Shyambabu And SeX - 45 in Hindi Drama by Swati books and stories PDF | Shyambabu And SeX - 45

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Shyambabu And SeX - 45

45

खेल

 

 

 

श्याम अपनी पेंट के बटन बंद करते हुए बोला,  “आप यह क्या कह रही है?  आपको  कोई गलतफहमी हुई है, मेरी बहन ऐसी नहीं हैI वह तो अपने पति राजेश के साथ बहुत खुश  हैI” कुसुम ने रोते हुए कहा, “मैं अपने बच्चो की कसम खाकर कहती हूँ कि इसी ने मेरा घर खराब किया हैI “ अब श्याम को काँटों तो खून नहीं I  अब कुसम ने महक की और बृजेश की एकसाथ खड़े हुए फोटो भी दिखाईI  श्याम को अब कुसुम की बात पर यकीन करना पड़ाI  उसने उसे समझाते हुए कहा,

 

 

मैं महक से बात करूँगा I आप परेशां न होI

 

मैं आपका घर कम से कम अपनी बहन को तो खराब करने नहीं दूंगाI

 

कुसुम ने उसे कृतज्ञ भरी नज़रों से देखा और धन्यवाद कहकर वहाँ से चली गईI उसके जाते ही श्याम सिर पकड़कर बैठ गया,  ‘पता नहीं किस गलत घर में  पैदा हो गया, माँ बाप तो पहले ही मेरी ज़िन्दगी के साथ खेल चुके हैं, अब बहन भी शामिल हो गईI’ उसने उसी वक्त महक को कॉल करके घर आने के लिए कहाI

 

 

बबलू की दुकान में काम करने वाले राजू के पैर में चोट लग गई, ज्यादा खून बहने की वजह से वह उसे हॉस्पिटल  ले गयाI  वहाँ पर डॉक्टर उसका ईलाज करने लगेंI  वह भी वही बैठकर डॉक्टर से बात करने का  इंतज़ार करने लगाI

 

 

महक के घर आते  ही श्याम ने उसे आड़े हाथो लिया,

 

तुम्हें शर्म नहीं आती एक शादीशुदा औरत का घर खराब करती होI

 

भाई क्या कह रहें हैं???

 

तुम किसी बृजेश को नहीं जानती???

 

जानती हूँ, अच्छे से जानती हूँ पर मैंने ऐसा कुछ नहीं किया I अब उसने भी, उसे वही फोटो दिखाईI उसने फोटो को देखते हुए कहा, “यह सच नहीं हैI”

 

“फिर तुम अपना सच बताओ,”  राजेश मुझे मेरा बुटीक खोलने के लिए पैसे  नहीं दे रहें और बृजेश की कपड़ों की फैक्ट्री है इसलिए मैं उनके साथ पार्टनरशिप में  दुकान  खोल रही हूँI उनकी बीवी को लगता है कि  मेरा उनके साथ कोई चक्कर है,  उन्होंने भी समझाया पर वह नहीं मानती I

 

तुम मुझसे पैसे ले लो, और बोटिक खुल लोI

 

भाई! अपने कुछ टाइम पहले तो बापू का सारा कर्ज़ा चुकाया है और फिर घर भी छुड़ाया हैI मैं आप पर और बोझ नहीं डालना चाहती I

 

इससे बड़ा बोझ और क्या होगा कि  कोई मेरी बहन पर गलत इलज़ाम लगाएI तुम आज के बाद, उस बृजेश से नहीं मिलूंगी, जो मदद चाहिए  मुझसे माँगोI समझी I”  महक ने भी  सिर झुकाकर उसकी बात मान लीI  श्याम ने कुसुम को फ़ोन करके सारी बात बताई और उसे कहा भी कि वह अपने मन से यह  निकाल दें कि उसके पति का कुछ बाहर चल रहा हैI उसने श्याम का एहसान माना और अपने पति से अपने रिश्ते सुधारने की बात कहींI

 

बबलू  को डॉक्टर ने बताया कि कल राजू डिस्टार्च हो जायेगा I वह अब जाने लगा तो कुछ सोचते हुए एक दूसरे डॉक्टर के केबिन में चला गयाI  बबलू को देखकर  डॉक्टर बोले,  “अरे !! मिस्टर बलबीर, आपकी बीवी ठीक तो है??

 

डॉक्टर! वही मैं आपसे पूछने आया हूँ कि दोबारा टेस्ट कब करवाए?  डॉक्टर हैरान हैI

 

क्या मतलब ?? आपकी बीवी एक महीने पहले मेरे पास आई थीं, मैंने उन्हें बताया था कि वह बिलकुल ठीक हैI एक बार पहले भी आईं तो मैंने तब भी उन्हें बताया था कि  सिर्फ पंद्रह दिन का परेहज और हैI अब आप यह क्यों पूछ रहें हैं? क्या  उन्हें फिर से परेशानी हो रही है? बबलू ने सुना तो सकपका  गया I उसने डॉक्टर को धन्यवाद कहा और घर जाते हुए बबलू सोचने लगा,  “आख़िर इमरती के दिमाग में चल क्या रहा हैI  यह ख़ुद क्यों डॉक्टर के पास आई और इसने मुझे क्यों नहीं बताया कि यह पूरी तरह ठीक हैI  हो न हो, ज़रूर यह औरत मेरे साथ कोई खेल रही है,  मगर क्या,  वो तो पता लगाना पड़ेगाI