Gangster Ka Sanki Ishq - 2 in Hindi Thriller by Sanju books and stories PDF | गैंगस्टर का सनकी इश्क - 2

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गैंगस्टर का सनकी इश्क - 2

हरिद्वार में एक समृद्ध और प्राचीन धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत है
एक घर जो ना ज्यादा बड़ा ना ज्यादा छोटा आप कह सकते है रहने लायक था....

ऐ वैशाली कहां है?.हमारा सॉल लाकर देना हम जा रहे हैं बाहर... तुम घर का ख्याल रखना जब तक हम ना जाए और किसी अनजान को घर में मत आने देना समझी वैशाली!....

प्यारी आई आवाज 'वैशाली' - आई बावजी....उसके पायल की झंकार से पूरा घर गूंज रहा था, होठों पर प्यारी सी स्माइल, लहराते लंबे बाल जो की कमर से नीचे तक लहरा रहे थे, फिगर ऐसा की कोई भी पलट का देखता रह जाए उम्र 25कद काठी 5.6इंच, व्हाइट सलवार सूट, समुद्र की तरह गहरी नीली आंखें, वैशाली को देख ऐसा लग रहा था जैसे मानो स्वर्ग से कोई अप्सरा नीचे उतर आई है, दूध जैसा गोरा रंग, जिस पर हल्का-हल्का लाल नूर हमेशा छाए रहता था, स्वभाव ऐसा की हर किसी को अपना बना ले अपनी मीठी वाणी से जिसकी मधुर आवाज से उसके बावजी की सुबह होता था....

57 साल के बावजी जिनकी आदत बनी थी अपनी बेटी का चेहरा देखना.....वो सीढ़ी से आती हुईं वैशाली को देख मुस्कारा रहे थे....

वैशाली ने अभी कुछ ही महीने पहले ग्रेजुएशन कंप्लीट किया सॉफ्ट नेचर, सब चीज की जानकारी ली हुई थी तब से वह अपने बाबूजी के कामों में हाथ बटाती थी और छोटा सा पार्ट टाइम जॉब करती थी जिससे वो अपने बावजी का हाथ बटा सके एक कैफे में.....

वैशाली थी तो बहुत ही टैलेंटेड.... हमेशा से स्कूल, कॉलेज में फर्स्ट आई थी जिसे स्कूल, कॉलेज के प्रोफेसर और प्रिंसिपल काफी ज्यादा आकर्षित होते....

वैशाली स्कॉलरसिप स्टूडेंट थी वैशाली की बस एक ही बेस्ट फ्रेंड थी जो कि उसके साथ हमेशा ही साथ रहती थी नाम था खुशी जो कि अपने नाम की तरह हमेशा ही खुश रहती थी और दुसरो को भी करती.....

कहानी के दूसरे पत्रों पर आते हैं

शहर से दूर सुनसान एरिया में एक चोपर लेंड होता है सुनसान एरिया में 10 से भी ज्यादा शानदार गाड़ियां है और आसपास 50 से भी ज्यादा बॉडीगार्ड खड़े थे सभी के सभी बॉडीगार्ड काफी वेल ट्रेन और खतरनाक लग रहे थे जिनका चेहरा मास्क से कवर थे जिनमें बस उनकी आँखो के सिवा कुछ नहीं दिख रहा था।




इस वक्त सारे बॉडीगार्ड्स काफी डरे हुए थे क्योंकि आज उनका गेंगस्टर बॉस द किंग ऑफ़ वापस आ गया था। जो तीन साल से अपने देश से दूर विदेश में अपना दबदबा बनाया था और वही से इंडिया पर खौफ बनाया था आज तक कोई भी उसका चेहरा नहीं देखा था बस नाम से जानते थे...

चोपर लैंड होता है उसमें से 6 फीट 5 लंबा आदमी बाहर निकलता है उसके पैर रखने से वहां पर खड़े सब के सांसे ठहर जाता हैं।

वो इंसान जितना देखने में अट्रैक्टिव था उतना ही डरावना .. बॉडीगार्ड्स सर झुका कर ग्रिट करे

युवराज रंधावा जिसके नाम से पूरा वर्ल्ड कांपटा था नाम से ही पता चल जाता है कि युवराज के शख्सियत क्या है?.

युवराज देखने में किसी हीरो से कम नहीं है अंडरवर्ल्ड में उसका इस तरह का खौफ है की बिजनेस और उसके राइवल सभी कांप जाते थे

युवराज का वेपन्स का बहुत बड़ा कारोबार था जिसके वेपंस पूरे वर्ल्ड में एक्सप्लोर होते थे

युवराज इतना ज्यादा खतरनाक था कि वह किसी को भी माफ जल्दी नहीं करता था स्वभाव में एकदम गुस्सैल जो कि उसके नाक पर हमेशा बैठा रहता था, उम्र -30 सांवला रंग, काली आंखें जिनमें कई सारे राज दफन थे और कब क्या कर बैठे यह किसी को पता नहीं चलता था?.

