प्यार किसी से हो जाना ये एक इतिफाक होता है लेकिन उसे अपने जीवन में लाना ये खुदा की मर्जी होती है। एक अंजान इंसान किसी के जीवन में आ जाता है तो वो इंसान उसे अपना सब कुछ मान लेता है ऐसे ही एक लड़का राजा (नाम बदला हुआ) के जीवन में होता है,राजा को अपने वर्ग में एक लड़की से मोहब्बत हो जाती है जिसे एक तरफा मोहब्बत कहते है l उसे लड़की का नाम श्रुति(बदल हुआ नाम) है इन दोनो का शुरुवात में दोस्ती कुछ अच्छी नही रहती है इन दोनो को काफी लड़ाई होती है शुरुवात में लेकिन ये कोन जनता है जो आज एक दूसरे से लड़ाई कर रहे हैं वो लोग के बीच में कभी मोहब्बत हो जायेगा।इन दोनो की मोहब्बत की शुरुवात 2012 में होती है,जब दोनो को स्कूल के एक प्रोग्राम में दोनो को एक साथ परफॉर्म करना होता है लेकिन दोनो को एक दूसरे से बनती नही थी तो किसे साथ परफॉर्म करेगा ।दोनो इस प्रोग्राम में परफॉर्म करने से मना कर देते है लेकिन प्रधानचार्य दोनो को बोलते है, तुम दोनो को ही करना है फिर दोनो क्या कर सकते थे फिर दोनो एक दूसरे के साथ देना पड़ा।फिर दोनो साथ में तैयारी शुरू कर देते है ,प्रोग्राम का दिन जिसे जिसे करीब आते गए। वैसे वैसे इन दोनो के दोस्ती अच्छी होती गए।लेकिन राजा दोस्ती से आगे निकल चुका था,राजा को श्रुति से मोहब्बत होने लगा।और राजा श्रुति के साथ एक एक पल बहुत अच्छे से बिताने लगा ।फिर आती है प्रोग्राम का दिन दोनो बहुत अच्छे से परफॉर्म करते है,श्रुति बहुत अच्छी डांस करती थी लेकिन राजा को डांस उतना अच्छे से नही आता था फिर भी दोनो अच्छा परफॉर्म किया।राजा इतना खुश था की वो बया नही किया जा सकता है,और जिसे जिसे दिन बीते गए वैसे वैसे राजा का प्यार बढ़ता गया श्रुति के लिए ।और एक दिन राजा सोचता है कि किसे मैं श्रुति को बोलूं,मैं तुमसे से प्यार करता हूं। कहते है न सच मोहब्बत अगर होता खुद भी साथ देता है और एक दिन काफी तेज़ बारिश होने के करना उस दिन बहुत कम छात्र आए थे और राजा के कुछ दोस्त ने उस को बोला आज बात कर लो फिर ऐसा मौका नही मिलेगा।और राजा ने हिम्मत कर के श्रुति k पास जाता है और श्रुति को अपने दिल की बात बोल देता है लेकिन श्रुति को ये आदत पसंद नही आया राजा का और वो चुप हो गई फिर राजा डर दर के श्रुति को पूछता है तुम अगर नही करती हो तो बोले दो लेकिन श्रुति कुछ नही बोलती है और चुप चाप वर्ग में बैठी रहती है और इधर राजा डर के चुप हो के बैठे जाता है फिर स्कूल की बेल बजती है और स्कूल की छुट्टी हो जाती है लेकिन उसे के बाद एक बार श्रुति उसे से बात नही करती है उस दिन फिर अगले दिन का राजा इंतजार करता है कि वो श्रुति से मिले के बात करेगा।