You Are My Choice - 9 in Hindi Short Stories by Butterfly books and stories PDF | You Are My Choice - 9

Featured Books
Categories
Share

You Are My Choice - 9

काव्या को हॉस्पिटल में एडमिट कर दिया गया था। एक्सीडेंट से तकरीबन आधे घंटे से भी ज्यादा टाइम बीत गया था।


हॉस्पिटल के ओरेशन थिएटर में जय एंटर हुआ। काव्या के चेहरे पर भी इतना खून था की दो बार मिलने के बाद भी जय उसे पहचान नहीं पाया था। ऑपरेशन 4 घंटे जितना लंबा चला था। 5 से 6 डॉक्टर्स अंदर थे। हर्षवर्धन भी अपनी बेटी के एक्सीडेंट के बारे सुनके हॉस्पिटल आ गए थे। दानिश उनके साथ O.T के बाहर ही खड़ा था। आकाश और रोनित भी फ्लाइट में बैठ चुके थे। 

ऑपरेशन खतम होते ही सबसे पहले जय बाहर निकला। उसने एसिस्ट कर रहे डॉक्टर्स को बाकी माइनर injuries को ट्रीट करने को बोला, और बाहर निकल गया। जैसे ही वो बाहर आया दानिश ने काव्या के बारे में पूछा। जय को पेशेंट की डिटेल्स पता नही थी। दानिश के पूछने पर उसने पहले पेशेंट का नाम अपने पास में खड़ी नर्स से पूछा। उसकी बात का तुरंत जवाब देते हुए दानिश बोला, "काव्या सेहगल"। जय को अचानक ही लगा जैसे यह वही काव्या सेहगल है जिससे वो पिछले दो बार मिल चुका है। उसने हिचकिचाते हुए पूछा, "क्या यह CEO..."

"CEO of Aurora tech. Ms. Kavya Harshvardhan Sehghal." उसकी बात को बीच में काटते हुए दानिश बोला।

उसकी बात सुनते ही जय फिर से O.T की तरफ जाने लगा पर उसे याद आया की वापिस जाने के लिए उसे फिर से प्रोटेक्शन के लिए kit पहेंननी पड़ेगी। उसके कदम खुद ही रुक गए। काव्या की चोट गहरी थी। बार बार पेशेंट को disturb करना अच्छा नहीं होगा।

"Is there any problem Doctor?" दानिश ने घबराते हुए कहा।

"The operation is successful but injuries गहरी है। We have to keep her under our observation. और उनकी डायट का भी अच्छे से खयाल रखना पड़ेगा। बाकी की डिटेल्स आपको Dr. अरोरा बता देंगे।"

"कितना टाइम लगेगा मेरी बेटी को ठीक होने में?" पास खड़े हर्षवर्धन ने अपनी बैचेनी और डर पे काबू पाते हुए पूछा, "अंकल, अगर तीन – चार दिन में होश आ गया तो अच्छी बात है, अगर ज्यादा टाइम हुआ तो क्रिटिकल हो सकता है। बट don't worry, हमारे होस्पिटल का स्टाफ बहुत ही careful है।"

"अभी हमारे पास बेस्ट nutristionist अवेलेबल है। में personally उन्हे Ms. Sehghal को अटेंड करने के लिए। I'll take a leave now."

"Thanks you doctor." दानिश ने जाते हुए जय से कहा।

------- 


सुबह के 5 बजे तक आकाश और रोनित दोनो ही हॉस्पिटल आ चुके थे। सबके चेहरे पर उदासी साफ दिख रही थी मानो जैसे किसीने सबसे उनकी खुशी की वजह छीन ली हो। आकाश सुबह हर्षवर्धन को घर छोड़ने के लिए चला गया था। 

सुबह को 8 बजे के आसपास डॉ. जय अपने साथ डॉ. श्रेया को लेके ICU में आए। दोनो जब ICU se बाहर आए तो आकाश को ICU ke बाहर खड़ा देख चौक गए थे। आकाश दानिश के पास खड़ा अपने फोन मे कुछ टाइप कर रहा था। जिस तरह से वो खड़ा था बहुत अट्रैक्टिव लग रहा था। श्रेया बस useh देखती ही रह गई थी। दोनों डाक्टर को देखके दानिश ने कहा, "आकाश सर, काव्या ma'am की सर्जरी Dr. राजशेखर ने की है। आकाशने तुरंत अपने फोन को ऑफ करके सामने की तरफ देखा। आकाश का चेहरा साफ साफ जाहिर कर रहा था की वो जितना shocked था उतना ही गुस्सा। दानिश समझ नही पा रहा था की आकाश इतने गुस्से में क्यू था। आकाश जय को देख रहा था और फिर श्रेया को देख रहा था। जय और आकाश एखदुसरे को इस नजर से देख रहे थे जैसे पुराने जन्म की दुश्मनी हो डोनोंके बीच।

दानिश कुछ समझ नहीं पा रहा था और शायद समझना भी नहि चाहता था। उसने जय से कहा, "Dr. Rajshekhar, meet Mr. Aakash Taneja. यह काव्या ma'am के दोस्त है।" उसने आकाश से बात करते हुए कहा, "सर, यह सर्जन है जिन्होंने माम की सर्जरी करी थी कल।" उसने श्रेया की तरफ देखते हुए कहा, "she must be the nutritionist you were talking about." 

उसकी बात सुनकर जय ने श्रेया से कहा, "अगर तुम बिजी हो तो, में दूसरे डॉक्टर अपॉइंट कर लूंगा।"

"नही उसकी जरूरत नहीं है। I'm fine. इसी बहाने तुम्हारे घर पे रह लूंगी।" श्रेया ने जाते हुए कहा और वहा से चली गई।

आकाश चुपचाप वहा खड़े होकर दोनो को जाते हुए देख रहा था। उसकी आंखो में मायूसी साफ साफ दिख रही थी।

Continues in next episode.....