Devil Ceo Ki Mohabbat - 12 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 12

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 12

अब आगे,

आराध्या और जानवी दोनो अब शॉपिंग करने के लिए मॉल आ चुके होते हैं और आराध्या, जानवी का हाथ पकड़ के एक शॉप मे लेकर जाती हैं जहा आराध्या को एक लॉन्ग पार्टी वियर ड्रेस पसंद आ जाती हैं और वो ड्रेस जानवी को देते हुए, उस से कहती हैं, " ये ड्रेस पकड़ और जा चेंज करके आ...!"

वैसे तो जानवी, आराध्या की कोई बात नही मानना चाहती थी पर हमारी आराध्या जानवी की एक बात भी सुनने को तैयार नहीं हो रही थी इसलिए न चाहते हुए भी जानवी, आराध्या के हाथ से ड्रेस लेकर चेंजिंग रूम की तरह मुड़ जाती हैं।

जानवी के चेंजिंग रूम में जाने के बाद,

आराध्या किसी को कॉल करती हैं और उस से कहती है, " सुन, जैसा हम ने प्लेन किया है ठीक वैसा ही करना है और मै कुछ समय मे जानवी को लेकर आ जाऊंगी, तू बस सारी तैयारी एक बार अच्छे से देख लेना...!"

अपनी बात कहकर आराध्या कॉल कट कर देती हैं और खुश होते हुए अपने ही आप से कहती हैं, " अब देखना मेरी जानू, कि मै केसे तेरा सारा गुस्सा एक बार मे ही छूमंतर कर दूंगी और आज तेरा ये बर्थडे तुझे हमेशा याद रहेगा...!" अपनी बात कहकर आराध्या फिर जानवी के पास चली जाती हैं।

आराध्या ने देखा कि जानवी उस रेड कलर के पार्टी वियर लॉन्ग ड्रेस में बहुत ही सुंदर लग रही होती हैं। और आराध्या, जानवी के पास जाकर उस की नजर उतारते हुए उस से कहती है, " हाय कितनी सुंदर लग रही है तू इस ड्रेस में और तुझे किसी की नजर न लगे...!"

आराध्या का ड्रामा देख जानवी के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है पर अपनी मुस्कान छुपाते हुए उस से कहती हैं, " हो गया तेरा ड्रामा, चल अब मै इस ड्रेस को चेंज कर के आती हु...!"

जानवी की बात सुन, आराध्या उस से कहती है, " नही नही चेंज क्यू करनी है जबकि तू आज इतनी सुंदर लग रही है इस ड्रेस मे और वैसे भी अभी राहुल का कॉल आया था वो कह रहा था कि वो अपने दोस्तो के साथ इस मॉल के पास वाले रेस्तरां में ही लंच कर रहा है तो उस ने हमें भी इन्वाइट करा है तो वही चलते हैं और वैसे भी लंच का समय भी हो गया ही है और हां, तू ये ड्रेस नही उतारेगी बल्कि हम दोनो आज सब को अपनी खूबसूरती से जलाएंगे...!"

आराध्या की खूबसूरती वाली बात को सुन, जानवी की हसी छूट जाती हैं और वो उस से कहती हैं, " अच्छा जी, फिर तो आज कोई तेरा दीवाना ही न हो जाए, और अगर कोई हो गया न तो तुझे उस के कैद से कौन छुड़ा पाएगा...!"

जानवी की बात सुन, आराध्या उस से इतराते हुए कहती है, " मेरा नाम भी आराध्या श्रीवास्तव है और आज तक किसी की भी हिम्मत नही हुई कि वो मुझे मेरी परमिशन के बिना हाथ भी लगा सके तो मुझे कोई अपनी कैद में तो क्या ही रख पाएगा...!"

आराध्या की बात सुन और उस का ये कांफिडेंस देख जानवी उस से कहती है, " वो सब तो ठीक है और मै भगवान से यही प्रार्थना करूंगी कि तेरे साथ ऐसा वैसा कुछ हो भी ना, क्योंकि तू कितनी भी बहादुर क्यू ना हो, पर इस दुनिया में तुझ से भी ज्यादा ताकतवर इंसान मौजूद है...!"

जानवी की बाते सुन, आराध्या उस से कहती हैं, " हो गया तेरा लेक्चर खत्म या अभी और बाकी है क्योंकि हम लेट हो रहे हैं तो चले राहुल हमारा इंतजार कर रहा होगा...!"

अपनी बात लेकर आराध्या, जानवी की ड्रेस का बिल पे करने के लिए काउंटर पर चली जाती है। और जानवी, जाती हुई आराध्या को देख अपने आप से कहती है, " भगवान करे ये कभी किसी भी परेशानी में न पड़े क्योंकि इस की शरारतें अब इतनी बढ़ चुकी है कि कही कोई अपना बदला लेने के लिए इस के साथ कुछ गलत ना कर दे...!"

जानवी को अपने मे ही खोया देख, आराध्या उस के पास ड्रेस का बिल पे करते आती हैं और उस के चेहरे के सामने चुटकी बजाते हुए उस को होश में लाती है और उस से कहती हैं, " कहां खो गई मैडम जी, चलो भी हमें वहा पहुंचने में भी समय लगेगा क्योंकि दिल्ली का ट्रैफिक जाम का तो तुम्हे पता ही है...!"

To be Continued......❤️✍️

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