नाउ बोथ आर फ्री
“ विराज , तुम कहाँ हो ? एक मिनट मेरे पास आ कर सुन जाना . मुझे जरूरी बात करनी है .”
कोई उत्तर न मिलने पर सीमा ने जोर से कहा “ जवाब क्यों नहीं देते , एक मिनट के लिए सुनो तो सही .”
विराज ऊपर अपने स्टडी रूम में ऑफिस का काम कर रहा था .सीमा की आवाज सुनकर बोला “ मैं जरूरी काम कर रहा हूँ , अभी नहीं आ सकता हूँ .”
“तुमलोगों की आई टी कंपनी ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर को क्या समझ रखा है , ऑफिस में काम , घर में काम और नहीं तो रात में काम क्योंकि तब अमेरिका में दिन होता है .ठीक है , मैं ही आ जाती हूँ .”
“ तुम्हें आने की जरूरत नहीं है , मैं जानता हूँ तुम्हें क्या कहना है . अभी एक घंटा मुझे छोड़ दो , काम पूरा करने दो .”
तब तक सीमा ऊपर आ गयी थी . “ तुम कैसे जानते हो मैं क्या कहने वाली हूँ ? “
“ मम्मी जब बाहर होती है तब तुम्हें उसकी शिकायत का पूरा मौका मिलता है न . मुझे अभी डिस्टर्ब मत करो .”
“ बेकार की बातें मत करो . तुम क्या समझते हो मैं हमेशा मम्मी से लड़ती झगड़ती रहती हूँ ? “
“ खैर , अगर जरूरी बात है तो जल्दी कहो . “
बिंदु ने मुझे फोन किया है . ससुराल में उसे कुछ परेशानी है , वह हमलोगों से बात करना चाहती है .”
“ ठीक है , जल्दी बोलो .”
बिंदु विराज की छोटी बहन थी जो उम्र में विराज से सात साल छोटी थी . विराज एक मिडिल क्लास फॅमिली का बेटा था .फिर भी उसके पिता की नौकरी से परिवार का गुजारा अच्छे से होता था . दोनों भाई बहन इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़े . बिंदु घर की छोटी संतान थी , उसे सभी प्यार करते थे . बिंदु को कभी किसी से डांट सुनने की नौबत नहीं आयी . उसने भी अपनी पढ़ाई लिखाई और व्यवहार के चलते किसी को शिकायत का मौका नहीं दिया . इतनी पढ़ी लिखी होने के बावजूद उसके ड्रेस , रहन सहन और बोलचाल बहुत ही साधारण थे .
विराज ने इंजीनियरिंग कर आई टी कंपनी ज्वाइन किया . बिंदु एम ए , बी एड कर एक कॉन्वेंट स्कूल में टीचर थी . बिंदु स्कूल से ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेती आयी थी खास कर उसकी टक्कर की गायिका उसके शहर के स्कूल या कॉलेज में नहीं मिली . पर उसे अंग्रेजी गाने या पॉप म्यूजिक में कोई रूचि नहीं थी .
बिंदु देखने सुनने में काफी आकर्षक और स्मार्ट थी . एक बार वह किसी रिश्तेदार की शादी में गयी थी . बिंदु के गाने सुन कर और बात व्यवहार देख कर एक अमीर सजातीय लड़के ने उसे पसंद कर लिया . उसका नाम चंदन था , उसके माता पिता न थे . वह एक बड़ी कम्पनी का मालिक था , उसका लाखों का बिजनेस देश भर में फैला था . बिंदु के भाई , माता पिता सब को लड़का पसंद आया और उसकी शादी हो गयी . .
दोनों भाई बहन की शादी हो चुकी थी . भाई और भाभी दोनों ही बिंदु को बहुत मानते थे . कुछ वर्ष पूर्व बिंदु के पिता का निधन हो गया था पर भाई और भाभी के प्यार ने उसे कभी भी मायके में किसी चीज की कमी नहीं महसूस होने दिया था .
