"सिंघानिया मेंशन में हुई नई एंट्री..!"
अब आगे,
अगली सुबह,
रुद्रांश रोज की तरह ही अपने ऑफिस के लिए तैयार हो रहा होता है उस ने आज अपना थ्री पीस फॉर्मल सूट पहना हुआ होता था और पूरी तरह तैयार होने पर अपना फोन लेकर फुल स्टाइल के साथ सीढ़ियों से उतर कर सिघनिया हॉल में आकर, फिर डाइनिंग टेबल पर जाकर बैठ जाता हैं..!
और फिर सब बाकी लोग भी डायनिंग टेबल पर मौजूद हो जाते है क्योंकि सिंघानिया परिवार का एक बड़ा रुल है कि सुबह का नाश्ता और रात का खाना सबको साथ ही करना होगा..!
यह सब रघुवीर जी ने कहा होता है, और उनकी बात कोई भी नही टाल सकता है उन होने कह दिया तो वो पत्थर की लकीर हो जाती हैं इसलिए सबको उनकी बात माननी पड़ती हैं और खासकर रुद्रांश को भी पता है कि रघुवीर जी की बात को टालना सबसे बड़ी गलती होगी..!
सब सुबह का नाश्ता कर ही रहे होते है कि सिंघानिया मेंसन में किसी के आने की आहट होती हैं सब देखने के लिए पीछे की तरफ मुड़कर देख ही रहे होते है कि इतनी सुबह को कौन आया है...?
पर हमारा रुद्रांश तो आराम से अपना नाश्ता कर रहा होता है उसको कोई फर्क नही पड़ता है, कि कौन आया है..?
फिर सिंघानिया मेंशन में एक मॉर्डन और स्टाइलिश लड़की अंदर आ रही होती है, तो यह है रुद्रांश और अमृत की सगी बहन जिस का नाम अवंतिका सिंघानिया होता है और सब इस को प्यार अवनी कह कर बुलाते हैं..!
जिस की उम्र 25 वर्ष और हाइट 5"8 होती हैं। यह सिंघानिया परिवार की सबसे बड़ी पोती है। अवनी का रंग गोरा और यह दिखने में बहुत सुंदर होती हैं..!
यह थोड़ी सी घमंडी भी होती है क्योंकि यह मुंबई की फैशन आइकन है और साथ में अग्रवाल कॉर्पोरेशन कंपनी की एक छोटी सी परफ्यूम प्रोडक्ट की ब्रांड एम्बेसडर है..!
जबकि अग्रवाल कॉर्पोरेशन कंपनी भारत की सबसे बड़ी लेडीज एंड मेंस से जुड़ी हर चीज का मोस्ट एक्सपेंसिव प्रोडक्ट्स कंपनी है। साथ ही साथ इस कंपनी के कपड़ो से लेकर हर चीज की मांग विदेशों तक है..!
अवनी ने आज क्रॉप टॉप, जैकेट और साथ में ब्लू जींस पहनी होती हैं। अवनी ने अपने एमबीए की पढ़ाई पूरी करी होती है..!
और अब अवनी पिछले दो साल से रुद्रांश की कम्पनी में ही इंटरशिप कर रही होती है क्योंकि रुद्रांश ने अपनी कंपनी में बहुत से रूल बनाये है और उनमे से एक ये भी है कि...!.
कोई भी बिना इंटरशिप के डायरेक्ट ऑफिस ज्वाइन नही कर सकता है, चाहे वो खुद सिंघानिया परिवार का सदस्य ही क्यू ना हो..!
अवनी के अंदर आते ही शिवानी जी, उस से पूछती है,
" बेटा तुम्हारी बिजनेस ट्रिप कैसी रही..? "
शिवानी जी की बात सुन, अवनी इतराते हुए उन से कहती है,
" चाची जी, आपको क्या लगता हैं कि मै बिना किसी काम को पूरा किए वापस आ सकती हूं..! "
अवनी की बात सुन, रघुवीर जी उस से कहते है,
" चलो अच्छा हुआ अब तुम आकर हमारे साथ नाश्ता करो..! "
रघुवीर जी की बात सुन, अवनी अपना सिर हां में हिला कर डाइनिंग टेबल पर बैठ जाती हैं..!
सब डाइनिंग टेबल पर अपना अपना नाश्ता कर ही रहे होते है कि अमृत का फोन बजने लगता हैं फिर सबका ध्यान अमृत के फोन पर जाता हैं तो संजीव जी, उस से पूछते हैं,
" बेटा, तुम्हारे फोन पर किस का कॉल आ रहा हैं...? "
संजीव जी की बात सुन, अमृत उन से कहता है,
" चाचू, वो छुटकी का कॉल आ रहा हैं...! "
अमृत की बात सुन, संजीव जी अमृत से कहते हैं,
" अच्छा, तो फिर उठाओ मेरी बच्ची का कॉल...! "
संजीव जी की बात सुनने के बाद, अमृत कॉल उठा लेता है और कहता है,
" हां छुटकी बोल क्या हुआ और कैसी रही तेरी पिकनिक ट्रिप..? "
अमृत की बात सुन सिंघानिया मेंसन मे अंदर आते हुए एक लड़की कहती हैं,
" क्या, अमृत भैया इतनी देर कौन लगाता है एक कॉल उठाने में..? "
फिर पूरा सिंघानिया परिवार बाहर कि ओर देख रहा होता है तो एक लड़की नजर आ रही होती है जिस पर सिद्धार्थ, उस लड़की से कहता है,
" छुटकी, अब ये यश कहा रह गया है...? "
सिद्धार्थ की बात सुन, वो लड़की उससे कहती है,
" वो आता ही होगा भैया और कहा जायेगा..! "
यह लड़की संजीव जी की इकलौती बेटी होती हैं जिसका नाम रिया सिंघानिया होता हैं। यह सिंघानिया परिवार की सबसे छोटी पोती है। रिया की उम्र 20 वर्ष और हाइट 5"5 होती हैं और रिया अभी बी.काम सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रही होती है..!
