LIFE IS HEAVEN in Hindi Love Stories by Nirali Patel books and stories PDF | LIFE IS HEAVEN

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LIFE IS HEAVEN



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गाँव के छोटे से घर में सुबह की पहली किरणें झाँक रही थीं। अनन्या, जो हर दिन सूरज के उगने के साथ उठ जाती थी, आज भी सुबह जल्दी उठ गई। उसके चेहरे पर एक ताजगी और ऊर्जा की चमक थी। उसने एक हरे रंग का साधारण बैग लिया, जिसमें उसकी डायरी, एक पानी की बोतल, और कुछ स्नैक्स थे। बैग को कंधे पर लटकाते हुए, उसने गाँव के कच्चे रास्ते पर कदम रखा।

गाँव के बाहरी इलाके में, जंगल की ओर जाती पगडंडी पर चलते हुए, अनन्या ने ठंडी हवा और ताजगी का आनंद लिया। पहाड़ों की ऊँचाइयाँ और हरियाली की छाँव उसके मन को शांति और सुकून देती थीं। चलते-चलते, वह एक बड़े सी चट्टान के पास पहुँची, जो गाँव से दूर एकान्त और सुंदर जगह पर स्थित थी। चट्टान के ऊपर से पूरे गाँव का नज़ारा दिखाई देता था, और यही जगह अनन्या की पसंदीदा थी।

चट्टान पर पहुँचकर, उसने अपने बैग से डायरी निकाली और उसमें अपने विचारों को शब्दों में पिरोने लगी। उसके हाथ तेजी से चल रहे थे, और उसकी आँखें कभी-कभी बाहर के दृश्य पर जाती थीं। प्रकृति की सुंदरता और गाँव के जीवन की सादगी ने उसे हमेशा प्रेरित किया था।

तभी अचानक, उसने पत्तियों की हल्की सरसराहट और किसी के कदमों की आवाज़ सुनी। उसने अपनी डायरी बंद की और सतर्कता से देखा। सामने एक युवक खड़ा था, जिसने सफेद शर्ट और जींस पहन रखी थी। उसकी आँखों में एक विशेष चमक थी, जो अनन्या को एक अलग सी अहसास करवा रही थी।

**अनन्या:** (थोड़ी हैरानी के साथ) "नमस्ते। यहाँ कैसे आना हुआ?"

**आरव:** (मुस्कुराते हुए) "नमस्ते। मेरा नाम आरव है। मैं शहर से यहाँ आया हूँ। मैंने सुना था कि यह जगह बहुत सुंदर है, और मैंने सोचा कि इसे अपने कैमरे में कैद कर लूँ।"

अनन्या ने उसकी बात सुनी और मुस्कुराई। उसने सोचा कि एक बाहरी व्यक्ति को गाँव की सुंदरता दिखाना अच्छा रहेगा।

**अनन्या:** "यदि आप चाहें, तो मैं आपको यहाँ की कुछ बेहतरीन जगहें दिखा सकती हूँ। मैं अक्सर यहाँ आती हूँ और मुझे लगता है कि आप भी इसका आनंद लेंगे।"

आरव ने खुशी से प्रस्ताव स्वीकार कर लिया और अनन्या के साथ चलने लगा। दोनों ने मिलकर जंगल की ओर बढ़ते हुए, वहाँ के हरियाली और शांति का आनंद लिया। अनन्या ने आरव को विभिन्न पेड़ों और जड़ी-बूटियों के बारे में बताया। वह उसे गाँव के पास बहती छोटी सी नदी के किनारे ले गई, जहाँ पर सुंदर झरने का संगीत सुनाई देता था।

**आरव:** (कैमरा की ओर इशारा करते हुए) "क्या आप मुझे इस जगह की कुछ तस्वीरें लेने की अनुमति देंगी?"

**अनन्या:** "बिलकुल। यहाँ की खूबसूरती कैमरे में कैद करने लायक है।"

आरव ने अपने कैमरे से कई खूबसूरत तस्वीरें लीं। अनन्या ने देखा कि कैसे वह अपनी कलात्मकता और तकनीकी कौशल का उपयोग कर रहा था। उनकी बातचीत धीरे-धीरे गहरी और व्यक्तिगत हो गई।

**आरव:** "आपके गाँव की सुंदरता ने मुझे बहुत प्रभावित किया है। यहाँ का शांति और हरियाली शहर की भागदौड़ से पूरी तरह अलग है।"

**अनन्या:** "हाँ, यहाँ का जीवन बहुत सरल है। हम यहाँ हर छोटी-छोटी खुशियों का आनंद लेते हैं, जो शहर में शायद खो जाती हैं।"

जैसे-जैसे दिन ढलने लगा, सूर्य की किरणें चट्टान पर फैलीं और एक सुनहरी छटा बिखर गई। अनन्या और आरव ने चट्टान पर बैठकर सूर्यास्त का आनंद लिया।

**अनन्या:** "मुझे लगता है कि यह जगह आपकी तस्वीरों में बहुत अच्छी लगेगी। आप यकीनन यहाँ की सुंदरता को पूरी तरह से कैप्चर कर पाएंगे।"

**आरव:** "आपके साथ बिताए हुए ये पल मेरे लिए बहुत खास हैं। आपकी सरलता और स्वभाव ने इस अनुभव को और भी यादगार बना दिया है।"

जब सूरज ढल गया और अंधेरा होने लगा, तो अनन्या और आरव ने एक-दूसरे से विदा ली। आरव ने अपना कैमरा और बैग समेटा और अनन्या ने उसकी मदद की।

**आरव:** "मैं आपकी मदद के लिए आभारी हूँ। क्या हम भविष्य में फिर से मिल सकते हैं?"

**अनन्या:** "बिलकुल, मैं भी चाहूंगी। आप यहाँ आकर हमेशा स्वागत हैं।"

दोनों ने एक-दूसरे को आदरपूर्वक विदा किया और एक दूसरे के संपर्क में रहने का वादा किया। यह पहली मुलाकात एक नई दोस्ती की शुरुआत थी, जिसमें गहरे विचारों और साझा अनुभवों का आदान-प्रदान हुआ था। यह मुलाकात उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ लेकर आई थी, जो आने वाले दिनों में और भी गहरा और मायने रखने वाला बनने वाला था।