Sapno ka Shubh ashubh fal - 22 in Hindi Astrology by Captain Dharnidhar books and stories PDF | सपनो का शुभ अशुभ फल - भाग 22

Featured Books
Categories
Share

सपनो का शुभ अशुभ फल - भाग 22

अगर आपको खाना बनाना पसंद नहीं है तब भी यह दुआ कीजिए कि किसी रात आप सपने में खुद को आग जलाकर खाना बनाते हुए देखें।

स्वप्नशास्त्र के अनुसार सपने में व्यक्ति का खुद अपने हाथों से आग जलाकर भोजन बनाते हुए देखना बहुत शुभ स्वप्न है।

इस स्वप्न का मतलब है आपको नौकरी या रोजगार में उन्नति मिलने वाली है। धन लाभ प्राप्त होने की भी संभावना रहती है।

आपको अनार खाना पसंद है, अगर हां तब तो आप खुली आंखों से भी अनार खाइये।लेकिन नहीं पसंद है तब भी आपको यह प्रार्थना करनी चाहिए कि भले ही आप खुली आंखों से अनार न खाएं लेकिन सपने में खुद को अनार खाता हुआ जरुर देखें।इसका कारण यह है कि लाल-लाल दानों वाले पके हुए मीठे अनार खाते हुए खुद को सपने में देखने से धन की प्राप्ति होती है।

धन लाभ का संकेत देने वाला एक और बड़ा ही शुभ स्वप्न माना जाता है।ऐसी मान्यता है कि व्यक्ति अगर खुद को सपने में धन का लेन-देन करते हुए देखता है तो इसका मतलब है कि आने वाले कुछ दिनों में धन लाभ मिलने वाला है।धन के लेन-देन में इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आप खुद को उधार देते हुए या लेते हुए देखें।

मान्यताओं के अनुसार सपने में अगर कोई व्यक्ति फूल देखता है तो इसका मतलब है कि व्यक्ति को धन लाभ या कोई बड़ी सफलता या सुख मिलने वाला है।

इसी तरह दही, जल भरा हुआ कलश, पान या छाता दिखना भी शुभ स्वप्न माना जाता है। सपने में छाता दिखने का मतलब है आपको पदोन्नति मिलने वाली है।

सपने में अनाज का ढ़ेर दिखना भी शुभ स्वप्न माना जात है इससे धन का लाभ मिलता है।

अखरोट तो आपने कई बार खाए होंगे। अगर आपने माता वैष्णो दवी की यात्रा की होगी तो प्रसाद रुप में अखरोट बांटा भी होगा।लेकिन खुली आंखों से अखरोट खाना या अखरोट बांटना आपको जितनी खुशी नहीं दे सकता है। उससे कहीं अधिक खुशी आपके तब मिलती है जब आप खुद को सपने में अखरोट खाते हुए देखते हैं।माना जाता है कि सपने में अखरोट खाते हुए देखने से स्वादिष्ट भोजन की प्राप्ति होती है और धन लाभ भी मिलता है।

प्राचीन ग्रंथों और कथाओं में सपनों को भविष्य में होने वाली घटनाओं का संकेत बताया गया है। भगवान राम ने स्वप्न में दशरथ जी को दक्षिण दिशा में उड़कर जाते देखा । यह स्वप्न संकेत था कि दशरथ जी की मृत्यु हो चुकी है और बात सच साबित हुई। कुछ समय बात भगवान राम को पता चला कि दशरथ जी का स्वर्गवास हो चुका है।

स्वप्नशास्त्र के अनुसार, सोते हुए देखे गए सभी सपनों के कुछ न कुछ मतलब व अर्थ अवश्य होते हैं, जो मनुष्य के भूतकाल व भविष्य से जुड़े हुए होते हैं। हमने यहाँ पर लगभग सभी सपनों के मतलब व अर्थ संग्रहित किये है, जिन्हें आप आसानी से पढ़ सकते हैं।

ज्योतिष में चन्द्रमा को मनुष्य के मतिष्क को कारक माना जाता है। जिस जातक के लग्न में कमजोर ग्रह, दूषित ग्रह या शत्रु ग्रह हों, वे जातक कमजोर माने जाते है. ऐसे जोगो को सपने अधिक आते हैं और नज़र दोष, डर के ज्यादा शिकार होते है।ज्योतिष और स्वप्न एक दूसरे से काफी हद तक जुड़े हुए है ।