सीमा ने बिंदु की कहानी बताना शुरू किया और विराज से कहा “ बिंदु की शादी के कुछ दिनों बाद एक बार कुछ दिनों के लिए जब चंदन विदेश गया था बिंदु यहाँ आयी थी . उस समय तुम भी घर पर नहीं थे , वह शादी से खुश नहीं लग रही थी मैंने उस से कहा - चंदन इतना अच्छा अमीर और पढ़ा लिखा मॉडर्न विचार वाला लड़का है . उसने अमेरिका से मैनेजमेंट कर कुछ समय वहां की कम्पनी में काम किया . वहां मैनेजमेंट के नए नए तरीकों को सीखा और वह अपने पिता के बिजनेस को इतना आगे बढ़ाने में सफल रहा है . आखिर चंदन से तुम्हें क्या शिकायत है ? “
“ भाभी , वैसे तो ऊपर से सब कुछ अच्छा की दीखता है . पर हमारी सोच में बहुत बड़ा फर्क है , इतना बड़ा कि इस फासले को पाटना मेरे लिए बहुत मुश्किल हो गया है . “
“ मैं समझी नहीं . “
“ चंदन को पा कर मैं भी शुरू में बहुत खुश थी . शुरू शुरू में उसके प्यार में कोई कमी नहीं दिखी मुझे . हनीमून पर मुझे स्विट्जरलैंड के अलावा यूरोप के और भी देश घुमाने ले गया . दो महीने तक बिलकुल ठीक रहा . उसके बाद उसके प्यार की हवा निकलने लगी . “
“ देख बिंदु , एक तो तुम्हारी शादी लव मैरेज नहीं थी . और जो लव की बातें सिनेमा और किताबों में देखती हो वो रियल लाइफ में नहीं होती हैं . शादी , उसके बाद बच्चे , काम का बोझ आदि से मर्दों का ध्यान तो बंट जाता है ? “
“ हाँ , मैंने भी चाहा था कि मैं भी माँ बनूँ तो मेरा भी ध्यान कुछ बंट जायेगा . एक बार ऐसा सुअवसर भी मिला पर चंदन इतनी जल्दी बच्चे की जिम्मेवारी उठाने के लिए तैयार न था और उसने मुझे अबो्र्ट करने के लिए मजबूर किया . “
“ ओह , माय गॉड . “
“ इसके बाद जो मुझसे वो चाहता था मेरे बस में नहीं था . उसे अल्ट्रा मॉडर्न वाइफ चाहिए थी . “
“ तुम क्या किसी से कम हो ? “
“ उसकी नजर में मैं थ्री टीयर सिटी की मिडिल क्लास लड़की हूँ जो मुंबई जैसे मेट्रो में अनफिट हूँ . “
“ वह तुमसे क्या एक्सपेक्ट करता था और तुम क्या उससे एक्सपेक्ट करती थी ? “
“ चंदन हर 10 - 15 दिन के अंतराल पर स्टार होटलों में पार्टी होस्ट करता रहता है . मुझे अपने दोस्तों और क्लाइंट्स के साथ भी शराब पीने और डांस करने के लिए फ़ोर्स करता है . ऐसी पार्टियों में मैं सिर्फ कोल्ड ड्रिंक लेती हूँ और डांस के नाम पर उनके सामने थोड़ा अलग खड़े होकर बॉडी शेक भर कर लेती हूँ . एक दिन किसी बड़े बिजनेसमैन के साथ मैं डांस फ्लोर पर थी . वह मेरी कमर पकड़ कर डांस करना चाहता था तो मैंने जोर से उसका हाथ झिड़क कर दूर रहने को कहा . चंदन गुस्से से लाल होकर मुझे घूर रहा था . “
“ फिर ? “
“ लौटते समय रास्ते में उसने कहा कि मैं एक मिडिल क्लास मेंटालिटी वाली बेवक़ूफ़ लड़की हूँ . चंदन को पता है कि मुझे तैरना आता है . एक दिन उसने एक स्विमिंग सूट ला कर दिया और बोला कि संडे को क्लब के स्विमिंग पूल में तैरने चलना होगा . वह सूट भी क्या बस समझें कि एक बिकिनी ही थी . आप बताइये भाभी मैंने तैरना तो बचपन में ही सीख लिया था पर हमेशा बाथ रूम के अंदर ही स्नान किया है , वह भी बाथरूम को अंदर से बोल्ट कर .मैं क्लब गयी पर स्विमिंग सूट न पहन कर मैंने लेगिंग और टॉप में स्विम किया . उस दिन चंदन ने अपने दोस्तों और उनकी बीबियों के सामने मुझे बहुत डांटा . घर लौटने पर उसने कहा कि जल्द से जल्द उसके अनुसार मैं अपने को मोल्ड कर लूँ तो बेहतर होगा . “
“ ठीक है , चल कुछ खा पी ले . ऐसी कोई खास समस्या मुझे नहीं दिख रही है . फिर तेरे भैया आते हैं तो बात करते हैं . “
पूरी बात सुनने के बाद विराज ने बिंदु से भी बात किया और कहा “ ठीक है चंदन को इंडिया आने दो , मैं उस से बात करूंगा .”
