अब आगे,
अब साक्षी ने अपनी जुड़वा बहन हिमानी से कहा, "तू अभी के अभी फोन कर के राघव को यहां बुला ले और मै जैसा तुझ से कह रही हु ठीक वैसा ही तुझे उस को बोलना है, समझ में आया तुझे...!"
अपनी जुड़वा बहन साक्षी की बात सुन कर उस की जुड़वा बहन हिमानी ने अपना सिर हां मे हिला दिया और अपने फोन को ढूंढ कर अब अपने सीनियर राघव का नंबर डायल कर दिया..!
पर राघव उस का कॉल उठा ही नही रहा था, तो हिमानी ने अपनी जुड़वा बहन साक्षी से कहा, "यार ये राघव तो फोन ही नही उठा रहा है..!"
अपनी जुड़वा बहन हिमानी की बात सुन कर अब उस की जुड़वा बहन साक्षी ने अपनी जुड़वा बहन हिमानी से कहा, "उस को तब तक कॉल करती रह जब वो तेरा कॉल उठा नही लेता है..!"
अपनी जुड़वा बहन साक्षी की बात सुन कर अब हिमानी, राघव को लगातार कॉल पर कॉल करे जा रही थी..!
और जब कि राघव तो अपने घर में आराम से सो रहा था क्योंकि उस का घर दिल्ली में ही था तो वो हॉस्टल में नही रहता था और जब उस का फोन बार बार रिंग करने लगा तो अब उस ने अपने आप से बड़बड़ाते हुए कहने लगा, "आज कौन पागल हो रहा है जो लगातार कॉल पर कॉल करे जा रहा है...!"
फिर राघव ने अपने बेड के साइड में रखी हुई मेज पर से अपना फोन उठा लिया और उस फोन मे शो हो रहे हिमानी के नाम को देखा तो अब उस ने अपने आप से ही कहा, "यार ये लड़की सुबह सुबह वो भी संडे को मेरी नींद क्यू खराब कर रही है...!"
राघव ने अपनी बात आपने आप से कही ही थी कि हिमानी का कॉल कट गया..!
वही हिमानी, अब तक लगातार राघव को कॉल करने से उस का दिमाग खराब हो चुका था तो वो अब अपने गुस्से में आकर अपनी जुड़वा बहन साक्षी से कहने लगी, "मै अब और नही कर रही उस को कॉल और वैसे भी आज संडे है और अगर तुझे इतना ही शौक है तो खुद क्यू नही कर लेती हैं उस को कॉल, तेरे पास भी तो उस का नंबर है ना...!"
अपनी जुड़वा बहन हिमानी की बात सुन कर अब उस की जुड़वा बहन साक्षी ने अपनी जुड़वा बहन हिमानी से कहा, "राघव ने मेरा नंबर ही ब्लॉक कर रखा है और वो भी उस आराध्या की वजह से क्योंकि उन ने मेरा पहला प्यार राघव मुझ से छीन लिया और उस राघव को अपने खूबसूरती के जाल में फंसा कर मुझ से दूर कर दिया है और जब से वो अराध्या इस कॉलेज में आई है तब से तो अब राघव मेरी तरफ देखता भी नही है...!"
राघव अपने बेड पर लेटा हुआ था पर अब तक उस की सारी नींद उड़ चुकी थी क्योंकि अब तक हिमानी ने उस को 10 से 12 कॉल कर दिए थे..!
और जब भी हिमानी ने उस को कॉल किया है तो किसी काम से ही किया था और वो उस से उस की जुड़वा बहन साक्षी की तरह उस को पसंद भी नहीं करती थी इसलिए सिर्फ काम की ही बात के लिए कॉल करा करती थी..!
इसलिए अब राघव अपने बेड पर उठ कर बैठ गया और हिमानी का नंबर डायल कर दिया और वही हिमानी, अपनी जुड़वा बहन साक्षी की बाते सुन रही थी..!
तो उस की नजर अपने फोन पर शो हो रहे नंबर पर गई तो वो चिल्लाते हुए अपनी जुड़वा बहन साक्षी से कहने लगी, "चुप हो जा राघव का कॉल आ रहा है...!"
अपनी जुड़वा बहन हिमानी की बात सुन कर अब उस की जुड़वा बहन साक्षी ने अपनी जुड़वा बहन हिमानी से कहने लगी, "फोन को स्पीकर पर रख...!"
अपनी जुड़वा बहन साक्षी की बात सुन कर अब हिमानी ने कॉल रिसीव कर लिया और साथ में उस को स्पीकर पर भी रख दिया तो राघव ने ही पहले बोलना शुरू किया, "इतनी सुबह सुबह कॉल पर कॉल क्यू करे जा रही थी तुम...?"
राघव की बात सुन कर अब हिमानी ने सब से पहले अपनी जुड़वा बहन साक्षी को देखा और फिर अब राघव से कहा, "मुझे तुम से कुछ बात करनी है..!"
हिमानी की बात सुन कर अब राघव ने उस से कहा, "हां, बोलो और ऐसी भी कौन सी बात हो गई है जो तुम से कल कॉलेज में मिलने का का इंतजार नही हो रहा था..!"
राघव की बात सुन कर अब हिमानी ने उस से कहा, "क्योंकि बात बहुत ज्यादा जरूरी है और मैं फोन पर नही बता सकती हु, तो तुम गर्ल्स हॉस्टल के बाहर आ जाओ...!"
हिमानी की बात सुन कर अब राघव ने उस से कहा, "क्यू फोन पर नही बता सकती हो क्या और मै नही आ रहा अब कॉलेज...!"
राघव की बात सुन कर अब हिमानी फिर से अपनी जुड़वा बहन साक्षी का मुंह देखने लगा और फिर उस से इतराते हुए राघव से कहा, "मुझे तो आराध्या से रिलेटेड ही बात बतानी है और अब तुम ही इंटेस्टेड नही हो तो कोई बात नही है, मै फोन रख देती हु...!"
हिमानी के इस तरह कहने पर अब राघव ने उस को रोकते हुए उस से कहा, "रुको रुको, मै आ रहा हूं पर एक बात और वो बात झूठ निकली ना तो तुम मुझे अच्छे से जानती ही हो कि मै तुम्हारे साथ क्या कर सकता हु, समझ आया तुम्हे..!"
राघव की बात सुन कर अब हिमानी ने उस राघव से कहा, "जो मै, तुम्हे बताऊंगी उस को सुन तुम बहुत खुश होने वाले हो..!"
और फिर अपनी जुड़वा बहन साक्षी को देख कर हिमानी ने एक टेढ़ी स्माइल कर दिया..!
To be Continued......
हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।