और वहीं विराज ,,,, उसे धक्का दे,,,,जमीन पर दोबारा गिराते हुए ,,,,,,तुम मरोगी,,,,,क्योंकि मैं भी तुम्हें नहीं बचाने वाला,,,,बहुत शौक है ना तुम्हें मरने का ,,,,,तो जाओ मरो,,,,,लेकिन मुझे उम्मीद मत करना ,,,,, कि मैं तुम्हें बचाऊंगा ,,,,यह कह वह वह वहां से जाने लगता है
,, जिसे सुन अंजली की आंखों में आंसू आ जाते हैं ,,,,जिससे वह अपने नंम आंखों से ,,,,एक नजर विराज को देख,,,,दोबार शेर की तरफ देखती है ,,,
जो कि वह अपने कदम उसी की तरफ बढ़ा रहा था ,,,, जिसे देख ,,,,,अंजलि की सांस रुक से गई थी,,,,,की वह शेर ,,अंजली के बिल्कुल नजदीक का जाता है,,,,और फिर वह दहाड़ते हुए ,,,,, और फिर,,,वह शेर दहाड़ते हुए, , ,,अंजलि के बिल्कुल करीब पहुंच जाता है
शेर को अपने इतने पास देख अंजली, की तो ,, जैसे सांस ही रुक गई थी
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अब आगे_________
और उसकी आंखों से आंसू बहने लगते हैं कि अब वह जिंदा नहीं बचेगी उसके सामने खड़ा हुआ शेर उसे खा जाएगा
और किसी को पता भी नहीं चलेगा ,,,,यहां तक उसे उसकी हड्डियां भी किसी को नहीं मिलेगी,,,,यह सोच ,,,वह अपनी आंखों से,,,यमुना गंगा बहाते हुए ,,,,अपनी आंखें बंद कर देती है,,,,,,क्योंकि वह जान गई थी ,,,,,,कि अब उसे कोई नहीं बचाने वाला ,,,,,,अब उसके सामने सिर्फ और सिर्फ मौत है,,,,,,लेकिन अंजलि फिर भी अपनी आखिरी हिम्मत जुटा,,,,वहां जल्दी से जमीन से उठ ,,, दौडते हुए ,,,,विराज की बिल्कुल सामने खड़ी हो जाती है ,,,,और बगैर विराट को कोई मौका दिए,,,,उसके सीने से तक ,,,,उसे टाइट से पकड़ देती है,,
और वही विराज जो गुस्से से अपनी कदम विला की तरफ बढ़ाया जा रहा था ,,,,,यूं अचानक अंजलि के गले लगने से,,,,,विराज की आंखें छोटी हो जाती है ,,,और फिर वह एक तक अंजलि को घूरने लगता है ,,,
और वही अंजलि अपनी पूरी पकड़ विराज की कमर पर कसते हुए, ,,,नहीं नहीं छोडूंगी मैं तुम्हें,,,,तुम मुझे यहां उठा कर आए हो,,,,,तुम्हारा फर्ज बनता है,,,मेरी जान बचाने को ,,,,मैं मैं नहीं छोडूंगी तुम्हें,,,,,यह कहते हुए असलियत अपने सर विराज के सीने पर रख ,,,,अपनी आंखें बंद कर लेती है,,,
और वही विराज अंजलि की बात सुन ,,,,उसके होठों पर मुस्कुराहट आ जाती है ,,,,,और फिर विराज अंजलि को इस तरह अपनी गोद मि,,,ले अपनी कदम वीला की तरफ बढ़ा देता है,,,,,और वही अंजलि विराज को,,,उसे गोद में लेने से ,,,,वह अपना हाथ विराज के गले में डाल ,,,उसे टाइट से पकड़ लेती,,,
अंजलि इस वक्त डर से कांप रही थी,,,,,जिससे अंजलि विराज के गोद में से ही ,,,,विराज के पीछे देखने की कोशिश कर रही थी,,,,लेकिन वह पीछे नहीं देख पा रहे थे,,,,,जिससे उसे काफी बेचैन भी हो रही थी ,,,,
कि आखिर में वह शेर गया तो गया कहां,,,,अब तक तो उसे हमला कर देना चाहिए था,,,,,लेकिन उसने उसे कुछ कहा क्यों नहीं ,,,,,यह सोचते हुए वह,,,,विला तक पहुंच जाते हैं ,,,,,कि तभी अंजलि को विराज की आवाज आती है ,,,,जो अपनी गांड की तरफ देखते हुए ,,,,,,जो अभी के अभी जोओ,,,,,और 🦁 शेरु को उसके जगह पहुंचाओ ,,,,,यहां कहे वह अंजली को ले,,,, विला के अंदर चला जाता है,,,,
,,,कि तब जाकर उसकी नजर अपने पीछे किसी पालतू जानवर की तरह बैठे शेर पर जाती है,,,,,,जिसे देख अंजलि की आंखें छोटी हो जाती है ,,,,और फिर वह एक तक विराज की तरफ देखने लगती है,,,,,और फिर अपने आप से,,,,,क्या इसने शेर पाला है ,,,,क्या यह इसका पेट है,,,वह इस वक्त काफी हैरान थी,,,,,क्योंकि उसने कभी नहीं सोचा था ,,,,,,कि कोई इंसान शेर भी पाल सकता है,,,,,क्योंकि उसने हमेशा लोगों को कुत्ता बिल्ली चूहा खरगोश,,,और कई पालतू जानवर पालते हुए देखा है ,,,लेकिन शेर नहीं ,,,
