Devil Ceo Ki Daring Wife - 17 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 17

Featured Books
Categories
Share

डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ - भाग 17

डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ भाग 17 

 

"अनजान लड़की ने दिया रिया को गिफ्ट...!"

अब आगे,

विनोद जी की बात सुनकर, अब संजना जी उनसे कहती है, 

" नही, वेश कीमती हीरो का हार मैने खरीदा नही है पर ये वही हीरो का हार है जो रिया ने उस ज्वेलरी शॉप पर देखा था और तुमको पहली बार मे देखते ही ये पसंद भी आ गया था क्योंकि सही मे वो बहुत ही खूबसूरत था..!" 

संजना जी की बात सुनकर, रिया हैरान होते हुए उनसे पूछती है, 

" आपने खरीदा नही है तो फिर...?" 

रिया की बात सुनकर, अब संजना जी उससे कहती हैं, 

" हां, मै जानती हूं कि तुम सोच रही होगी ये मैने केसे लिया मगर मुझे खुद भी समझ नही आ रहा है कि कोई अनजान लड़की कैसी ये सब कर सकती हैं...!" 

संजना जी की बात सुनकर किसी को भी कुछ समझ में नही आता है कि आखिर वो कहना क्या चाहती हैं तो अब विनोद जी उनसे पूछते है, 

" संजना, तुम साफ साफ बताओगी कि तुम कहना क्या चाहती हो...?" 

विनोद जी की बात सुनकर, संजना जी उनसे कहती हैं, 

" ये बात करीब एक हफ्ते पहले की है उस दिन मैं और रिया मॉल में घूमने के लिए गए थे, और वहा पर रिया को न तो कुछ समझ में आ रहा था और न ही कुछ पसंद और मै, रिया को वहा इसलिए भी लेकर गई थी कि इसको कुछ पसंद आ जायेगा तो मै वही चीज उसको इसके जन्मदिन के गिफ्ट के तौर पर दिला दूंगी, मगर जब रिया को कुछ पसंद नही आया तो मै इसको ज्वेलरी शॉप पर लेकर चली गई, वहा पर इसको एक वेश कीमती हीरो का हार पसंद आया तो मुझे अच्छा लगा कि कम से कम इसको कुछ तो पसंद आया पर जब मैने उसके बारे मे पूछा तो वहा के एम्प्लॉय ने कहा कि ये वेश कीमती हीरो का हार किसी लड़की के कहने पर बनवाया है और ये वेश कीमती हीरो का हार है जिसका डिजाइन पूरी दुनिया में आज तक किसी ने भी नही बनवाया होगा और साथ ना कोई दुबारा बनवा पाएगा और वो लड़की आज इस वेश कीमती हीरो के हार को लेने के लिए आने वाली है, जब उस एम्प्लॉय की बात, रिया ने सुनी तो ये उदास होते हुए उस ज्वेलरी शॉप से बाहर निकलने वाली लगी है तभी ये एक लड़की से जा टकरा गई, रिया ने उस लड़की पर कोई ध्यान नही और उस ज्वेलरी शॉप से बाहर निकल गई और फिर मैं भी रिया के पीछे पीछे चली गई उससे बात करने के लिए, पर ज्वेलरी शॉप से बाहर आने के बाद मुझे याद आया कि मैं अपना फोन अंदर ही भूल आई हु, इसलिए मुझे दुबारा अंदर जाना पड़ा, वहा पर मैने देखा कि वही लड़की जो अभी कुछ देर पहले ही रिया से टकराई थी वो, उस वेश कीमती हीरो के हार को ले रही थी और गिफ्ट पैक होते ही वो वहा निकलने लगती है, पर वो लड़की देखने में बहुत डिसेंट लग रही थी, लंबे घने बाल उसकी कमर तक आ रहे थे, वाईट कलर का टॉप और ब्लैक कलर की जींस पहनने हुई थी साथ में व्हाइट शू भी पहने हुए थे, एक हाथ में डायमंड का ब्लैसलेट और दूसरे मे रॉयल वॉच पहन रखी थी, कानो में डायमंड इयररिंग्स पहनी हुई थी और गले में एक डायमंड एंड गोल्ड प्लेटेड चैन पहनी हुई थी, पर मैं उसका चेहरा नही देख पाई क्योंकि उसने अपने चेहरे पर ब्लैक कलर का मास्क लगाया हुआ था और सबसे बड़ी बात उसने कोई पेमेंट नही किया था बस वो आई और कुछ ही देर में खुद शॉप के ओनर ने उसको वो वेश कीमती हीरो का हार गिफ्ट पैक कर के दे दिया..!" 