यह सिंघानिया परिवार में सबसे शरारती और हसमुख स्वभाव की लड़की है और साथ मे इसका रंग गोरा और घुगराले बाल होते है देखने में गजब की सुंदर होती हैं, पर इसमे अभी बचपना ज्यादा होता है क्योंकि ये रुद्रांश की लाडली बहन जो है, और रुद्रांश रिया की हर जिद पूरी करता है..!
और सबके सब भाई इसको छुटकी कहकर बुलाते हैं शिवाए यश और समीर के। पर रिया को शिवानी जी से बहुत डाट पड़ती हैं क्योंकि यह कुछ न कुछ गड़बड़ करती रहती हैं। और रिया ने आज पिंक कलर का शॉर्ट फॉक साथ में शॉर्ट जैकेट पहनी हुई होती हैं..!
और रिया के पीछे पीछे एक लड़का आ रहा होता है जो रिया को देख उससे कहता है,
" मोटी मुझे बाहर छोड़ के आ गई और कम से कम अपने बैग्स तो ले आती... ! "
यह लड़का और कोई नहीं संजीव जी का छोटा बेटा होता है इसका नाम यश सिंघानिया होता है और साथ में यह सिंघानिया परिवार का सबसे छोटा पोता है..!
जो अपना सगा भाई सिद्धार्थ के बिलकुल उलट स्वभाव का होता है मगर शांत तो बिलकुल भी नहीं बल्कि सबसे ज्यादा मस्तीखोर और बदमाश स्वभाव का होता है..!
यश की उम्र 22 वर्ष और हाइट 5"9 होती है। यश का रंग भी गोरा और यह भी बॉडी फीचर वाइस अच्छा लगता हैं। यश अभी एमबीए सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा होता है। यश ने आज ब्लू टी शर्ट के साथ ब्लैक जींस पहनी होती हैं..!
रिया और यश को देख, संजना जी उन दोनो से पूछती है,
" बच्चो तुम्हारी पिकनिक ट्रिप कैसी थी और तुम ने वहा खूब मस्ती तो करी न...? "
संजना जी की बात सुन, रिया उन से कहती है,
" बड़ी मां, आपको पता है हम दोनो ने वहा बहुत मस्ती की और तो और वहा के वाटरफॉल और प्रकृति बहुत ही अच्छे लग रहे थे और वो सच में बहुत ही सुन्दर थे..! "
रिया की बात सुनने के बाद, शिवानी जी रिया और यश पर गुस्सा करते हुए कहती हैं,
" अच्छा..अच्छा, बहुत मस्ती कर ली तुम दोनो ने अब थोड़ी पढ़ाई पर भी ध्यान दो, अगले महीने से एग्जाम आने वाले है तुम दोनो के...! "
शिवानी जी की बात सुनने के बाद, रिया अपना मुंह बनाते हुए कहती हैं,
" क्या मम्मी आप हर वक्त पढ़ाई पढ़ाई के बारे में बोलती रहती हो..? "
रिया की बात सुनने के बाद, शिवानी जी रिया और यश को ताना मारते हुए कहती हैं,
" वो क्या है न वैसे तो मेरे तीन बच्चे हैं और उन मे से दो बच्चे पढ़ाई लिखाई के मामले में थोड़े नही बहुत ज्यादा बेकार निकल गए हैं... ! "
शिवानी जी की बात सुनने के बाद, यश संजना जी से शिकायत करते हुए बड़ी मासूम सी शकल बनाते हुए उनसे कहता है,
" देखो ना बड़ी मां, हमारी मां हमारे घर आते ही, हम दोनो को ऐसे बोल रही है... ! "
यश की बात सुनने के बाद, संजना जी अब शिवानी जी से कहती हैं,
" शिवानी, बच्चे अभी तो घर आए हैं, और तुम उन्हें ऐसा बोल रही हो..! "
फिर रिया, शिवानी जी की बात सुन, अपना मुंह बनाते हुए कहती हैं,
" अरे हम इतनी दूर से आए हैं कि हमारे बारे में पूछो कि हम ने वहा क्या क्या किया पर.....नही !!! आप तो हमे सुनाने में लगी है..! "
रिया की बचकानी बात सुन, पूरा सिंघानिया परिवार मुस्कराने लगता हैं शिवाए चार लोगो के रघुवीर जी, अंश, अवनी और शिवानी जी, के बल्कि शिवानी जी तो रिया को गुस्से से घूर रही होती हैं..!
फिर रघुवीर जी कहते हैं,
" चलो अब आकर सब नाश्ते के लिए बैठ जाओ..! "
अपने दादा रघुवीर जी की बात सुन कर, फिर रिया और यश दोनो ही डाइनिंग टेबल पर अपनी अपनी सीट पर बैठ जाते है..!
कौन होगी ये आराध्या श्रीवास्तव, जिनसे अपने पहले ही प्रयास में रुद्रांश से उस का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट छीन लिया है ? और अब रुद्रांश, मिस आराध्या श्रीवास्तव के साथ क्या करने वाला है...?
To be Continued.....
इस चैप्टर पर अपने लाइक करे और कमेंट करके बताए कि आप को चैप्टर कैसा लगा और साथ में इस नॉवेल पर अपने रिव्यू और रेटिंग देना न भूले और आगे जानने के लिए पड़ते रहे मेरी नॉवेल "डेविल सीईओ की डेयरिंग वाइफ" अगला चैप्टर सिर्फ मातृभारती पर।