के कस्टमर अब उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय को फर्श पर गिरा हुआ देख कर हसने लगे..!

 

वही रूही की इकलौती दोस्त खुशी के चेहरे पर एक मुस्कान आ गई और उस को देख कर लग रहा था जैसे उस को ऐसा करने से कोई सेटिफेक्शन मिल गया हो..!

 

पर उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय को फर्श पर गिरा हुआ देख कर अब रूही की कदम अपने आप उन की तरफ बढ़ गए और वही जब उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय ने अपने पास रूही को आता हुआ देखा तो उन को लगा शायद जो बेज्जती और बातामीजी उन होने रूही की करी थी वो अब रूही भी उन दोनो के साथ वही करने वाली हो..!

 

इसलिए जब रूही अपना हाथ आगे बढ़ाया तो दोनो फीमेल एम्प्लॉय ने अपनी अपनी आंखो को बंद कर लिया पर कुछ समय बाद जब उन दोनो को लगा कि उन्हें तो कुछ हुआ ही नहीं तो अब दोनो फीमेल एम्प्लॉय ने जल्दी से अपनी आंखे खोल लिया और जैसे ही उन होने अपनी आंखे खोली तो हैरान ही रह गई..!

 

क्योंकि हमारी रूही ने उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय पर अपना हाथ उन दोनो को मारने के लिए नही बल्कि उन दोनो को फर्श पर से उठाने के लिए बढ़ाया था..!

 

जिसे देख उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय के साथ उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप में मौजूद सारे मेल और फीमेल एम्प्लॉय और बाकी के कस्टमर तो बस हैरान होकर एक टक रूही को ही देखे जा रहे थे..!

 

वही ये सब देख कर अब, रूही की इकलौती दोस्त खुशी अपना हाथ अपने सिर पर रख लिया और साथ में अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही के लिए सब के सामने कहा, "सही मे इस लड़की का कुछ नही हो सकता कोई इस की कितनी ही बेज्जती और बातामीजी कर ले मगर ये लड़की फिर भी उन की मदद के लिए आगे आ ही जायेगी..!"

 

वही रूही की इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर, उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय का सिर झुक गया कि जिस लड़की (रूही) की वो सब के सामने बेज्जती कर रहे थे और वो ही लड़की (रूही) उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय को फर्श से उठाने के लिए अपना हाथ बढ़ा रही थी..!

 

To be Continued......

 

हेलो रीडर्स, यह मेरी पहली नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी पहली नोवेल "डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।