तब तक विराट अंजलि को ले कमरे में पहुंच जाता है ,,,,,और उसे बेड पर पटक गुस्से से अंजलि को घूरते हुए,,,,,अब तो तुम जान के ना ,,,,,की शेरु कौन है ,,,,तब तो अब तुम अपने दिमाग से यह ख्याल छोड़ दो ,,,,,कि तुम यहां से चली जाओगी,,,,,
जिसे सुन,,, अंजलि रोने लगती है ,,,,,और फिर वहां बेड पर बैठे हुए ही,,,,विराज की तरफ देखते हुए क्यों आखिर क्यों तुम ऐसा कर रहे हो,,,,,मेरी क्या गलती है ,,,,,,तुम आखिर में चाहते क्या हो,,,,,हमसे ,,,,
क्यों क्यों हमें जाने नहीं दे रहे हैं,,,मुझे अपने घर जाना है,,,,,सब मेरा इंतजार कर रहे होंगे ,,,,मेरे पापा मां और भाई वह तुम्हें छोड़ेंगे नहीं इसलिए मुझे जाने दो
,,,,,,देखो मैं तुम्हारा क्या बिगाड़ा है,,,,,तुम मुझे यहां क्यों कैद करके रख रहे हो,,,,,
देखो तुम मुझे अच्छे इंसान लगते हो,,,,,अगर तुम मुझे ऐसे यहां जबरदस्ती रखोगे ,,,,,तो तुम्हें सब लोग किडनैपर सोचेंगे ना, और तुम पर केस हो जाएगा,,,,क्या तुम चाहते हो कि तुम जेल जोओ,,,,,
आब तो बस अंजलि का इतना ही कहना था,,,,कि विराट का गुस्सा अंजलि पर फट पड़ता है ,,,,जिससे विराज गुस्से से अपने कदम अंजलि की तरह बढ़ने लगता है,,,
क्योंकि विराट को इस शब्द से भी नफरत थी,,,क्योंकि उसने कम उम्र में ही जेल का चेहरा जो देख लिया था ,,,,वह भी बगैर किसी जुल्म के,,,,
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और वहीं दूसरी तरफ विधि कॉलेज में बैठी यार मुझे नहीं समझा था , , की प्यार में लोग घूमने जाते हैं ,,,,कैफेटेरिया जाते हैं ,,,,फिल्म देखने जाते हैं,,,,,लेकिन ऐसा कुछ नहीं है,,,,विराज तो मुझसे कहता है कि प्यार का यह मतलब नहीं होता है ,,,,,क्या तुम सब बताओ यार,,,,की प्यार का मतलब क्या होता है ,,,,यार मुझे क्या पता ,, जो मुझसे पूछ रही है,,,
जिसे सुन विधि चिढ़ते हुए ,,,,तू ही बताओ फिर मैं क्या करूं ,,,, उनको कैसे यकीन दिलाओ ,,,,कि मैं उससे प्यार करने लगी हूं,,,,सच में मैं उसे बहुत प्यार करती हूं,,,,मैं सच में उसके साथ घूमना चाहती हूं ,,,मूवी देखना चाहती हूं,,,,लेकिन वह तो मेरी सुनता ही नहीं है
जिसे सुन वह लड़की ,,,,क्या तूने कभी विवेक को किस किया है,,,,
जिसे सुन विधि नहीं ,,,,अभी तक मैंने उसे एक बार भी किस नहीं किया,,,
जिसे सुन वह लड़की क्या तूने अब तो किस ही नहीं किया ,,,,,तूने सच में उसे अब तक किस,,, नहीं किया तो तू कहां उसे प्यार करती है,,,,,प्यार का सबसे पहला स्टेप ,,,,उसे किस करना ,,,,,अगर तूने उसे किस कर लिया ,,,,,,तभी तो उसे पता चलेगा ,,,,,कि तू उससे प्यार करती है,,,,,
क्या सच में अगर मैं मेरा विवेक को किस कर लूंगी ,,,,तो उसे पता चलेगा,,,,कि मैं उससे प्यार करती हूं,,,,
और क्या पागल लड़की ,,,,,क्योंकि जो इंसान प्यार करते हैं ,,,,,वही तो किस करते हैं,,,,,तुझे इतना भी नहीं पता ,,,,,विधि कंफ्यूज होते हुए,,,,,,सच्ची पर मुझे नहीं पता था ,,,,,और फिर चाहकते हुए ,,,,,खुश हो तो ठीक है,,,,,मैं आज विवेक को किस करूंगी,,,,यह कह ,,, विधी,,, अब अपना बैग पकड़ खुश होते हुए,,,,वहां से निकलने लगती है,,,,कि तभी पीछे से ,,,,अरे विधि आज के पूरे लेक्चर तो लगने जा,,,,
जिससे विधि ,,,,,,नहीं आज तो मुझे अपने प्यार का मिशन पूरा करना है ,,,,फिर कल पूरे लकचर लगाऊंगी ओके बाय ,,,,,यह कह विधि ,,,वहां से दौड़ते हुए चली जाती है
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आज के लिए बस इतना और देखते हैं कि कल क्या होने वाला है क्या विधि सच में किस करेगी विवेक और विवेक का क्या रिएक्शन होगा जाने के लिए पढ़ते रह मेरी यह कहानी और जाते-जाते प्लीज लाइक कमेंट और शेयर जरूर करें अगर आप सबको यह नॉवेल अच्छी लगे तो