Haivaniyat - 1 in Hindi Short Stories by aruhi books and stories PDF | हैवानियत - 1

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हैवानियत - 1

एक लड़की जो बहुत ज्यादा खूबसूरत है,,,इस वक्त वह शादी के जोड़े में थी ,,,,,,और कार में बैठी हुई थी ,,,,,जिससे वह लड़की अपनी घुघट को उठा,,सर पर रख देती है,,,,,,और फिर अपने पलकों को उठाते हुए ,,,,,अपने सामने बैठे ,,,,उस लड़के की तरफ देखते हुए,,,,,,विराज मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं,,, 

इसीलिए तो मैं तुम्हारे लिए अपने घर वालों को छोड़ आई ,,,,मैं तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकती हूं,,,,कुछ भीह,,,,,आई लव यू विराज ,,,,,,मैं जिंदगी भर तुम्हारे साथ रहना चाहती, हूं,,,,,,तुम्हारी आंखों में देखकर इस दुनिया को जितना  चाहती हैं,, 

जिसे सुन विराज मुस्कुराते हुए ,,,,,वह भी टीना की आंखों में देखते हुए,,,,,,तभी तो तुझे शादी की पगली,,,,,मैं भी तुमसे बहुत प्यार करता हूं,,,,,इसलिए तो तुझे आज शादी कर लिए ,,,,तुझे अपना बना लिया है ,,,,,यह कहते हुए ,,,,

वह कुछ देर में,,, वह कार एक घर के बाहर आ रूकती है,,,,,जिससे वह विराज कार से बाहर निकल ,,,,,दूसरी तरफ का दरवाजा खोलता है,,,,,जिसमें से तीना भी बाहर निकलती है,,,,,और  अपने सामने बने उस घर को देख,,,,  उसके मन में एक अजीब सा डर और बेचैनी सी होने लगती है ,,,,,,

जिससे उसे घबराहट होने लगी थी,,,,,जिसे देख टीना,, एक दम से विराज की तरफ देखते हुए,,,,, विराज,,,हम यहां रहेंगे 
,,,,जिसे सुन विराज एकदम से तीना के सामने,,,,,उसकी आंखों में देखते हुए,,,,,क्योंकि मैं अपने घर वालों को नहीं बताया है ,,,,

और जब तक नहीं बताया,,,,,तब तक तुम्हें मेरे साथ इस घर में ही रहना होगा ,,,,,समझ रही हो ना ,,,,,,मौका मिलते ही मैं अपने घर वालों को तुम्हारे बारे में बता दूंगा,,,,, 

जिसे सुनते ही ना चाहते हुए मुस्कुरा देती है,,,,और फिर विराट के तरफ देखते हुए ,,,,,अपने सर हा मे हिला देती है,,,,,,,,जिसे देख विराज टीना को,,,अपनी गोद में लिए ,,,,उस खंडहर जैसे दिखने वाले,,,घर के अंदर चला जाता है ,,,,,वह जैसे-जैसे खंडहर के अंदर जा रहा था ,,,,,उसकी मुस्कुराहट बढ़ती जा रही थी

शाम का टाइम टीना कैमरे के अंदर बैठी थी,,,,,वह कमड़ा बिल्कुल किसी दुल्हन की तरह सजाया गया था,,,,,,,की तभी विराट कमरे के अंदर आता है ,,,,,,,और दरवाजा बंद कर अपने कदम टीना की तरफ बढ़ा देता है ,,,,,और टीना के पास जो एकदम से तीना का घूंघट उठा,,,,,,,अपना चेहरा टीना के चेहरे के करीब ले जाने लगता है ,,,,,कि एकदम से तीना,,अपने हाथों को विराज के होठों पर रख ,,,,,,,अपने पलके उठा विराज की तरफ देखते हुए,,,,,,,विराज नहीं जब तक आपकी मॉम डैड को नहीं पता चल जाता,,,,हम कुछ भी नहीं करेंगे ,,,

उसको इतना ही कहना था कि विराट की आंखों में गुस्सा उतर आता है ,,,,,,जिससे विराज एकदम से बैड से उत्तर ,,,,,तुम चाहती क्या हो ,,,,,,अभी मैं तुम्हारे करीब नहीं आ सकता ,,,,,मैं पहले भी तुम्हारे करीब आता तो हमेशा रोक देती थी,,,,,,,,,यह कहकर कि पहले शादी ,,,,,,अब तो शादी भी कर ली ,,,,,,,तब भी ,,,नहीं बना,,, ठीक है नहीं ,,,,आऊंगा,,,,यह कह वह वहां से जाने लगता है ,,, 

