Devil Ceo Ki Mohabbat - 13 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 13

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 13

अब आगे,

आराध्या, जानवी का हाथ पकड़ कर उस शॉप से बाहर निकल जाती हैं और मॉल से बाहर आने के बाद एक ऑटो रिक्शा लेकर अब राहुल के बताए हुए रेस्तरां की लिए निकल जाते है।

रेस्तरां के बाहर पहुंचने के बाद,

आराध्या, जानवी से कहती है, " तू अंदर जा, वहा तुझे राहुल मिल जाएगा तब तक मै तब तक ऑटो रिक्शा वाले भैया को रुपए दे कर आती हु...!"

आराध्या की बात सुन, जानवी अपना सिर हां मे हिला देती हैं और फिर उस रेस्तरां में अंदर जाने लगती हैं। जानवी को रेस्तरां में जाते हुए देख, आराध्या राहुल को कॉल करती हैं और उस से धीरे से कहती हैं, " जानवी आ रही हैं तो तुम सब तैयार ही रहना...!"

अपनी बात कहकर आराध्या कॉल कट कर देती हैं। और ऑटो रिक्शा वाले भैया को रुपए देकर जानवी के पीछे पीछे चलने लगती है।

वही जानवी जब उस रेस्तरां के एंट्रेंस पहुंच गई तो वहा बहुत अंधेरा होता है जिस से उस को कुछ समझ ही नही आता है कि यहां इतना अंधेरा क्यू है फिर जानवी रेस्तरां के अंदर धीरे धीरे जाने लगती हैं और साथ में राहुल का नाम भी पुकार रही होती हैं।

जानवी, राहुल का नाम पुकारते हुए उस से कहती है, " राहुल कहा हो तुम, और यहां पर इतना अंधेरा क्यू है....?"

जानवी ने अपनी बात कही ही होती है कि अचानक से सारी लाइट्स ऑन हो जाती है और वहा खड़े सब लोग जोर से चिलाते हुए कहते है, " हैप्पी बर्थडे टू यू जानवी....!"

जानवी ने जब ये सब देखा तो हैरान ही रह गई साथ में उस को बहुत खुशी भी हो रही होती है, जानवी को ऐसा हैरान देख कर आराध्या उस को पीछे से गले लगाते हुए कहती है, " हैप्पी बर्थडे टू यू मय डियर जानू और तुझे मेरा सरप्राइज़ कैसा लगा...!"

आराध्या की बात सुन, जानवी हैरान होते हुए उस से पूछती है, " तुझे मेरा बर्थडे याद था तो तूने मुझे विश क्यू नही किया और सुबह से इतना परेशान भी किया...!"

जानवी की बात सुन, आराध्या उस से कहती हैं, " अगर मैं तुझे सुबह ही तेरा बर्थडे विश कर देती तो क्या मै तेरे चेहरे पर ये हैरानी वाली भाव देख पाती पागल लड़की और तूने ये केसे सोच लिया कि मै तेरा बर्थडे भूल जाऊंगी जबकि तू तो मेरी इकलौती दोस्त हैं और बता ना केसा लगा तुझे मेरा सरप्राइज़...!"

आराध्या की बात सुन, जानवी उस के गले लगते हुए कहती है, " इतना अच्छा कि मै तुझे कैसे बताऊं मुझे समझ ही नही आ रहा है...!"

जानवी और आराध्या अपने मे ही बाते कर रही होती हैं कि राहुल उन के पास आ जाता हैं और उन दोनो से हस्ते हुए कहता है, " अरे भई जब तुम दोनो को ही बाते करनी थी तो हमें क्यू बुलाया है यहां और वही हम से भी थोड़ी बाते कर लो क्योंकि बहुत मेहनत की ये सब तैयारी करने मे...!"

राहुल की बात सुन, जानवी आराध्या को छोड़ कर अलग खड़ी हो जाती है। अब जानवी, आराध्या का हाथ पकड़ पर उस रेस्तरां के हॉल की तरफ बढ़ जाती हैं और जानवी के हॉल में आने के बाद सब फ्रेंड्स उस को बर्थडे विश करते हुए गिफ्ट देने लगते है और जानवी उन सब को थैंक यू बोल रही होती है।

थोड़ी देर में ही उन सब की पार्टी शुरू हो जाती हैं, वो सब लोग नाच गा रहे होते हैं, और वही कुछ लोग जूस पी रहे होते है तो कुछ स्नैक खा रहे होते हैं।

वही दूसरी तरफ,

आज इत्तेफाक से अर्जुन भी बिजनेस डील के लिए उसी रेस्तरां मे आया हुआ होता है आज अर्जुन के साथ उस का इकलौता दोस्त समीर भी आया होता है, अर्जुन अपने दोस्त समीर, अर्जुन का पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय और अर्जुन का पी ए अभिनाश के साथ उस रेस्तरां मे अंदर आता है।

अर्जुन जैसा कि आप लोगो को पता ही है कि वो एक बहुत बड़ा बिजनेसमैन है इसलिए उस के वेलकम के लिए खुद उस रेस्तरां के मालिक वहा आकार अर्जुन का वेलकम कर रहे होते है।

अर्जुन जब उस रेस्तरां मे आया तो उस की नजर वहा पार्टी कर रही कॉलेज स्टूडेंट पर जाती हैं जिसे देख अर्जुन को बहुत गुस्सा आ जाता हैं और गुस्से में उस रेस्तरां के मालिक से कहता है, " ये सब यहां क्या हो रहा है जबकि मैने तुम्हे पहले ही कहलवा दिया था कि मुझे अपनी बिजनेस डील के लिए शांत जगह चाहिए...!"

To be Continued......❤️✍️

इस चैप्टर पर अपने रिव्यू दे और कमेंट करके बताए कि आप को चैप्टर कैसा लगा और आगे जानने के लिए पड़ते रहे मेरी कहानी अगला चैप्टर सिर्फ मातृभारती पर।