Ishkiya (Pehla Pyar) - 4 in Hindi Short Stories by Anchal Gupta books and stories PDF | इश्कियां (पहला प्यार) - 4

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इश्कियां (पहला प्यार) - 4

राहा की आंखों से टप टप आंसु बहने लगे वो रोते हुए बोली... मैं देख नही सकती इसका मतलब ये तो नही की कोई मेरे साथ ऐसे बर्ताव करेगा मैं भी इंसान हु मुझे भी फील होता है यार मुझे भी हर्ट होता है।
राहा तू शांत होजा हां ऐसा नही है... कुछ लोग होते ही ऐसे है जिन्हे किसी की कदर नही होती... संजू राहा को समझते हुए बोली पर उसकी आंखो में गुस्सा साफ नजर आ रहा है। राहा तू रुक मैं अभी आती हु बोलते हुए संजू वहा से निकल जाती है।
इसकी हिम्मत कैसे हुई मेरी दोस्त को रुलाने की इसे मैं छोडूंगी नही संजू खुद में ही बुदबुदाते हुए उस घर से बाहर निकल गई.... और बाहर आकर इधर उधर देखने लगती है तभी उसे जाता हुआ राज दिखाई देता है... संजू जोर से आवाज लगती है रूको? उसकी आवाज सुन राज के कदम रुक जाते है।

संजू गुस्से में उसकी तरफ बढ़ती है और उसका कॉलर पकड़ कर उसे अपनी तरफ घूमती है... तुम्हारी हिम्मत कैसे... बोलते हुए वो रुक जाती है और उसकी आंखे हैरानी से बड़ी हो जाती है क्युकी वो राज नही कोई और था। ये क्या तरीका है मैम... वो आदमी थोड़े गुस्से में बोला।
संजू उसका कॉलर छोड़ते हुए बोली... सॉरी मिसअंडर स्टैंडिंग हो गई। उसकी बात सुन वो आदमी वहा से निकल जाता है।

इस आदमी के चक्कर में बड़बड़ हो गई इसे मैं देख लूंगी बोलते हुए संजू गुस्से में अपनी हाथो की मुट्ठी बना लेती है और आचनक उसे याद आता है की रहा अकेली है और वो भागे भागे वापस अकादमी में जाती है और अंदर जाकर बोली... राहा तू ठीक है? बोलते हुए उसकी नजर चारो तरफ जाती है वहां राहा नही थी। ओह गॉड! कहां चली गई राहा बोलते हुए संजू अपना सिर पकड़ लेती है।

वही दूसरी तरफ,

राहा सड़क के बीचों बीच चल रही थी और उसकी आंखो से आंसु थमने का नाम ही नही ले रहे थे। क्यू कन्हैया क्यू? मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है मेरा क्या गुनाह है की मैं देख नही सकती? मुझे आज तक इस बात से कोई फर्क नही पड़ा कन्हैया लेकिन आज किसी का ऐसे बर्ताव करना मुझे क्यू तकलीफ दे रहा है। बोलते हुए राहा चले जा रही थी तभी उसकी साइड से एक बाइक होकर निकलती है राहा डर के मारे दो कदम पीछे हो जाती है। आंधी है क्या? दिखाई नहीं देता तुझे? वो बाइक वाला आदमी गुस्से में बोला। उसकी बातें सुन राहा की आंखे में मोटे मोटे आंसु आ गए और वो चिल्ला कर बोली... हा नही दिखाई देता मुझे आंधी हु मै... बोलते हुए राहा जोर जोर से रोने लगती है। और उस सड़क पर बस लड़खड़ाते हुए आगे जा रही थी... वो बस चले जा रही थी और उसके सामने एक बड़ा सा ट्रक आ रहा था वो आदमी बार बार हॉर्न बजा रहा था पर राहा बस रोते हुए चले जा रही थी वो ट्रक उसे टक्कर मारने ही वाला था की तभी कोई राहा का हाथ पकड़ कर उसे खीच लेता है। और राहा सीधे इस इंसान के सीने से लग जाती है।

आर यू मैड , ऐसे कैसे चले जा रही हो कुछ हो जाता तो.... राज राहा के ऊपर चिल्लाते हुए बोला। आपको क्या फर्क पड़ता है और आप लगते कोन हो मेरे... भाई हो.... क्या हो राहा उसपर बिफरते हुए बोली।
हे यू भाई मत बोलो यार.... राज चिड़ते हुए बोला। ओके सॉरी नही बोल रही पर आप हो कोन? आप मुझसे क्यों बातें कर रहे हो मुझे तो दिखाई नहीं देता है आप भी भाग जाओ.... राहा रोते हुए बोली और रोने की वजह से उसकी नाक भी बह रही थी और इस वक्त वो और भी जायदा क्यूट लग रही थी। उसकी क्यूटनेस इतनी थी की राज की नजर उसके चेहरे से हट ही नहीं रही थी। ये कितनी क्यूट है और मैं बेवकूफ इसे हर्ट करके आ गया.... राज खुद को ही कोशते हुए बोला।

राज राहा को देखने में बिजी था और राहा को ना जाने क्या सूझा उसने अपना चेहरा राज के थोड़ा करीब किया और अपना हाथ इधर उधर फेरते हुए उसका हाथ उसके कॉलर तक पहुंचा और अपना चेहरा उसकी शर्ट के नजदीक लाकर उसके परफ्यूम को सूंगने लगी और सूंघते ही उसके चेहरे के भाव बदल गए। अचानक राहा उससे दूर हुई और उस पल चिल्लाते हुए बोली... दूर रहिए मुझसे.... आप ही है ना राज ग्रोवर उर्फ RJ ।

क्या होगा आगे... जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी स्टोरी... इश्किया...
सपोर्ट कीजिए guy's, मेरी ये शॉर्ट स्टोरी आपको पसंद आई तो मैं प्रतियोगिता में विनर बन सकती हूं🤩🤩

Continue ❤️❤️....