दिल्ली का सबसे फेमस याँ यू कहे पुरे वल्ड में नाम आता था
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** **सपनों का मंच विश्वविद्यालय** काल्पनिक कॉलेज**
एक ऐसा कॉलेज जहां कोई पढ़ाई के नियम नहीं होते। यहां पर सिर्फ वह जो सीखना चाहे, उसे सीख सके। बो कॉलेज जगह से प्रेरित होता था, जहां सब कुछ सम्भव होता था।
बड़ा सा चमकदार गेट जिस बपर नाम लिखा बड़े बड़े शब्दो में गेट पर "विश्वास कीजिए और सपनों को पाएं" यह लिखा हुआ था।
अंदर जाते ही कॉलेज का वातावरण बहुत ही अलग और रोमांचक है।
शाइन करते हूए रेंज रॉवर कार कॉलेज से अंदर आया
कॉलेज के स्टूडेंट्स देखने लग गए आँखे फाड़े, वो जानते है कौन आया है?. जिनमें कुछ के तो घबरा रहे तो कुछ चुगली कर रहे थे।
कॉलेज के सीनियर स्टूडेंटस जो रेजिंग के मशहूर रहते हैं वो डांट खाते भी कहा मानते आखिर ढ़ीठ जो है।
कॉलेज दो हिस्सो में बटा था ड्रीकुला और कॉंग से
जिनमें एक गैंग की लीडर, कॉलेज के सेंटर पर अपनी कार के बोनट पर हाथ लगाए स्टाइल से खड़ी रही कमर पर हाथ रखे शॉर्ट ड्रेस पहने क्रली हेयर, निहायती एक नम्बर की बिगड़ी हुईं अमीर बाप की बेटी, जिसका खुद का कुछ वजूद नहीं है लेकिन ऐटिटूड लिए रहती है
- लड़की आए भरते हूए 'हाय अगर ये स्टूडेंट होते तो में बॉयफ्रेंड बना लेती ' {सपने देखते हूए } जो नाम मात्र को ढका था बॉडी...
' बनाकर देखो आँखे ना निकाल दू ' 'वो मेरे है परिणीता खुराना {शॉर्ट में परी कहेगे }के बालो को अदा में फेराते हूए...
पहली लड़की - {मुँह बनाकर मन में } खुद को मलिका समझती गधी कही की....
परी -{ घूरते हूए } कुछ ज्यादा नहीं जुबान चल रहा केची की तरह... टिया
टिया - सॉरी वो मेरे कहने का वो मतलब नहीं था।
परी - तुम्हारी बातो को मतलब जानती हूँ आगे चलाया तो बुरा कर सकती हूँ।
एक लड़का जो रोकी था ये भी बिगड़े औलाद है।
आखिर पॉलिटिसियन के बेटे जो है।
गैंग में दो और थे जिनका परिचय - रोहन, मोहित... ये भी अमिर है।
रोकी - कूल परी वो ऐसी ही बोलती है। तुम गुस्सा मत करो।
तुम तो बस उस यश और आरुषि और बदी लड़की क्या नाम था हैं आंशी....
परी - डेविल स्माइल करने लगी।
तभी उसकी निगाहे मोस्ट रणवीर चौहान पर गया जो कूल ऐटिटूड से फ़्लाइंग किश दें रहा था ये है कॉंग ग्रुप का लीडर है.... जो अपने फ्रेंड्स के साथ आ रह था।
परी लस्ट से होठ को दबा रही थी...
रणवीर एक नजर देख डेविल स्माइल करा और चला गया उसके पीछे परी गईं...
ड्रेसिंग रूम में....
रणवीर शल्ट लेश फ्रिज था परी मेजर करते हूए वाव योर बॉडी....
रणवीर ये भी तुम्हारा है....
परी हल्की मुस्कान से व्हाई नोट....
ड्रेसिंग रूम के बाहर....
सुनील - यार ये कैसे पटा लेता है?. वो भी दुश्मन की लीडर को?.
नवीन - हाँ यार कैसे कर लेता है।आज तक हमसे एक नहीं पटी और ये कमीना पटाता जा रहा है।
चल देखते क्या कर रहा है.?
सुनील गेट के पास आया था की अचानक से उसके मैन पार्ट में दर्दनाक दर्द फील हुआ...
नवीन - सर पर हाथ रख गया इसका... 🤣
सुनील - कौन है बे जिसने ये किया?.
परी नेल पर फूकते हूए... वो तुम्हे देखना चाहिए, किसी के पर्सनल मोमेंट में ताका छाकी नहीं करते है इतना भी नहीं पता।
सुनील- यु इडियट( चिढ़ से }
रणवीर - परी यू गो...
परी by बेबी... अगली बार इस को समझा देना नहीं तो वीडियो बना कर अपलोड कर दूँगी सोशल मिडिया पर...
रणवीर - डोन्ट वरी बेबी....
पार्किंग एरिया में......
ड्राइवर गाड़ी रोका और फिर खुद भी बाहर निकाल कर पीछे के गेट का डोर खोला।
अभय बड़े स्टाइल के साथ अपने पैर को बाहर रखा था की तभी एक अपना सा एहसास उसे छूकर गुजर गया जिससे अभय की आंखें अपने आप बंद हो गए।
धड़कने अपने आप तेज हो गए हवाओं का रुख बदल गया।
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