Darde Mohhabat - 1 in Hindi Short Stories by aruhi books and stories PDF | Darde Mohhabat - 1

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Darde Mohhabat - 1

एक लड़की जो देखने में बहुत खूबसूरत थी ,,,,,,उसकी हिरनी जैसी आंखें ,,,,और घुंघराले बाल ,,,,लेकिन उसका पेट निकला हुआ था ,,,,,जैसे कि उसका नवा महीना चल रहा है ,,,

वह मुस्कुराते हुए एक लड़के के सामने आ खड़ी होती है ,,,,और फिर अपनी बाहें फैला,,,राज कहते हुए ,,,,वह उस लड़के के गले लगने लगती है,,,,,क्योंकि वह लड़का लगभग एक महीने बाद ,,,घर वापस आया था ,,,, 
लेकिन वह लड़का,,,,उस लड़की के गले लगने से पहले ही ,,,,,,उसे धक्का दे देता है ,,,,जिससे वह लड़की एक चिख के साथ ,,,,,पौड़ियों से होते हुए,,,,,वह जमीन पर जा गिरती है ,,, 

जिससे उस लड़की का खून ,,,,वहीं आसपास धीरे-धीरे बहने लगता है ,,,,,और उसे लड़की की दर्द भारी चीख भी निकल जाती है,,,,,,जिससे वह रोते हुए ,,,,,राज मुझे दर्द हो रहा है,,

प्लीज राज में मर जाऊंगी ,,,,,हमारे बच्चे को बचाओ राज ,,,,  यह जानते हुए भी,,,,,,कि उसे धक्का देने वाला ,,,,कोई और नहीं ,, उसी का पती था,,,,,फिर भी वह ,,,,,आखरी उम्मीद के साथ,,,,,राज की तरफ  देखते हुए ,,,,,,वह जबरदस्ती अपने आंखें खोलने की कोशिश कर रही थी,,, 

जिसे सुन राज बड़े स्टाइल से,,,,,उस लड़की के पास आ,,,, घुटनों के बल ,,,,,,बैठ,,,,उसके दर्द भरे चेहरे को देखते हुए,,,,,,क्या हुआ बीवी है ,,,,दर्द हो रहा है,,,,,,और फिर उसका मजाक बनाते हुए ,,,,,,गुस्से से अपने दांत पीसते हुए ,,,,,,इसी तरह ,,,,उसे भी दर्द हुआ होगा,,,,,,,जब तुमने उसे इसी तरह स्टार्स से नीचे फेंका था,,,,,

वह भी रोई होगी ,,,,,उसे भी तकलीफ हुआ होगा,,,,,,जब तुमने उसकी कोख से ,,,,,मेरा बच्चा मारा होगा,,,,, 

जिसे सुन वह जमीन पर लेटी लड़की की आंखों में दर्द तो नजर था ,,,,,,लेकिन राज की बातें सुन,,,,,उसके दिल में भी दर्द होने लगा था ,,,,,

जिससे जबरदस्ती अपनी आंखों को खोल,, लंबी-लंबी सांस लेते हुए ,,,,,वह राज की तरफ देखने लगती है ,,, उसकी आंखें ऐसा कह रही थी ,,,,जैसे कि,,,,,राज यह भी तो,  तुम्हारा बच्चा था ,,,, 

जिसे समझ राज हंसते हुए ,,,,नहीं था यह मेरा बच्चा,,,,,,नहीं मानता मैं इसे ,,,,,,,नहीं किया था मैंने ,,,,कभी तुमसे मोहब्बत ,,,,,,सिर्फ यह नाटक था ,,,,,,तुम्हें तुम्हारी जगह दिखाने की ,,,,,,तुम्हें वही दर्द देने की ,,,,,जो तुमने मेरी माया को दिया था ,,,,,,,यह सिर्फ और सिर्फ,,,,,मेरा प्लान था,,,,,,ताकि मैं तुम्हें आसमान पर ले जा,,,,,,जमीन पर फेंक दूं ,,,,,तुम्हें तुम्हारी औकात दिखा दूं,,, 

,,,दर्द से तड़पती रहो,,,,जैसे मेरी माया तड़पती थी,,,,,,यह सब तुमने सिर्फ और सिर्फ मुझे पाने के लिए किया था ना ,,,,,,तो देख तूने मुझे पाकर भी खो दिया ,,,,,,तो सुन तूने मुझे कभी पाया ही नहीं था,,,,,,,वह सबसे तो एक दिखावा था,,,,

तेरे करीब आना ,,,,तुझे प्यार की बातें करना,,,,,,,वह सब और सब एक नाटक था ,,,,,,तुझे शादी करना,,,,,,वह भी मेरा नाटक था ,,,,,,,यह कहते हुए ,,,,वह एक झटके में उठ वहां से चला जाता है,,,,,,और वही वहां लड़की ,,,,,जिसका नाम प्रिया था ,,,,,आब भी दर्द में बर्दाश्त कर,,,,वह  धीरे-धीरे अपनी आंखें बंद कर,,,बेहोश हो जाती है

अगले दिन  पिया अस्पताल में थी ,,,,उसको होश आ गया था ,,,,,,लेकिन उसका बच्चा अब इस दुनिया में नहीं रहा था,,,,,,,जिसकी खबर सुन ,,,,,उसकी जैसी दुनिया ही उजड़ गई हो,,,,,,उसकी आंखों में इस वक्त सिर्फ और सिर्फ आंसू थी ,,,,

वह चिखना और रोना चाहती थी ,,,,,,अपने बच्चों के पास जाना चाहते थे,,,,,,उसे सबसे ज्यादा तकलीफ,,,,,,इस चीज की हो रही थी,,,,,,कि उसके बच्चे को मारने वाला भी कोई और नहीं,,,,,उसी का बाप था ,,,,,,,,उसे बिल्कुल भी तरस नहीं आया,,,,,,उस बच्चे पर,,,,,,जिसे उसने बडे बेरहू से ,,,,,उसी के पेट में मार दिया,,,,,,यह सोच-साउथ प्रिया की आंखों में आंसू आ रहे थे,,, 

आज प्रिया की दिल ,,और आंखें दोनों रो रही थी,,,,बस फर्क इतना था कि,,,,,दिल बयां नहीं कर पा रही थी,,,,,,और आंखें आंसुओं के जरिए,,,,,उसके गालो से होते हुए,,,,बह गए थे 
,,,
वह जैसे-जैसे सोच रही थी ,,,,उसका दिल का दर्द बढ़ता जा रहा था ,,,,,कि तभी उसे,,,उस बोर्ड का दरवाजा खुलता है,    ,,,और उसमें कमरे के अंदर,,,,एक लड़की आती है ,,,,,जो दिखने में काफी खूबसूरत थी,,,,,

उसने इस वक्त मिनी ड्रेस पहनी हुई थी ,,,,,,वह इतराते हुए  ,,,,,, पिया के नजदीक आ जाती है ,,,,,और प्रिया को बड़े ध्यान से देख,,,,,कुछ,,,,पल शांति के बाद,,,,,,वह एक ढाकेदार हंसी हंसने लगती है,,, 
और फिर प्रिया का मजाक बनाते हुए ,,,,,देखा दिखा दिया ना ,,,,,तुझे ,,,,तेरी औकात ,,,,,,क्या बोली थी राज तेरा है,,,,,, तो आज  देख,    तेरा प्यार तुझे कहां ले आया , ,, इस अस्पताल के   बेड पर ,,,,और फिर हंसते हुए ,,, वो भी मेरी मेरी वजह है,,