मुंबई की बारिश हमेशा अपने साथ एक अनकहा रोमांस और रहस्य लेकर आती है। एक ऐसी ही बारिश की रात में, शहर की भागदौड़ के बीच, दो अनजाने रास्ते आपस में टकरा गए। आरव, एक संघर्षशील संगीतकार, और नेहा, एक साहसी पत्रकार, की मुलाकात भी इसी बारिश की देन थी।
आरव, जो अपने जीवन के अंधकारमय दौर से गुजर रहा था, ने अपनी जिंदगी में बहुत कुछ खो दिया था। उसके संगीत में ही उसका सारा दर्द और संघर्ष झलकता था। वह कैफे में बैठा था, गिटार बजा रहा था, जब नेहा अपनी छतरी समेटते हुए अंदर आई। नेहा ने पुराने हिंदी गानों का शौक रखते हुए आरव के संगीत में एक खास जुड़ाव महसूस किया। दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और जल्द ही वे अपने-अपने जीवन की कहानियाँ साझा करने लगे।
नेहा एक साहसी पत्रकार थी, जो एक बड़े राजनीतिक घोटाले का पर्दाफाश करने में लगी हुई थी। विक्रम सिंह, एक भ्रष्ट राजनेता, इस घोटाले के मुख्य आरोपी थे। नेहा ने अपनी खोजबीन में काफी प्रगति कर ली थी, लेकिन यह काम खतरनाक भी था। आरव और नेहा के बीच का बंधन गहराने लगा, और आरव ने अपने अतीत की दुखभरी कहानियाँ नेहा से साझा कीं। उसने बताया कि कैसे उसने अपने प्रियजनों को खोया और संगीत ही उसका एकमात्र सहारा बना।
जैसे-जैसे नेहा का घोटाले की तहकीकात आगे बढ़ी, विक्रम सिंह और उसके सहयोगियों ने उसे रोकने की कोशिशें शुरू कर दीं। नेहा को धमकियां मिलनी शुरू हो गईं, लेकिन उसने हार नहीं मानी। आरव ने नेहा का हौसला बढ़ाया और उसे अपनी तहकीकात जारी रखने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान, दोनों का प्रेम और भी गहरा हो गया।
एक दिन, नेहा की तहकीकात के सिलसिले में उसे एक अहम सुराग मिला। यह सुराग उसे विक्रम सिंह के सबसे करीबी सहयोगी तक ले गया, जिसने सारे घोटाले की पोल खोल दी। लेकिन इससे पहले कि नेहा इस जानकारी को सार्वजनिक कर पाती, विक्रम सिंह ने उसे धमकाना शुरू कर दिया। नेहा को अब अपनी जान का खतरा महसूस होने लगा, लेकिन उसने हार मानने से इनकार कर दिया।
आरव भी नेहा के साथ खड़ा रहा। उसने नेहा को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास किया। इस बीच, आरव का अतीत एक बार फिर उसके सामने आ गया जब उसके पुराने दुश्मनों ने उसे धमकाना शुरू किया। आरव को अपनी आंतरिक लड़ाई लड़नी पड़ी, ताकि वह नेहा को सुरक्षित रख सके। उसने अपने संगीत में एक नई ताकत पाई और नेहा की मदद के लिए हर संभव प्रयास किया।
नेहा की तहकीकात अंततः सफल हुई। उसने विक्रम सिंह का पर्दाफाश किया, लेकिन उसे इसके लिए कई बलिदानों का सामना करना पड़ा। सच सामने आया, विक्रम सिंह को गिरफ्तार किया गया और न्याय मिला। लेकिन इस प्रक्रिया में नेहा और आरव की ज़िंदगी हमेशा के लिए बदल गई।
नेहा ने पत्रकारिता की दुनिया में एक नया मुकाम हासिल किया और आरव ने अपने संगीत के माध्यम से अपनी आंतरिक शांति पाई। दोनों ने एक-दूसरे के संघर्ष और बलिदानों के माध्यम से अपनी ज़िंदगियों को नए सिरे से शुरू करने का निर्णय लिया। उन्होंने मिलकर एक नई शुरुआत की, जहाँ न केवल उनका प्यार बल्कि उनका आत्म-सम्मान और विश्वास भी प्रबल हुआ।
**अनजान राहें** एक कहानी है प्यार, संघर्ष और अंततः मुक्ति की, जो दिखाती है कि चाहे राहें अनजान हों, सच्चाई और प्रेम का मार्ग हमेशा उजाला ही लाता है। यह कहानी हमें सिखाती है कि कठिनाइयाँ कितनी भी बड़ी क्यों न हों, सच्चा प्यार और दृढ़ निश्चय हर मुश्किल का सामना कर सकता है और अंत में विजय प्राप्त कर सकता है।