. चंदन के लौटने पर एक दिन विराज ने चंदन से फोन पर बात कर कहा “ बिंदु आजकल परेशान दिख रही है . जरा उसकी अपेक्षाओं पर भी ध्यान दिया करो . “
“ क्या कहा है उसने भैया ? “ सीमा ने पूछा
“ कुछ ख़ास नहीं , पर शराब और पार्टी में सबके साथ डांस करना बिंदु को अच्छा नहीं लगता है . मैं अपना बिजनेस लाखों से करोड़ों में ले जाना चाहता हूँ . इसके लिए कुछ हथकंडे अपनाने होते हैं . पर बिंदु मानती ही नहीं है . आखिर जो फायदा होगा उससे उसे भी तो और सुख सुविधा मिलेगी . “
“ पर इसके लिए औरतों का शराब पीना तो जरूरी नहीं है . “ विराज ने चंदन से पूछा
“ भैया , आप बुरा न मानें . हमारे यहाँ उसे हमारे तौर तरीकों से ही चलना होगा बाकी अपने मायके के तरीके वहीँ छोड़ कर आना होगा . यह मुंबई है , कोई थर्ड क्लास सिटी नहीं है . बिंदु को एडजस्ट करना ही पड़ेगा . “
बिंदु एक सप्ताह बाद मुंबई लौट कर आयी तो चंदन ने पूछा “ भाई से मेरी शिकायत कर आयी ? “
“ मैंने सिर्फ उतना ही कहा जो तुमसे कहती हूँ - ये शराब पीना और पार्टियों में दूसरों के साथ नाचना मेरे बस की बात नहीं है . वैसे भी मैं वहां बस चेंज के लिए गयी थी और इस बीच तुम भी यहाँ नहीं थे . “
“ अच्छा अभी ये सब बातें छोड़ो क्योंकि अभी प्यार करने के मूड में हूँ .” बोल कर चंदन ने बिंदु को अपनी ओर खींचना चाहा
“ वैसे तो कभी मेरे करीब आने का समय तुम्हें नहीं मिलता है .बस रात को 10 मिनट के लिए मेरी जरूरत होती है .”
“ अरे भाई यह भी एक तरह की भूख है , जिसे मिटाना जरूरी है न .”
“ हाँ , तो जब बाहर रहते हो तब कैसे भूख मिटाते हो ? “
“ कमाल करती हो , जब टेबल पर खाना लगा है तो भूख ज्यादा तंग करने लगती है . “
“ तो बाहर क्या खाना खरीद कर भूख मिटाते हो ? “
“ तुम बात का बतंगड़ बना कर मूड मत ख़राब करो , चलो अब मान जाओ . “
कुछ दिनों के बाद चंदन के एक नजदीकी मित्र की पत्नी आई . बातों बातों में वह बोली “ हमारे ग्रुप में जब ज्यादा ख़ुशी का माहौल होता है तब वाइफ स्वैपिंग चलता है . “
“ क्या बकती हो ? “
“ चंदन ने कभी तुम्हें बताया नहीं है ? वह भी इस ग्रुप में है ? तुमलोगों को जल्द ही वैसा मौका मिलने वाला है . “
“ तुमलोगों का दिमाग तो नहीं ख़राब है ? ऐसा कैसे सोच भी लेती हो ? “
“ भई अब तो आपसी सहमति से इसे कानूनन मान्यता भी मिल चुकी है . मुझे तो कोई ऐतराज नहीं है . “
“ छिः , अब इससे आगे एक शब्द नहीं सुनना चाहूंगी . तुम अब जाओ , मुझे तुम्हारे जैसी बेशर्म सहेली की जरूरत नहीं है . “
वह औरत अपमानित होकर चली गयी .
