Shoharat ka Ghamand - 94 in Hindi Moral Stories by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 94

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शोहरत का घमंड - 94

आर्यन की बाते सुन कर आलिया बोलती है, "क्या बोला तुमने जरा एक बार फिर से बोलना"।

तब आर्यन बोलता है, "अगर तुम मेरे बेड से नही हटोगी तो मै तुम्हे अपने कमरे से धक्के मार कर निकाल दूंगा "।

तब आलिया बोलती है, "शौक से निकालो मुझे धक्के मार कर, मुझे अब कोई फर्क नहीं पड़ता, और जब तुम मुझे इस कमरे से धक्के मार कर निकालोगे तो तुम्हारे घर वालों को भी सच का पता चल जायेगा, की मेने तुम से अपनी मर्जी से शादी नही की है, बल्कि तुमने जोर जबरदस्ती से मुझे डरा धमकाकर पर शादी की है , और फिर को उसके बाद तुम्हारे साथ होगा...........

तब आर्यन बोलता है, "तुम मुझे धमकी दे रही हो ????

तब आलिया बोलती है, "नही बस बता रही हू, देखो अगर तुम चाहते हों की मेरा मुंह बंद रहे तो चुप चाप जा कर बेड पर सो जाओ,और मुझे परेशान मत करो "।

आर्यन आलिया की बाते सुन कर चुप हो जाता हैं और तकिया ले कर जा कर सोफे पर सो जाता है।

आलिया आर्यन को सोफे पर लेटता बहुत ही खुश होती है और मन ही मन सोचती है, आर्यन ये तो अभी शुरुआत है, आगे आगे देखो मैं तुम्हारे साथ क्या किया करती हू।

सुबह होती है..............

आलिया के घर में आलिया के पापा और मम्मी चुप चाप बैठे रहते हैं। तभी मीनू चाय ले कर आती है और बोलती है, "चाय पी लीजिए आप दोनो, आप दोनों ने रात से कुछ भी नही खाया है"।

तब आलिया के पापा बोलते हैं, "अब क्या करेंगे खा कर "।

तब मीनू बोलती है, "आप ऐसी बाते क्यो कर रहे हैं पापा"।

तब आलिया के पापा बोलते हैं, "तो फिर और कैसी बाते करु, आलिया ने मुझे जीने लायक छोड़ा ही कहा है"।

तब मीनू बोलती है, "पापा देखिए एक तो वैसे ही आपकी इतनी तबियत खराब है और अगर आप खाना खाना छोड़ देंगे तो आपकी और तबियत खराब हो जाएगी , मम्मी आप तो समझाइए पापा को "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "अब समझाने को बचा ही क्या है "।

तब मीनू बोलती है, "मम्मी ये टाईम गुस्सा करने का नही है, और आप तो पापा के बारे में जानती है कि इनकी कंडीशन कैसी है फिर भी ऐसी बाते कर रही है"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "मुझे कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा है"।

तभी ईशा बोलती है, "तो क्या अब हम स्कूल भी नही जायेंगे"।

तब मीनू बोलती है, "अब तुम ये क्या बाते ले कर बैठ गई"।

तब ईशा बोलती है, "मेने कोई गलत सवाल तो नही किया है, बस पूछ ही रही हू की क्या अब हम स्कूल नही जाएंगे"।

तब मीनू बोलती है, "लगता है सच में तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है, तुम्हे दिख नही रहा है कि घर में इतनी बड़ी प्रोब्लम हो गई है "।

तब ईशा बोलती है, "अच्छा ठीक है, अब मैं कुछ भी नही बोलूंगी और चुप चाप बैठी रहूंगी "।

मीनू अपने पापा और मम्मी को जिद करके जबरदस्ती नाश्ता करवाती हैं।

आलिया उठ कर बेड पर बैठी रहती हैं। तभी आर्यन का फोन बजता है और वो उठाता है। अरुण आर्यन से बोलता है, "भाई तू अभी तक सो रहा है, आज ऑफिस नही जायेगा क्या"।

तब आर्यन बोलता है, "तुझे क्या लगता है, इतना कुछ होने के बाद मेरे डैड मुझे ऑफिस में घुसने भी देंगे "।

तब अरुण बोलता है, "जब घर में रख लिया है तो ऑफिस में भी जाने ही देंगे "।

तब आर्यन बोलता है, "बड़ी ही मुश्किल से रखा है घर में आरू के कहने पर "।

तब अरुण बोलता है, "तो फिर तूने क्या सोचा है "।

तब आर्यन बोलता है, "मैने कुछ भी नही सोचा है कि मुझे क्या करना है"।

तब अरुण बोलता है, "अच्छा ठीक है तो फिर तू आराम से सो "।

उसके बाद अरुण कॉल काट देता है।

तभी आर्यन का दरवाजा कोई खटखटाता है तभी आर्यन उठ कर जाता हैं और दरवाजा खोलता है तो आरू होती है और बोलती है, "भाई मुझे कॉलेज जाना है आप मुझे छोड़ दोगे "।

तब आर्यन बोलता है, "अच्छा ठीक है 10 मिनट दो मुझे "।

तब आरू बोलती है, "ओके"।

उसके बाद आर्यन तैयार होने लगता है।

तभी आलिया बोलती है, "मुझे घर जाना है अपने "।

तब आर्यन बोलता है, "हा तो जाओ किसने रोका है, और हा मुझ से उम्मीद मत करना की मै तुम्हे तुम्हारे घर खुद छोड़ कर आऊंगा"।

तब आलिया बोलती है, "इतनी घटिया उम्मीद मै रखती भी नही हू "।

आर्यन तैयार हो कर चला जाता हैं। आलिया के लिए उसके कमरे में ही नाश्ता आ जाता हैं और वो नाश्ता करने लगती हैं।

उधर आर्यन की मॉम उसके डैड से बोलती है, "तो अब करना क्या है आगे, इस लड़की को यही पर रखना है या फिर उसके घर भेजना है"।

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "आप परेशान मत होइए मेने कुछ सोच रखा है आर्यन के बारे में..............