Kismat Se Mila Rishta - 9 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 9

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किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 9

तनवी का मुंह बनाना

 

अब आगे,

 

अब अभय गुस्से से आकाश को घूर रहा था वही तनवी अपने सोफे पर से उठ कर अब आकाश के पास पहुंच गई और उस के पास जाकर उस से कहा, " आप तो बिलकुल मेरी तरह ही हो जिन को मेरी तरह कभी कभी अभय भैया की बाते थोड़ी नही बिलकुल भी पसंद नही आती..!"

 

तनवी ने अपनी बात कहते हुए अब उस ने आकाश के एक हाथ को पकड़ लिया वही जो आकाश अभी तनवी की मासूमियत से मंद मुक्त हो चुका था वो अपने होश में वापस आ गया और तनवी के नए व्यवहार को ही देखने लगा तो और फिर उस को लगा कि कोई उस को गुस्से से घूर रहा है..!

 

तो अब आकाश उस दिशा में देखा तो उस को पता चला कि अभय उस को ही गुस्से से देखे जा रहा था तो अब आकाश ने अपना सलायवा गटक लिया क्योंकि आकाश को अपने बॉस अभय के गुस्से से बहुत ज्यादा डर लगता था..!

 

वही तनवी, जो आकाश के हाथ को पकड़े हुई खड़ी थी अब उस को महसूस हुआ कि आकाश कांप रहा था और फिर जब उस ने, आकाश के चेहरे को देखा तो वो किसी को देख कर डर रहा था..!

 

अब तनवी ने आकाश की नजरो का पीछा किया तो उस को पता चला कि आकाश तो अभय को देख कर थर थर कांप रहा था तो अब तनवी ने अभय को देखते हुए उस से पूछा, " क्या अभय भैया, आप ने घूरने मे पीएचडी कर रखी है..?"

 

तनवी के मुंह से अजीब सा सवाल सुन कर, अब सब की नजर सिर्फ और सिर्फ तनवी पर थी और अभय तो उस को ऐसे देख रहा होता था जैसे मानो वो, तनवी से उस के सवाल का जवाब मांग रहा हो..!

 

अभय की नजरो को देखते हुए अब तनवी ने खुद ही से ही अपने किए सवाल को दुबारा से अभय को देखते हुए उस से कहा, " अगर आप ने घूरने मे पीएचडी नही करी है तो फिर सब को अपनी ये कुंजी आंखो से घूरते क्यू रहते हो, जैसे हॉस्पिटल में मुझ घूर रहे थे और अब यहां जेट पर आकाश भैया को घूर रहे हों..!"

 

तनवी की बात सुन कर, अब अभय ने आकाश को घूरना बंद कर दिया मगर अब रवि, आकाश के बगल में आकर खड़ा हो गया और अब उस ने, आकाश से कहा, " जल्दी से तनवी मैम को दवाइया खाने के लिए बोल दे, नही तो आज तेरा आखरी दिन होगा और क्या पता बॉस गुस्से में तुझे इस जेट से ही नीचे फेक दे..! "

 

रवि के मुंह से अपने लिए वो आखरी लाइन सुन कर ही आकाश के पसीने छूट गए और अब वो, थोड़ा सा डरते हुए ही सही मगर उस ने तनवी से कहा, " मै आप से कुछ कहूंगा तो आप मुझे मना तो नही करोगे ना..?"

 

आकाश की बात सुन कर, अब तनवी ने उस से कहा, " पहले तो आप मुझे ये आप आप करना छोड़ दो क्योंकि आप मुझ से बड़े हो ना कि मैं और रही बात कि मै, आप को क्यू मना करूंगी और आप मुझ से जो भी कहोगे मैं वो बात मानूंगी और वैसे भी हम राजपूत है और हम अपनी कही हुई बातो से पीछे नहीं हटते..!"

 

तनवी की बात सुन कर, अब आकाश ने अभय के हाथ से दवाइया ले ली और अब तनवी को देखते हुए उस से कहने लगा, " तो प्लीज मेरे लिए ये दवाइया खा लीजिए..!"

 

आकाश की बात सुन कर तनवी का मुंह बन गया क्योंकि ये लोग उस को दवाइया खिलाने के लिए उस के पीछे हाथ धोकर पड़ चुके थे और अब अभय के चेहरे पर मुस्कान आ गई, आज उस को पहली बार आकाश के इस आइडिया पर उस को शाबाशी देने का मन कर रहा था..!

 

आकाश की फरमाइश सुन कर और अभय का मुस्कराना देख कर अब तनवी अभय की तरफ इशारा करते हुए अब तनवी ने आकाश से कहा, " आप बहुत बुरे हो आकाश भैया और आप ने अपने इस बॉस के लिए मेरे साथ ये सब करा है ना..!"