जब चंदन को पता चला कि बिंदु ने उसके घनिष्ट मित्र और बड़े बिजनेसमैन की पत्नी को अपमानित कर घर से चले जाने को कहा है तो वह क्रोधित हो कर बोला “ तुम्हें पता है कि उस दोस्त के साथ हमारा हर महीने लाखों का साझा बिजनेस है . वह गुस्सा हुआ तो कितना नुकसान होगा मेरा ? “
“ तुम्हें रुपयों का फायदा और नुकसान के सिवा कुछ नहीं दीखता है ? आखिर मोरल भी तो कोई अहम चीज है या नहीं ? “
“ आजकल जिसके पास रूपये हैं वही मोरल वाला कहलाता है और समाज उसी के आगे सर झुकाता है . तुम यह बात जितनी जल्द समझ लो तुम्हारे लिए भी अच्छा है . तुम इसे लास्ट वार्निंग समझ लो . “
“ मैं जैसी हूँ ठीक हूँ , मुझे बेहतर बनने की कोई जरूरत नहीं है . “
अब अक्सर चंदन और बिंदु में पार्टी , शराब पीने और दोस्तों के साथ नाचने को ले कर झड़पें होतीं . दोनों अपनी अपनी सोच पर अड़े थे . इस बीच बिंदु एक बार फिर प्रेग्नेंट हुई और उसे फिर अबॉर्शन के लिए मजबूर किया गया .
“ आखिर ऐसी क्या बात है कि डेढ़ साल के अंदर तुमने दो बार मेरा अबॉर्शन करवाया है ? क्या हमें बच्चे पालने की हैसियत नहीं है ? “
“ तुम जानती नहीं हो , डिलीवरी के बाद फिगर ख़राब हो जाता है और स्ट्रेच मार्क होते हैं . “
“ हाँ तो क्या हुआ ? फिगर और ये मार्क्स सिर्फ तुम्हारे लिए ही तो मैटर करते हैं . “
“ बस ये आखिरी बार समझो , अभी एक बीस करोड़ की डील मिलने वाली है . हो सकता है तुम्हारी जरूरत पड़े . “
“ मेरी , क्यों ? “
“ नासमझ न बनो , बिना तुम्हारे यह डील मिलना मुश्किल है . कम से कम 25 परसेंट का शुद्ध लाभ है .उसके बाद तुम भी फ्री . “
दो सप्ताह के बाद चंदन की डील का निगोशियेशन था . वह बिंदु को हर तरह से खुश रखने की कोशिश कर रहा था . एक सप्ताह के बाद उसने बिंदु को डील के लिए तैयार रहने को कहा .
इधर बिंदु ने चंदन के प्रति बगावत का एक बड़ा फैसला लिया . एक सप्ताह के अंदर उसने डिवोर्स पेपर तैयार कर उस पर साइन कर एक लिफ़ाफ़े में बंद किया . साथ में एक चिठ्ठी भी थी जिसमें लिखा था “ तुम्हारे फ्री करने के पहले ही मैंने फ्रीडम पा लिया है . अब तुम भी फ्री और मैं भी फ्री . “ इस लिफाफे को नौकर को देकर बिंदु घर छोड़ कर चली गयी .
उस दिन जब चंदन रात में घर लौटा तो नौकर ने बिंदु का दिया लिफाफा उसे दिया . ज्यादा लालच के चक्कर में उसने डील और पत्नी दोनों सदा के लिए खो दिया .
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नोट - यह कहानी एक फिक्शन है , पूर्णतः काल्पनिक .