Pyaar Beshumar - 3 in Hindi Love Stories by Aarushi Thakur books and stories PDF | प्यार बेशुमार - भाग 3

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प्यार बेशुमार - भाग 3

अब आगे,

नितिन उसे छोड़ते हुए कार मे आ कर बैठ गया । सीरत अभी भी सदमे मे थी की उसके साथ हो क्या गया ? उसका रोने का दिल कर रहा था ।


नितिन ने ड्राइवर को आवाज दी और कार निकलने को कहा । सीरत वही साइड मे फ्रीज़ हो चुकी थी ।

कार मे जो लड़की थी उसने नितिन को मुस्कुराते देखा तो कहा, " तुम इतना मुस्कुरा रहे हो और ये क्या था ? "
नितिन ने अनजान बनते हुए कहा, " क्या था निशा ?"

" जो अभी किया तुमने लीटरली उस लड़की को किस किया वो भी सबके सामने , " निशा ने नितिन को घूरते हुए कहा ।

" क्या करता कितना बोल रही ही तो " , नितिन कासुअली उस बात को उड़ा दिया जैसे प्रेटेडेंड कर रहा हो की कुछ नहीं किया उसने ।

आर यू सीरियस नितिन , तू. उसे ऐसे किस करके इस तरह रिएकट कर रहा है की कुछ नहीं किया तूने , जो भी हो तुम किसी को किस कैसे कर सकते हो " , निशा ने फिर से पूछा ।

" प्लीज् हा अभी नहीं , तुम लेट हो जाओगी सो अपने काम पर फोकस करो एंड एयरपोर्ट आ गया है तुम जाओ , " नितिन ने निशा को चुप करवाते हुए बाहर जाने का इशारा किया ।

" हाउ मीन ? ओके बाय ", निशा ने नितिन को हग किया और कार से बाहर आ गयी फिर वह अपना लगेज ले एयरपोर्ट के अंदर चली गयी ।

ड्राइवर वापस से ड्राइविंग सीट पर आ कर बैठ गया और कार आगे बढ़ा दी ।



दूसरी तरफ,

सीरत के पास कोमल बैठी थी । सीरत कब से रोए जा रही थी । " क्या हुआ कुछ बोलेगी ", कोमल ने सीरत के आगे टीशु करते हुए पूछा ।

सिद्धार्थ भी सामने चुप चाप उसे रोते हुए देख रह था ।
सीरत का रोना बढ़ता ही जा रहा था ।

सिद्धार्थ ने कहा , " एक काम करो कोमल इसे घर ले जाओ ।"
" क्यों रो रही है ये , पहले बताये तो सही , " कोमल ने सीरत को रोते हुए देख कहा ।

" सीरत , लिसेन तुम बताओ तो हुआ क्या ?, " सिद्धार्थ ने कहा ।
सीरत सिसकियाँ लेते हुए बोली , " स्यापा ,, स्यापा ही हो गया है । भाजी पाला कर दिया मेरी जिंदगी का । "
" ढंग से बोलो यार क्या बोलती रहती हो । कोमल क्या सच मे तेरी बहन है । कही तेरी मम्मा मंदिर की सीढ़ियों से तो नहीं उठा लायी ना इसे , " सिद्धांर्थ ने ताना मारते हुए कहा ।
सीरत ने अपनी नाक पोछते हुए सिद्धार्थ को घुरा और फिर बताने लगी । " आज एक बच्चा कार के साथ टकरा जाता मैंने उसे बचा लिया । पर मै ड्राइवर पर भड़क गयी । "

कोमल और सिद्धार्थ सीरत की बात को गौर से सुन रहे थे । सीरत ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा , " फिर मुझे रिलाइज हुआ की आई थिंक मै ज्यादा बोल गयी पर तब तक वह चेक ले कहता की जो नुकसान हुआ है अमाउंट भर लो या बता दो । "

" तो तूने क्या किया ? " , कोमल ने उसकी तरफ गौर से देखते हुए कहा उसे लग रहा था की सीरत पक्का उससे लड़ पड़ी होगी ।

" तो मैंने बहुत सुनाया पर उसने भी तो कहा था रिमूव दिस शिट गुस्सा आ गया " , सीरत ये कह रोने लगी और टीशु उठा अपनी आँखों को साफ कर रही थी उसका चेहरा भी लाल हो चूका था ।

कोमल ने चिढ़ते हुए कहा , " आगे बोल बाद मे रोना , " सीरत के हाथ से टीशु बॉक्स साइड कर दिया ।

" तो क्या ? उसने सबके सामने मेरे होठो पर अपने होंठ रख दिए , ताकि मै चुप हो जाऊ ", सीरत ने ये बात जल्दी जल्दी कही और अपनी आंखे बंद कर ली ।


सिद्धार्थ जोर जोर से हसने लगा । सीरत ने अपनी आंखे खोली और घूर को सिद्धार्थ को देखा ।

कोमल भी सिद्धार्थ को घूरने लगी और बोली , इसमें हसने वाली क्या बात थी । उसे जिसने किस किया वो इसका बॉयफ्रेंड नहीं था । "

" ओके ओके सॉरी यार ", सिड ने कहा ।

"और तू , कोई भी रेंडम आदमी आया और तुझे किस करके चला गया और तू कुछ बोली नहीं " , कोमल सीरत के ऊपर भड़कते हुए बोली ।

"क्या करती मै तो खुद सदमे मे थी ", सीरत ने पल गहरी सांस ली और भोली सी सूरत बना कर कहा ।