की एकदम से तीना विराट का हाथ पकड़ लेती है,,,,,और फिर वह बेड से उधर झाड़ से विराट को अपने गले लगाते हुए ,,,,,,नहीं विराज प्लीज गुस्सा मत हो पर मेरी बात समझो तो सही
नहीं समझना मुझे ,,,,,,यह कह वह तीना का हाथ झटक देता है,,,,जिससे तीना दोबारा विराज को अपनी गले से लगा,,,,,,ठीक है लेकिन सिर्फ आज की रात,,,,,उसके बाद जब तक आप अपनी मॉम डैड को,,,,,,उसका इतना ही कहना था,,,,,,कि एकदम से विराज टीना के होठों पर होठों पर,,,उसे किस करने लगता है

और फिर विराज इस तरह किस करते हुए ,,,,,एकदम से तीना को बेड की तरफ धक्का दे,,,,,,उसके ऊपर आ जाता है,,,,,आब तो विराट धीरे-धीरे जैसे चेंज होने लगा था ,,,,,उसकी वहां से किस के साथ ,,बाइट करने लगा था ,,,,,वह किसी हवनो की तरह पेश आने लगा था ,,, 

जिससे तीना बर्दाश्त करते की,,कोशिश करते हुए ,,,,वाह गड्ढे को टाइट से पकड़ लेती है,,,,,,और फिर भी अपनी पूरी जान लगा,,,,,,विराज प्लीज थोड़ा आराम से ,,,,,,मुझे दर्द हो रहा है
लेकिन विराज ,,,बगैर उसकी बातों की परवाह कीए ,,उसकी बातों को अंनसूना कर,,,,,वह अपना काम करता रहा ,,

और एक पल आया जब एक आखरी चीक के साथ ,, टीना की आंखें धीरे-धीरे बंद होने लगी थी,,,,,और वह बेहोश हो गई थी
,,,,,,लेकिन विराज तब भी नहीं रुकता ,,,,,,और जब तक खुद को सर्टिफाइड नहीं कर लेता ,,,,,,,वह तब तक तीना के साथ दुष्कर्म करता जा रहा
और सुबह के 5:30 जाकर विराज रुकता है ,,,,,और फिर एक नजर तीना को देख,,,,,मुस्कुराते हुए बेवकूफ कहीं की,,,,,,यह कहे वह अपने कदम,,,वोशरुम की तरफ बढ़ा देता है ,,,,,,और लगभग 20 मिनट बाद फ्रेश हो,,,,वह कमरे से बाहर निकल जाता है 

और कमरे के बाहर बरांडे में,,,,,उसके दोस्त बैठे हुए थे ,,,,,,जिन्हें देख विराज उनके पास चला जाता है और फिर उन्हीं के बगल में बैठ हंसते हुए ,,,,,,,अरे तुम सब इतनी जल्दी आ गए ,,,,,कल तक का तो वेट कर लेते,,, 

जिसे सुन उन तीन लड़कों में से एक अरे विराट हमसे सब्र नहीं हुआ,,,,,क्या मस्त माल था ,,,,,उसकी तस्वीर इतनी मस्त था,,,,,, तो सोच हकीकत में क्या होगी ,,,,,,जिसे देखने के लिए हमसे अब सबर नहीं हुआ ,,,,,इसलिए हम आ गए ,,,तो पता कहां है वह इस वक्त

जिसे सुन विराज अभी सो रही है ,,,,,कल कल के लिए इंतजार करो
जिसे सून तीनों में से वही लड़का है ऐसे कैसे कल का इंतजार करें ,,,,,हम पार्टनर हैं उसे हिसाब से तो,,,,,,,,हमें भी चखने का पूरा मौका मिलना चाहिए 
जिसे सुन वह बाकी दो लड़के भी,,,,,विराज की तरफ देखते हुए,,,,,,हां विराज,,,,तो मेरे साथ ऐसा नहीं कर सकता ,,,हम पार्टनर हैं,,,,,इस हिसाब से हमें भी मौका मिलना चाहिए ,,,,,,जिससे sunn विराज अच्छा ,,,,बस 

जिसे जो करना है करो मैं नहीं रोकूंगा
जिसे सुनते ही उनमें से एक लड़का,,,,, पहले मैं जाऊंगा,,,,,यह कह,,,,,,वह लड़का अपने कदम,,,,टीना के कमरे की तरफ बढ़ा देता है,,, 
तो क्या होगा टीना के साथ, ,,,,,,क्या टीना इन तीनों लोगों से बच पाएगी ,,,,या फिर फस जाएगी इन तीनों के घिलौने से जाल में