संजना जी की बात सुनकर, अब अमृत उनसे पूछता है, 

" पर मां, जब उस अनजान लड़की ने ये इकलौता वेश कीमती हीरो का हार बनवाया था और वो लेकर भी जा रही थी तो ये आप के पास केसे है और आप इस को रिया को क्यू दे रही हो..?" 

अमृत की बात सुनकर, अब संजना जी उससे कहती है, 

" वो लड़की उस ज्वेलरी शॉप से निकल ही रही थी तभी वो मुझे देखकर वहा रुक गई और फिर उसने मुझ से कुछ पूछा जिसे सुनकर मैं उसको हैरानी से देखने लगी, मुझे समझ ही नही आया कि एक अनजान लड़की केसे किसी का दर्द महसूस कर सकती हैं..!" 

संजना जी की बात सुन कर पूरा सिंघानिया परिवार उनको ही देख रहा होता है जैसे पूछना चाह रहा हो कि उस अनजान लड़की ने उनसे क्या कहा, तो अब संजना जी आगे कहती हैं, 

" उस लड़की ने मुझ से पूछा कि आप की बेटी यानी रिया की आंखे नम क्यों थी और जबकि रिया बस उदास हो गई थी और आंसु तो बस बहुत ध्यान से देखने पर ही दिख सकते थे, तो क्या उसने एक झलक मे ही रिया की नम आंखों को देख लिया..!" 

पहले तो मुझे समझ में नही आया कि मैं उस अनजान लड़की के सवाल का क्या जवाब दूं, और मै खुद किसी अनजान से एक दम बात नही करती हु पर पता नही क्यों मुझे उस अनजान लड़की मे एक अपनापन सा लगा..!

मैंने उस अनजान लड़की को बता दिया कि,

" मेरी बेटी का एक हफ्ते बाद 20th बर्थडे है इसलिए मैं उसको यहां उसकी पसंद का कुछ दिलाने लाई थी पहले तो उसको कुछ भी पसंद ही नही आ रहा था और जब आया तो वो तुम्हारे द्वारा बनवाया गया ये वेश कीमती हीरो का हार है और वो तुम पहले ही खरीद चुकी हो..!" 

संजना जी अब सिंघानिया परिवार को बता रही होती हैं, 

" उस अनजान लड़की ने मेरी बात को सुनने के बाद मुझे एक नजर देखा और पता नही क्या सोच कर मेरे हाथ में अपना ये वेश कीमती हीरो का हार का गिफ्ट बॉक्स पकड़वा दिया...!" 

और उस अनजान लड़की ने, रिया के लिए कहती है, 

" ये मेरी तरफ से अपनी बेटी को उसके 20th बर्थडे गिफ्ट के तौर पर दे देना..!" 

अपनी बात कह कर वो अनजान लड़की उस ज्वेलरी शॉप से बाहर निकल गई और मैं बस उसको देखती ही रह गई मुझे तो खुद भी समझ में नही आया कि मेरे साथ अभी क्या हुआ था और वो ऐसा केसे कर सकती हैं..! 

संजना जी की बात सुनकर, अब अवनी उनसे कहती हैं, 

" क्या मॉम, आप भी ना किसी की भी बातो में इतनी जल्दी आ जाते हो, साथ में वो अनजान लड़की बहुत ही शातिर है और तो और मुझे तो लगता है वो लड़की भी जरूर रुद्रांश भाई को इंप्रेस करने के लिए ये सब करा होगा और आपके सामने अपने आपको इतना इनोसेंट बनके दिखा रही थी, कि आप पिघल गई..!" 

तो क्या सच में अवनी ने जो कहा वो सच हो सकता है कि उस अनजान लड़की ने सिर्फ रुद्रांश सिंघानिया के दिल में अपनी जगह बनाने के लिए ये सब करा होगा..?

To be Continued....

इस चैप्टर पर अपने लाइक करे और कमेंट करके बताए कि आप को चैप्टर कैसा लगा और साथ में इस नॉवेल पर अपने रिव्यू और रेटिंग देना न भूले और आगे जानने के लिए पड़ते रहे मेरी नॉवेल "डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ" अगला चैप्टर सिर्फ मातृभारती पर।