" अच्छा अब शांत हो जाओ तुम दोनों वो जो भी था उसे हम सबक सिखाएंगे । अब तुम दोनों घर जाओ, कल मिलते है , " सिद्धार्थ ने कहा ।

"क्यों ? अब कल क्यों मिलना है तुम्हे ", सीरत ने सिद्धार्थ से कहा ।
" अरे मेरी जान, तू मुझ पर गुस्सा मत हो एन्ड मै ही तेरी इंटर्नशिप के लिए ऑफिस बताने वाला हू," सिद्धार्थ ने सीरत से कहा ।
" तू इंटर्नशिप, पर क्यों ??? किसने कहा तुझे की मेरी हेल्प कर, नहीं चाहिए " सीरत ने कहा ।
" मै ये कह रहा था की तुझे इंटर्नशिप के लिए अच्छी सी प्लेस मै बताऊंगा , " सिड ने कहा ।

" रहने दे नहीं चाहिए तेरी हेल्प , और बोल भी कौन रहा है, कॉलेज तो आया नहीं जाता तेरे कारन मुझे ये यहाँ ले आयी और हर बार तुम दोनों मुझे भूल जाते हो । इसलिए मै बाहर चली गयी और मेरे साथ क्या से क्या हो गया । ये सब ना तुम्हारी वज़ह से हुआ है , और तुम स्पेशली मेरे लिए आओगे हूं..... " सीरत ने सिद्धार्थ की तरफ पॉइंट करते हुए कहा ।



" ओह रियली , ये सब मेरी वजह से हुआ है ??? " सिद्धार्थ ने सीरत की और देखते हुए कहा ।
" हाँ रियली , सब तेरी वज़ह से हुआ है । ज़ब मेरा दोस्त बना है मेरी ग्रह नक्षत्र ही बदल दिए तूने और तेरी वजह से प्राइवेसी भी छीन गयी " , सीरत ने सिद्धार्थ को देखते हुए कहा ।

" किस प्राइवेसी की बात कर रही है , " सिद्धार्थ मे फिर से कहा ।

"ओह शट अप बोथ ऑफ यू कितना लड़ते हो तुम दोनों , " कोमल ने चिढ़ते हुए दोनों से कहा ।

" इसने शरू किया ? सुना नहीं क्या क्या बोल रही थी , " सिद्धार्थ ने सीरत की और पॉइंट करते हुए कहा ।

कोमल ने एक नजर सिद्धार्थ को घुरा । जिसके कारन वह चुप हो गया और अपने मुँह पर ऊँगली रख ली ।

"सिद्धार्थ तुम भी बच्चों की तरह लड़ने लगे क्या हो गया है तुम्हे , " कोमल ने सिद्धार्थ से कहा और सीरत ने मुँह बना लिया । " सीरत घर चलते है अब ऑलमोस्ट रात हो गयी है तेरे चकर मे, " कोमल ने कहा ।

सीरत ने बिना कुछ कहे अपनी जगह से खड़ी हुई और वे बाहर आ गये ।

सिद्धार्थ ने कहा, " मै ड्राप कर देता हू । "

सिद्धार्थ ड्राइविंग सीट पर बैठ गया कोमल उसके साथ वाली पेस्सेंजर सीट पर बैठ गयी और , सीरत बैक सीट पर बैठ गयी ।




दूसरी तरफ,

नितिन शहर से दूर एक बड़े से बंगलौ मे था । ये नितिन का फार्म हाउस । यहाँ पर गिने चुने सर्वेंट ही पुरे फार्म हाउस की टेक केयर करते है ।

नितिन अभी फ्रेश हो कर अपने रूम की बालकनी मे चेयर पर बैठा था । हलकी हलकी हवा उसके गलो को सहला रही थी । चाँद की माधम सी रौशनी उसके चेहरे पर पड़ रही होती है और उसने अपनी आँखों को बंद कर वही फील कर रहा था । एक दम रिलेक्सिंग मोड मे तभी उसे आज का इंसिडेंट याद आ गया ।

झट से नितिन ने अपनी आंखे खोली और खुद मे बोला, " ये क्या सोच रहा हू । एंड सच मे नितिन तूने उस लड़की को । क्या सोच रहा था तब ? "

" अब रिलाइज हो रहा है , " तभी उसके कमरे मे आते हुए एक लड़के ने कहा ।
" हे किसके ख्यालो मे गुम है ?"

नितिन ने जैसे ही आवाज को सुना तो पलट कर देखा ।

"मुकुल तू , यहाँ " नितिन के चेहरे पर स्माइल आ गयी और अपनी जगह से खड़े होते हुए मुकुल को गले लगा लिया ।

मुकुल ने भी इसे गले लगाया और कहा , " हा मै यहाँ , क्युकी मेरी निशा से बात हुई थी तो उसने बताया की तू यही होगा तो मै आ गया । "

"बैठ ना यार, " नितिन ने सामने बैठने का इशारा किया ।

फिर उससे बोला, " तो उसने तुझे भी आज के बारे मे बताया राइट ? "

मुकुल ने कहा, " हाँ, पर मुझे समझ नहीं आया की जक लड़का किसी को हाथ नाही लगाने देता वो आगे जा कर किसी को........ " अपनी बात को अधूरा छोड़ते हुए ।
एक स्माइल के साथ नितिन को देखने लगा ।

नितिन ने उसे स्माइल करते देखा तो कहा, " व्हाट ? आई डोंट नॉ हाउ ? मतलब वो बोल रही थी आई लूज़ माय कण्ट्रोल । "




आज के लिए अलविदा
मिलते है अगले भाग मे
~आरुषि ठाकुर ✍️