Wo Ankahi Bate - 31 in Hindi Love Stories by RACHNA ROY books and stories PDF | वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 31

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 31

एक हफ्ते बाद बिमल के मम्मी पापा आ गए।
बिमल ने कहा अब लग रहा है शादी वाला घर।।
मम्मी ने कहा हां,सब ठीक है पर क्या पता किया है सब ठीक है ना लड़की में।।

बिमल ने कहा अरे मां जमाना बदल गया है अब हम कुछ तय नहीं करते हैं सब उम्र के हिसाब से होता है।
चलिए आप लोग नहा धोकर तैयार हो जाईए।
खाना खा लेते हैं।
यश और रिचा दोनों दादा जी और दादी मां के पैर छुए।
दादी मां ने कहा वाह अब भी साथ रहना है क्या?
शादी तक रूक जाओ।
रिचा ने कहा ओह Granny cool ना।सब ठीक है।
यश ने कहा चलो अब चलते हैं।
फिर दोनों निकल गए।
अब धीरे-धीरे सारे करीबी रिश्तेदार आने लगें थे।
बिमल ने चांदनी की सबसे अच्छी सहेली हेमा को भी फोन पर बोल दिया।
शादी की तैयारी बहुत जोर से चल रही थी।
और फिर आ गया वो दिन जिस दिन का बिमल को इंतजार था बस कमी थी तो बस ये कि चांदनी पास नहीं थी।
रिचा के घर में भी सारी रस्में चल रही थी।
दोनों विडियो कालिंग पर तकरार भी करते नजर आ रहे थे।
और फिर यश के कालेज के दोस्त सब डांस कर रहे थे।
बिमल के कुछ खास दोस्त भी आ गए थे।
शुभ मुहूर्त सात बजे का था।
सब लोग होटल में रवाना हो गए।
यश तो दुल्हा बनकर बहुत ही खुश था।
क्योंकि जिसे प्यार करता था उसी से शादी होने जा रही थी।
फिर स्टेज पर वर वधू बुलाया गया।
दोनों की शरारत भरी हंसी और नजरें एक दुसरे पर टिकी हुई थी।


वरमाला पहनाया एक दूसरे को दोनों ने उसमें भी पहले मैं और पहले तुम होता रहा।
उसके बाद दोनों मंडप में जाकर बैठ गए।
जहां पर शादी की पुरी विधि पूर्वक हो गई।
सब कुछ अच्छी तरह से हो जाने के बाद सब लोग खाना खाने बैठे।
काफी देर तक हंसी मज़ाक चलता रहा।
दूसरे रिचा और यश विदा हो कर घर पहुंच गए।
बिमल को कुछ भी बोलना नहीं पड़ा।
रिचा ने घर आते ही सब कुछ अच्छी तरह से सम्हाल लिया।

रिसेप्शन भी अच्छी तरह से हो गया।
अब बारी थी बिमल को उनका सबसे अच्छा तोहफा देने की बारी।
बिमल ने कहा बच्चों अब तुम लोग हनीमून के लिए निकल जाओ।
यश ने कहा पर पापा आपको अकेले छोड़ कर कैसे?
रिचा ने मुस्कुराते हुए कहा अरे बाबा पापा भी तो जा रहे हैं।।
बिमल ने कहा अरे बेटा अब इस उम्र में मैं कहां??
रिचा ने कहा ओह पापा आप भी ना।
अंकल आइए जरा।।
कुछ देर बाद ही बिमल के आफिस के पुराने मित्र आ गए और बोले कि बिमल तेरी बहु तो कमाल कर दिया।
बिमल ने कहा अरे मैं कुछ समझा नहीं?
आशीष ने कहा अरे बाबा हमें old college tour पर भेज रहे हैं।

बिमल ने कहा क्या रायगढ़?
आशीष ने कहा हां,यार मेरी तो आंखें भर आईं।
बिमल ने कहा ओह रिचा यह तुने क्या दे दिया बेटा।
रिचा ने बिमल को गले से लगा लिया और फिर बोली पापा जा जी लो अपनी जिंदगी।।।
यश ने कहा अरे बाबा रे।। यह सब मुझे तो बताया नहीं।।
रिचा ने कहा हां, यूरोप जाकर बताती हूं।


बिमल ने अपने चश्मे को निकाल कर आंसु पोंछते हुए कहा चांदनी देखा मैं ना कहता था तुम्हारी बहु बिल्कुल तुम्हारी जैसी ही है।
क्रमशः