Devil Ceo Ki Mohabbat - 24 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 24

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 24

अब आगे,

 

सुबह का समय, गर्ल्स हॉस्टल में, आराध्या और जानवी का कमरा, 

 

सुबह जब आराध्या उठी तो उस को अपने सिर मे बहुत तेज दर्द महसूस हो रहा था, जिसे महसूस करते हुए वो अपना सिर पकड़ कर अपने बेड पर ही बैठ गई..!

 

आराध्या बेड पर बैठ कर अपने सिर को पकड़ते हुए अपने दर्द भरी आवाज में खुद से कहने लगी, "हे महादेव, मेरे सिर मे आज इतना दर्द क्यू हो रहा है जो आज से पहले कभी भी नही हुआ...!"

 

आराध्या ने अपनी बात कही ही थी कि तभी जानवी वहा अपने हाथ में नींबू पानी का गिलास लेकर उस गर्ल्स हॉस्टल के अपने कमरे में आ गई और उस के सामने खड़े होकर उस से कहने लगी, "क्योंकि आज से पहले आप ने कभी ड्रिंक नही की थी ना आराध्या मैडम और पहली बार किया है तो हैंगओवर तो रहेगा ही न...!"

 

अपनी दोस्त जानवी की बात सुन कर, अब आराध्या थोड़ी कन्फ्यूज होकर अब अपने सिर को नीचे कर अपने माथे को अपने हाथ से दबाते हुए, अपनी दोस्त जानवी से कहने लगी, "ड्रिंक और मै, क्या बोल रही है तू जानवी और तू जानती तो है कि मै ड्रिंक नही करती हूं और न ही कल मैने पार्टी में कोई ड्रिंक करी थी और मैने तो सिर्फ जूस ही पिया था और अगर कल की पार्टी में ड्रिंक थी तो कौन लाया होगा क्योंकि हम ने तो उन रेस्तरां वालो से बस फ्रेश जूस ही मांगे थे...!"

 

अपनी दोस्त आराध्या की बात सुन कर, अब जानवी भी थोड़ी हैरान हो गई और वो, आराध्या के बेड के पास बैठ कर उस से कहने लगी, "कमाल की बात है, जब तूने ड्रिंक का इंतेजाम ही नही किया तो फिर तुझे कल इतना नशा किस चीज का चढ़ रहा था...!"

 

अपनी दोस्त जानवी की बात सुन कर अब आराध्या भी थोड़ी कन्फ्यूज हो गई और फिर वो अपना ही अंदाजा लगाते हुए अपनी दोस्त जानवी से कहने लगी, "पता नही पर हां, शायद हो सकता है कि कल पार्टी में राहुल और राघव भी मौजूद थे तो उन्होंने और उन के दोस्तो ने मिल कर पार्टी में चुपके से ड्रिंक मनवाई हो और शायद मैने ही गलती से पी ली हो क्योंकि मैं खुद से तो कभी जानबूझ कर ड्रिंक को हाथ लगाऊंगी नही...!"

 

अपनी दोस्त आराध्या की बात सुन कर, जानवी ने कुछ देर तक सोचा पर फिर उस ने इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और आराध्या की तरफ नीबू पानी का गिलास बढ़ाते हुए कहा, "शायद तू सही कह रही है चल छोड़ और तू ये नींबू पानी पी ले, इस से तेरा सिर दर्द ठीक हो जायेगा और जल्दी से तैयार हो जा, हमे कॉलेज के लिए भी निकालना है...!"

 

अपनी दोस्त जानवी के मुंह से कॉलेज का नाम सुनते ही आराध्या का मुंह बन गया और वो, जानवी के हाथ से नीवू पानी का गिलास लेते हुए उस से कहने लगी, "जानवी आज मेरा कॉलेज जाने का बिलकुल भी मन नही है क्योंकि एक तो मेरे सिर मे बहुत तेज दर्द हो रहा है और दूसरा मुझे कुछ बुक्स चाहिए थी तो मुझे आज बुक स्टोर भी जाना है तो आज तू खुद ही कॉलेज चली जा और कल से मै पक्का तेरे साथ कॉलेज चलूंगी...!"

 

अपनी दोस्त आराध्या की बात सुन कर, अब जानवी ने कुछ देर आराध्या को घूर कर देखा और फिर अपना मुंह बनाते हुए उस से कहने लगी, "मै सब समझती हूं, कि तू कॉलेज के नाम से ऐसे दूर भागती है जैसे कोई चोर, पुलिस के नाम से डरता है और चल ठीक है कि आज तेरे सिर मे दर्द हो रहा है बस इसलिए ही तेरी बात मान रही हु नही तो तुझे हर बार की तरह आज भी खीच कर ले जाती कॉलेज में क्लास अटेंड करने के लिए और हां, मुझे कॉलेज के लिए लेट हो रहा है इसलिए मैं जा रही हु और तू ये नींबू पानी पी कर थोड़ी देर आराम कर ले और जब ठीक लगे तभी बुक स्टोर तक जाना नही तो मैं, तेरे साथ शाम को चलूंगी, ठीक है...!"

 

अपनी दोस्त जानवी की बात सुन कर, अब आराध्या ने थोड़ा सा मुस्करा दिया और उस से कहने लगी, "ठीक है और जा तुझे लेट हो रहा है और हां, ध्यान से जाना और बाय...!"

 

अपनी दोस्त आराध्या की बात सुन कर, जानवी ने उस के सिर पर हल्के हाथ से मारा और थोड़ा सा मुस्करा दिया और फिर अपना कॉलेज बैग उठा कर अपने हॉस्टल रूम से बाहर निकल गई..!

 

और अब जानवी के जाने के बाद,

 

आराध्या ने उस नींबू पानी के गिलास को थोड़ा देखा और फिर मुंह बनाते हुए उस को एक सांस में पी लिया और उस गिलास को बेड के साइड वाली टेबल पर रख कर बाथरूम में फ्रेश होने के लिए चली गई..!

 

To be Continued......

 

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।