 

तनवी की बात सुन कर अब अभय के चेहरे पर हल्की सी मुस्कान आ गई और फिर अनजान बनते हुए उस ने अब आकाश की ओर इशारा कर और साथ में तनवी से कहा, " पर मैने क्या किया और ये सब तो तुम्हारे इस प्यारे आकाश भैया का किया धरा है तो फिर इस मे मेरी क्या गलती है, जरा बताओ तो मुझे...!"

 

अभय के चेहरे पर एक नही बल्कि दो दो बार मुस्कान देख कर इस बार राज, रवि और आकाश को छोड़ अभय के बाकी बॉडीगार्ड्स को तो जैसे अपनी आंखो पर विश्वास ही नहीं हुआ कि उन का गुस्सैल बॉस मुस्कुराता भी है..!

 

वही अभय की बात सुन कर अब तनवी ने उस से कहा, " हां..हां आप से बड़ा मासूम तो इंसान इस पूरी दुनिया में कही नही होगा और अनजान तो ऐसे बन के दिखा रहे हैं जैसे इन को तो कुछ पता ही न हो..!"

 

अब तनवी अजीब सा मुंह बनाते हुए और साथ में अभय की एक्टिंग करते हुए उस से ही कहती है,

 

" बड़े आए आकाश भैया का किया धरा कहने वाले...!"

 

तनवी की बात सुन कर ही अभय के चेहरे से मुस्कान नही जा रही थी और अब तो वो तनवी की एक्टिंग को देख कर खिलखिलाकर हसने लगा जिसे देख कर पहले तो तनवी, अभय को देख अजीब सा मुंह बनाने लगी पर जब उस ने अभय को खिलखिलाते हुए देखा तो उस के चेहरे पर भी मुस्कान आ गई..!

 

वही अभय को ऐसे खिलखिलाता देख कर राज, रवि, आकाश और अभय के बाकी बॉडीगार्ड्स अपने बॉस को आंखे फाड़ कर देख रहे थे साथ में अपने बॉस को ऐसे हंसता खिलखिलाता देख उन को भी खुशी हो रही थी..!

 

और अब तनवी जल्दी से अभय के गले से लग गई और साथ में अभय के एक हाथ को पकड़ कर उस के कंधे पर अपना सिर रख लिया वही अभय ने जब तनवी को देखा तो उस ने अपना दूसरा हाथ उस के सिर पर रख दिया..!

 

अब तनवी ने अभय से पूछा, " अभय भैया, आप मुझे कभी छोड़ कर तो नही जाओगे ना..!"

 

तनवी के अचानक से ऐसे सवाल पूछने पर अभय उस से कहा, "और तुम मुझ से ऐसा सवाल क्यू पूछ रही हो..?"

 

अभय की बात सुन कर अब तनवी ने अभय पर थोड़ा गुस्सा करते हुए उस ने अभय से कहा, " पहले मैने पूछा न आप से सवाल तो फिर आप मुझ से सवाल पर सवाल केसे पूछ सकते हो..?"

 

तनवी की बात सुन कर अब अभय ने उस से कहा, " अच्छा बाबा, हो गई मुझ से गलती और रही बात तुम्हारे सवाल कि तो मै, तुम्हे छोड़ कर कही भी नही जाऊंगा और न ही तुम्हे जाने दूंगा, अब समझ में आ गया..!"

 

अभय के ऐसे अपने गलती को मानने से आज रवि और उस के बाकी बॉडीगार्ड्स हैरानी से उस को ही देख रहे थे जब की आकाश, राज एक दम शांत खड़े थे..!

 

अभय की बात सुन कर अब तनवी खुशी से अपना सिर हां मे हिला दिया तो अब अभय ने तनवी से पूछा, " अब तो तुम्हे अपने सवाल का जवाब मिल गया है तो अब तुम मुझे ये बताओ कि तुम ने आज मुझ से ऐसे अचानक ये सवाल क्यू किया..?"

 

अभय की बात सुन कर, अब तनवी ने उस से कहा, " पता नहीं, बस दिल करा तो पूछ लिया..!"

 

तनवी का जवाब सुन कर अभय ने अब उस से आगे कुछ नही पूछा और जब अपने बॉस और उन की बहन की बातचीत खतम हो गई तो अब आकाश, तनवी के सामने उस की दवाइया लेकर खड़ा हो गया जिसे देख कर अब तनवी, आकाश को घूरने लगी..!

 

तो अब देख ना ये है कि क्या तनवी अब अपनी दवाइया खा लेगी या फिर वो दवाइया ना खानी पड़े उस के लिए कुछ और ही ड्रामा करेगी और साथ में अभय और उस से जुड़े लोगों की जिंदगी में तनवी क्या तहलका मचाएगी..?

 

To be Continued...

 

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