और अगले दिन जब दोनो स्कूल आते है तो श्रुति से राजा बात करता है लेकिन श्रुति उस को नजरंदाज कर देती है फिर राजा उस से बात करने का कोशिश करता फिर भी श्रुति बात नही करती है और राजा उसे से काफी टूटे जाता है लेकिन फिर भी राजा उसे से प्यार करता रहता है और वो किसी से उसको ले के कुछ नही सुनता है,और इस तरह दोनो में दूरी आने लगती है और राजा का दिन पर दिन श्रुति के लिए प्यार और बढ़ता जाता है फिर ऐसे ही दिन चलता रहा राजा उसे से मिले उस के घर भी चला जाता था इतना वो जनता था की मोहब्बत किए है तो उस के लिए कुछ भी कर सकता हूं।राजा उसे के लिए काफी ज्यादा गंभीर हो गया और क्या ही था प्यार करने वाले प्यार करने वाले को मसूस कर ही देता लेकिन इस चीज को श्रुति को मसूस करने में 2साल बीत गए लेकिन राजा उस से उतना ही प्यार करता था जितना वो शुरू से करते रहा।फिर श्रुति को जब मसूस हुआ और वो अपने दिल की बात राजा से बोले दी लेकिन वो दिन स्कूल का आखिरी दिन था उस के बाद दोनो कभी मिले नही सकते थे,और श्रुति बोलते ही रोने लगी क्यू की प्यार जब हुआ तब स्कूल जीवन खत्म हो रहा था लेकिन राजा उसे समझाया और बोला की मैं हूं तुम्हारे साथ और श्रुति को चुप करवाया और किसी को क्या पता था की आज के बाद ये दोनो कभी मिले नही सकते थे,फिर दोनो का वो एक आखिरी मुलाकात था उस समय और सब अपने जीवन में व्यस्त हो गए और सब अपना बोर्ड एग्जाम खत्म कर के जीवन में आगे बढ़ने लगे।राजा वो शहर छोड़ के वो आगे की पढ़ाई के लिए राजस्थान चला गया।लेकिन वो श्रुति को भुला नही और नही उस अलावा किसी और लड़की से मोहब्बत की।राजा हमेशा श्रुति को ले के उस के दोस्त से पूछा करता था लेकिन श्रुति का कोई आता पता नही था स्कूल खत्म होने के बाद। राजा उस के यादो में ही जी रह था फिर कुछ सालो बाद खबर आता है को श्रुति की शादी हो रही है और जिसे दिन पता चलता है उस दिन ही श्रुति की शादी रहती है राजा पूरी तरह टूट जाता है ये खबर सुने के उसको ऐसा लगत है जिसे उस के पाओ तले जमीन खीच गया हो।राजा कमजोर पड़ने लगा। राजा खुद को संभाल नही पा रहा था और वो काफी उस बात को सुने के टूटे गया था और खुद में अकेले रहेने लगा और श्रुति की शादी हो जाती है और राजा और श्रुति की मोहब्बत खत्म हो जाती है।लेकिन कोई नही जानता है खुदा के सामने किसी की नही चलती है और 4 साल बाद दुबारा इन दोनो का मुलाकात तो होता है वो भी दुर्गा पूजा के दौरान।एक दूसरे को देख दोनो काफी ज्यादा भभुक होते है लेकिन एक दोस्त की तरह। दोनो में बाते होती है मगर उस बात में भी एक दूसरे का दर्द छुपा होता है दोनो तो अब कभी एक तो नही हो सकते लेकिन एक दूसरे को जरूर दुआ देते हुए दोनो हमेशा के लिए अब जुदा हो जाते है।और आज दोनो एक दूसरे से दूर है मगर राजा श्रुति के अलावा किसी और से मोहब्बत नही किया और वो आज भी अकेले जी रहा है और उसे अकेले पन मैं भी श्रुति उस के साथ है और मोहब्बत तो दोनो ने की मगर सजा सिर्फ एक को ही मिला ।मोहब्बत करना आसान जरूर होता है लेकिन मोहब्बत को निभा पाना आसान नहीं होता है।
लेखक–सुमित कुमार