Ishkiya (Pehla Pyar) - 8 in Hindi Short Stories by Anchal Gupta books and stories PDF | इश्कियां (पहला प्यार) - 8

Featured Books
Categories
Share

इश्कियां (पहला प्यार) - 8

राज जा चुका था और संजू हैरानी से मुंह खोले अभी भी दरवाजे की तरफ देख रही थी वो खुद से ही बोली... ये क्या था?
और फिर उसकी नजर सब बच्चो पर जाती है जो अपने मुंह पर हाथ रखे हस रहे थे। संजू उन्हे डांटते हुए बोली.. क्या ही ही कर रहे हो जाओ जाकर पढ़ाई करो भागो.... उसके कहते ही सब बच्चे वहा से नौ दो ग्यारह हो जाते है। राहा तू ठीक है ना! संजू राहा के चेहरे से उसके हाथो को हटाते हुए बोली। उसका चेहरा देखते ही संजू परेशान हो जाती है राहा की आंखों में आंसू थे और होठों पर मुस्कान।

समझना मुश्किल था की उसके दिमाग में चल क्या रहा है।
संजू राहा के चेहरे को अपने हाथो में भरकर पूछती है.. राहा क्या हुआ तू रो क्यू रही है.... तू फिर से उसकी वजह से रोई मैने मना किया था न उसे यहां मत आने दे पर तू नही मानी। वो बोल ही रही थी की राहा संजू को कसकर गले लगा लेती है। संजू उसकी पीठ पर हाथ रख लेती है और उसकी पीठ सहलाने लगती है।

क्या मुझे भी कोई प्यार करेगा संजू? क्या मेरी भी कोई केयर करेगा मेरे खाना ना खाने पर मुझे अपने हाथो से खिलाएगा.... राहा संजू के गले लगे हुए ही बोली। हा राहा तुझे भी प्यार मिलेगा इनफेक्ट तुझे बोहोत प्यार करने वाला कोई मिलेगा पर तू ऐसे क्यू पूछ रही है तू ठीक है ना! संजू परेशान सी होते हुए बोली।

मैं आज बोहोत खुश हु संजू बोहोत खुश.... मैं तुझे बता नही सकती की मैं आज कितनी खुश हु.... राहा संजू को गोल गोल घुमाते हुए बोली। राहा संभल के चोट लग जाएगी... संजू राहा को रोकते हुए बोली और अपना सिर पकड़ कर बैठ जाती है। बाप रै चक्कर आ गए... संजू अपना सिर झटकते हुए बोली। सॉरी सॉरी.... राहा अपने कान पकड़ते हुए बोली।
अच्छा ये तो बता तेरी खुशी का राज क्या है... संजू हस्ते हुए बोली।
राज.... राहा सरमाते हुए बोली और उसकी बात सुन संजू एक पल को तो हैरान रह है और फिर राहा को कंधे से पकड़ते हुए बोली... कही तुझे राज से प्यार तो नही हो गया। उसकी बात सुन राहा मुस्कुराते हुए संजू को गले लगा लेती है।

वही दूसरी तरफ,
राज दबे कदमों से स्टूडियो में जाता है और जाकर सैम को पीछे से हग कर लेता है। सैम दर से चीख पड़ती है। राज अपने कानो को ढकते हुए बोला... ऐसे चुड़ैल की तरह क्यू चिल्ला रही है। सैम अपने सीने पर हाथ रखे हुए राज को घूरते हुए बोली... मैं चुड़ैल और तू राक्षस।
इतना हैंडसम बंदा तुझे राक्षस लगता है... राज अपने बालो में हाथ फेरते हुए बोला। उसकी बात सुन सैम को हसी आ जाती है।

तभी राज अपनी जेब से बोहोत सारी चॉकलेट्स निकलता है और सैम की तरफ बढ़ते हुए बोला... सॉरी! उसकी बात सुन सैम कन्फ्यूजन से बोली... सॉरी पर किस लिए? राज उदास होकर बोला... कल रात के लिए मैं तुझ पर चिल्लाया सॉरी नही चिल्लाना चाहिए था। उसकी बात सुन सैम मुस्कुराते हुए चॉकलेट्स ले लेती है और हस्ते हुए बोली.... पागल है तू... मैं तो भूल भी है थी वो बात। और राज को गले लगा लेती है।

कुछ देर बाद सैम अपनी सारी चॉकलेट्स खाते हुए बोली... तो अब बता कब purpose कर रहा है राहा को। उसकी बात सुन राज को खासी आ जाती है उसे ऐसे सवाल की उम्मीद नहीं थी। सैम उसकी पीठ सहलाते हुए बोली... आराम से ।
अगर अचानक ऐसे सवाल करेगी तो खासी ही आएगी.... राज खुद को कंट्रोल करते हुए बोला। तो गलत क्या बोला है मैने जल्दी से अपने प्यार का इजहार कर कहीं देर न हो जाए.... सैम बेफिक्री से बोली और अपनी चॉकलेट्स खाने लगती है।
तभी राज सीरियस टोन में बोला... पर मुझे ये भी तो नहीं पता की उसके दिल में क्या है कहीं वो बुरा न मान जाए।
तू एक नंबर का डफर है तू उसे किस करके आया आज और तू ये कह रहा है की उसे तुझे प्यार नही... सैम उसके सिर पर मरते हुए बोली।
तो तू बता ना मैं उसे कब करू पस्पोस? राज सैम की तरफ देखते हुए बोल। कल! सैम चहकते हुए बोली। कल इतनी जल्दी ..... राज हैरानी से बोला। हा कल मतलब कल... सैम उसे ऑडर देते हुए बोली। ओके सरकार.... राज हस्ते हुए बोला।

अगला दिन,

राज रेडी हो कर अपने अपार्टमेंट से निकल जाता है और गाड़ी में बैठकर राहा की अकादमी की तरफ ड्राइव करता है। तभी उसे रास्ते में एक फूलो की दुकान दिखाई देती है वो जल्दी से कार से उतरता है और एक सुंदर सा फूलो का गुलदस्ता ले लेता है। उसे आगे जितनी भी शॉप दिखाई दी उसने कुछ न कुछ खरीद लिया।
आज तो मैं तुम्हे अपने दिले हाल बता कर रहूंगा.... राज मुस्कुराते हुए खुद से ही बातें किए जा रहा था तभी उसके सामने एक ट्रक आ जाता है राज बचाने के चक्कर में गाड़ी को घूमता है जिससे उसकी गाड़ी एक पेड़ से टकरा जाती है और राज बेहोश हो जाता है।

Continue ❤️❤️...