Ishq da Mara - 15 in Hindi Love Stories by shama parveen books and stories PDF | इश्क दा मारा - 15

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इश्क दा मारा - 15

तब गीतिका बोलती है, "मेरा दिमाग ठीक है तभी बोल रही हूं कि रात में जाना है, अगर दिन में जाएंगे तो सबको पता चल जाएगा और फिर सब गलत सोचेंगे"।

तब नव्या बोलती है, "अच्छा ठीक है मैं रात में कार ले कर आ जाऊंगी "।

उसके बाद गीतिका उसे थैंक्स बोलती है और फोन रख देती है।

यूवी की मां हॉस्पिटल पहुंच जाती है और बोलती है, "कहा है मेरा बेटा और केसा है अब ?????

तब यूवी के पापा बोलते हैं, "तुम्हे यूवी के बारे में कैसे पता चला "।

तब यूवी की मां बोलती है, "मै आप से बहस नही करना चाहती हूं अभी, मुझे अपने बेटे से मिलना है "।

तब यश बोलता है, "वो अंदर है अभी, उसे डॉक्टर देख रहे हैं "।

उसके बाद युवी की मां किसी की भी बात नही सुनती है सीधे अंदर चली जाती है।

अंदर डॉक्टर यूवी को देख रहे होते है तभी यूवी की मां बोलती है डॉक्टर से, "मेरा बेटा कैसा है अब ये ठीक तो हो जायेगा ना"।

तब यूवी बोलता है, "मां आप यहां पर क्या कर रही हो "।

तब यूवी की मां यूवी के पास जाती है और बोलती है, "ये क्या कर के बैठ गए हो तुम बेटा, कितनी बार मना किया है मेने की इन सब कामों से दूर रहा करो, मगर तुम भी अपने बाप की तरह ही हो, मेरी एक बात भी नहीं मानते हो"।

तब यूवी बोलता है, "मुझे कुछ भी नही हुआ है मै बिल्कुल ठीक हू "।

तब डॉक्टर बोलते है, "आप थोड़े देर के लिए बाहर चले जाइए अभी हम इनका ट्रीटमेंट कर रहे हैं "।

तब यूवी बोलता है, "मां आप थोड़े देर के लिए बाहर जाइए , और परेशान मत होइए मै ठीक हू"।

उसके बाद युवी की मां बाहर चली जाती है और यूवी के पापा से बोलती है, "अब तो आपके कलेजे को ठंडक मिल गई होगी"।

तब यूवी के पापा बोलते हैं, "यहां पर ज्यादा ड्रामा करने की कोई जरूरत नहीं है, चुप चाप घर जाओ "।

तब यूवी की मां बोलती है, "मैं अपने बेटे को छोड़ कर कही पर भी नही जाऊंगी "।

तब यूवी के पापा बोलते हैं, "कल रात में ही बहू घर आई है और तुम उसे अकेला छोड़ कर आ गई हो "।

तब यूवी की मां बोलती है, "जिसने शादी की है उसकी जिम्मेदारी है मेरी नही "।

तब यश बोलता है, "उसकी बहन है उसके साथ, वो अकेली नही है "।

तब यूवी के पापा बोलते हैं, "मैं तुम दोनों मां बेटे से पहले ही बोल देता हूं कि मुझे घर में कोई ड्रामा नही चाहिए समझे, और अगर तुम दोनो की वजह से कुछ भी ऊंच नीच हुई तो देख लेना की मे तुम दोनों का क्या हाल करता है "।

तब युवी की मां बोलती है, "मैं आप की धमकियों से डरने वाली नही हु  "।

तब यश बोलता है, "आप दोनों क्यो यहां पर लड़ रहे हैं, जाइए घर आप दोनों, मैं यूवी को देख लूंगा "।

तब यूवी की मां बोलती है, "मै अपने बेटे को अकेला छोड़ कर कही पर भी नही जाऊंगी समझे आप "।

तभी डॉक्टर आते है और युवी की मां को अंदर जाने के लिए बोलते है।

उधर गीतिका के डैड और भाई MLA की बात सुन कर बहुत ही गुस्सा होते है और वो जैसे ही घर पहुंचते हैं देखते हैं कि गीतिका के भाई के ससुराल वाले आए होते है...............