सिया और रोहन की कहानी उस समय शुरू होती है जब वे पहली बार कॉलेज के कैंपस में मिलते हैं। सिया एक खुशमिजाज और होशियार लड़की थी, जिसे हर कोई पसंद करता था। उसकी हंसी में जैसे जादू था, जो हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर लेता था। दूसरी ओर, रोहन एक शांत और गंभीर स्वभाव का लड़का था, जिसे किताबों और संगीत का बहुत शौक था।
पहली बार दोनों की मुलाकात कॉलेज की लाइब्रेरी में हुई थी। सिया को अपनी किसी असाइनमेंट के लिए एक किताब चाहिए थी, जो रोहन पहले से ही पढ़ रहा था। सिया ने थोड़ी झिझक के साथ रोहन से किताब मांगी और रोहन ने बिना किसी सवाल के उसे किताब दे दी। इस छोटी सी मुलाकात ने सिया के दिल में रोहन के लिए एक खास जगह बना दी।
धीरे-धीरे दोनों की मुलाकातें बढ़ने लगीं। सिया की हंसी और उसकी बातें रोहन के लिए जैसे किसी जादू से कम नहीं थीं। रोहन भी सिया की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहता था। सिया को भी रोहन का शांत और समझदार स्वभाव बहुत पसंद आने लगा। उन्होंने एक-दूसरे के साथ समय बिताना शुरू कर दिया, और दोस्ती गहरी होती गई।
एक दिन, कॉलेज के फेस्टिवल में दोनों ने साथ मिलकर परफॉर्म करने का निर्णय लिया। सिया ने गाना गाया और रोहन ने गिटार बजाया। उनकी जोड़ी ने सबका दिल जीत लिया। उस दिन के बाद, दोनों ने एक-दूसरे से अपने प्यार का इज़हार किया और अपने रिश्ते को एक नाम दिया।
उन्होंने साथ में कई खूबसूरत पल बिताए, हंसते-हंसते और सपने देखते हुए। रोहन ने सिया को एक दिन सरप्राइज डेट पर ले जाने का प्लान बनाया। उसने सिया के लिए एक खास जगह चुनी, जहां वे दोनों पूरे दिन साथ बिताकर अपने भविष्य के सपनों के बारे में बातें कर सकते थे। उस दिन रोहन ने सिया को एक खूबसूरत अंगूठी देकर अपने प्यार का इज़हार किया और कहा कि वह हमेशा उसके साथ रहना चाहता है। सिया ने खुशी-खुशी उस अंगूठी को स्वीकार किया और दोनों ने एक-दूसरे से अपने प्यार को और गहरा कर लिया।
मगर, हर कहानी में कुछ मुश्किलें भी होती हैं। सिया के माता-पिता को इस रिश्ते से आपत्ति थी। उन्होंने सिया को समझाने की कोशिश की कि वह अभी पढ़ाई पर ध्यान दे और इन सब बातों को बाद में सोचे। लेकिन सिया ने हार नहीं मानी। उसने अपने माता-पिता को समझाने की पूरी कोशिश की कि रोहन एक बहुत अच्छा लड़का है और वह उसे सच्चा प्यार करती है।
रोहन ने भी सिया का साथ देने का वादा किया और दोनों ने मिलकर हर मुश्किल का सामना किया। रोहन ने सिया के माता-पिता से मिलकर उन्हें अपने और सिया के रिश्ते के बारे में बताया और उन्हें समझाया कि उनका प्यार सच्चा है। धीरे-धीरे, सिया के माता-पिता ने भी उनके प्यार को समझा और स्वीकार कर लिया।
इस तरह, सिया और रोहन ने अपने प्यार की कहानी को एक नई दिशा दी और हमेशा के लिए एक-दूसरे के हो गए। उनकी कहानी इस बात का सबूत है कि सच्चा प्यार हर मुश्किल को पार कर सकता है और जीवन को स्वर्ग बना सकता है।