Rebirth of devil - 7 in Hindi Fiction Stories by Sanju books and stories PDF | रिबर्थ ऑफ़ डेविल - 7

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रिबर्थ ऑफ़ डेविल - 7

क्लास में

अभी सब एक दूसरे से बातें कर रहे थे कि तभी अचानक से साइलेंट हो जाता है।
परी - अचानक साइलेंट क्यों हो गया?.

मोहित - प्रोफेसर जो वापस आ गए हैं

परी ने कहा आई जो मैंने उनके कार को आते हुए देखा।

टिया - अब हमारी बैंड बजेगी क्योंकि उन्होंने हमें एक हफ्ते का मौका दिया था इस बीच हमने टेस्ट का कोई भी रिवीजन नहीं किया है।

आज हमारी बैंड बजाने वाली है वो इतना कह पाई थी कि तभी अकड़ के साथ प्रोफेसर अभय क्लासेस में इंटर होते हैं

सारे स्टूडेंट रिस्पेक्ट से अपनी जगह से खड़े हो गए और गुड मॉर्निंग विश करे

अभय ने उन सबको तीखी नजर डाल उसकी धड़कनें तेज था
दिल में बहुत सारी भावनाएं उमड़ रहा था जो कि फैसियल एक्सप्रेशन से छुपा लिया था ।


वही पीछे वाली लास्ट बेंच पर बैठी हुई है आंशी का दिल भी अचानक से धड़कने लग गया था
चेहरे पर बेचैनी आ घा वो यहां वहां देखने लग गई।

आरुषि- उसकी बेचैनी को देखकर बोली क्या हो गया यहां वहां क्यों देख रही है?.सामने देखना कितने हैंडसम प्रोफेसर है....!

लगता है हमारे क्लास टीचर है

यश {धीमे से }सही पहचाना, हमारे क्लास टीचर है जो कि हमें मैथ पढ़ाएंगे।


आरुषि - इसमें कोई शक नहीं है हमारी आंशी ही टक्कर देगी क्योंकि वन ऑफ द बेस्ट टैलेंटेड स्टूडेंट जो इस कॉलेज में आई है जो कि हमेशा टॉपर रही है


आंशी बेचैनी को कम करने के लिए बैक से पानी का बोतल निकाल कर पीने लग गई

क्लास में उसके पीने ने की आवाज आने लग गई... शांति को चिरते हूए..???

अभय को डिस्टर्ब जरा भी मंजूर नहीं था गुस्से में सभी स्टूडेंट पर भड़कते हुए {टेबल पर बुक तेजी से बंद करते हूए { किसकी हरकत है?.


आंशी जैसे ही कड़क आवाज सुनती है उसके पानी पूरा मुंह से बाहर आ गया
जिससे उसकी हिचकी आना स्टार्ट हो गया था आरुषि {घबराकर }पीठ को सहलाते हुए उसे शांत करने की कोशिश करने लगी

यश भी घबरा गया " आंशी इस तरह डरता देख जिससे नॉर्मल लाइफ में लाने के लिए क्या नहीं क्या उन दोनों ने "


आंशी को प्रोफेसर की डांट से बचाने के लिए आंशी से बोतल ले लिया और खुद हाथ खड़ा करके बोला सर मैं हूं..!



अभय {गुस्से में } तुम्हें जरा भी अंदाजा है एक-एक सेकंड खराब कर रहे हो अपनी यह बचकानी से,

यश - एक पल के लिए डर गया {गर्दन नीचे किए हूए } सॉरी सर, इसलिए नहीं की हम बचकानी हरकत किया?..बल्कि इसलिए कहे की अगर किसी को प्यास लगे तो वो आपके परमिशन का वेट नहीं करेगा।

अभय {एक्सप्रेशन लेस, तेज कड़क वॉइस में } - गेट डाउट

यश वहां से जाने लग गया कि तभी प्यारी सी आवाज क्लासरूम में गुंजी..... सर...........


मिलते अगले चैप्टर मे तब तक के लिए आप सब कमैंट्स, लाइक, रिव्यू देना ना भूले
बहुत मेहनत करना पड़ता है कहानी लिखने में, तो a प्लीज आप सभी भी थोड़ा सा कष्ट करके कमेंट कर दीजिए