मस्कुलर बॉडी और हॉट सिक्स पैक एप्स उसके पर्सनालिटी से सारी लड़कियां अट्रैक्ट होती थे

{युवराज का एक बहुत बड़ा राज था जो कि अभी आपको नहीं पता चलेगा लेकिन आगे धीरे-धीरे आप सबको पता चलेगा }




युवराज का एक राइट हैंड भी था जिसका नाम ऋषभ सिंह जो कि उससे बिल्कुल ऑपोजिट था

ऋषभ युवराज के हर काम में साथ देता था उसके बोलने की देरी होता था कि ऋषभ पहले ही कर देता था।

ऋषभ की एक बहुत प्यारी वाइफ थी जिसका नाम सुहानी था वो प्रेग्नेंट थी 5 मंथ चल रहा था युवराज ने उसे अपनी बहन माना है....

चलिए कहानी पर आते हैं

गाड़ी का गेट एक गार्ड ने खोला तो युवराज बिना भाव के बेकसीट पर बैठ जाता है

ड्राइवर गाड़ी स्टार्ट कर दिया...... गाड़ी में तापमान इतना हाई था की ड्राइवर के पसीना निकल रहा था...... हो डर कर ड्राइव कर रहा था.. अगर वो एक भी गलती करेगा तो उसकी जान जा सकता था... ये वो जानता था....

मुंबई एक ऐसा शहर जहां पर सारे लोग अपने सपनों के लिए इस शहर में आते थे और कई लोगों की तो सपने पूरे हो जाते थे लेकिन कई लोगों के सपने टूट कर बिखर जाते थे,ना उम्मीदी के साथ अपने घर लौटते थे,,, लेकिन जिनके सपने साकार होते थे वो आसमान उस सफलता की ऊंचाइयों को पा लेते थे




शानदार विल्ला के सामने गाड़ी आकर एंट्री करता हाई

गार्ड ने कार का गेट खोला तो युवराज घर के अंदर चला जाता है

ये एक शानदार मेंनशन था जो बाहर से ही पता चल रहा था की कितना खूबसूरत इंटीरियर किया गया बड़ा सा फाउंटन... बॉडीगार्ड से घिरे था..... जिनके हाथ में बंदूक थे.... और चार डॉगी थे... जो की खुंखार.. पालतू थे...




वैशाली सॉल बावजी को दी तो उसके ऊपर हाथ रखकर अब हम जा रहे ध्यान से नास्ता करके के जाना

वैशाली- बावजी आप चिंता ना करे हम खा लेगे....

बावजी भी तोड़ी बहुत बाते करके चले गए काम से जिनका एक किराने का दुकान था।

मुंबई....




बालकनी में एक शक्श शर्टलेस खड़ा हुआ हाथों में सिगरेट का कश लेकर किसी से बात कर रहा था....(इयरबर्ड्स में )काम हो जाना चाहिए....अगर नहीं हुआ तो तुम्हारा बॉडी मगरमच्छ के सामने होगा इसलिए हमें ना उम्मीद नहीं चाहिए बल्कि रिजल्ट चाहिए




यह कहकर वहां एयरबर्ड को निकाल फेकता है और सिगरेट का कश तेजी तेजी से लेने लग जाता है




कमरे में.... ऋषभ आकर बोलता है इतना गुस्सा तेरे लिए सही नहीं है हमने तेरे लिए एक लड़की देखी है..... कब तक अकेला रहेगा?. आगे बढ़ जा... उस दिन को भूल जा और अपनी जिंदगी में खुशहाली लेकर आ..... ऐसे दिखते हैं तो दिल में दर्द होता है , हमें हमारा दोस्त पहले जैसा वाला चाहिए जो भले ही किसी के लिए मुस्कुराया हो लेकिन अपने परिवार के लिए तो मुस्कुराता है

युवराज {बालकनी से कमरे में आते हुए सोफे पर पड़ा शल्ट लेकर पहनते हुए } बिल्कुल नहीं हो सकता धोखा और प्यार हमारी जिंदगी में वैल्यू नहीं है इसलिए यह टॉपिक यही बंद कर....




ऋषभ- जो तेरे साथ हुआ मानते हैं गलत है लेकिन तू इस उम्मीद में अपनी जिंदगी जीना भूल जाएगा यह हम नहीं होने देंगे,, इसलिए ये फोटो देख अच्छी लड़की है यहां की नहीं है हरिद्वार की है नाम है वैशाली शर्मा....सुशील संस्कारी और बहुत ही अच्छी लड़की है

एक बार फोटो देख लेना यार तुझे सच में तुझे जीने की वजह मिल जाएगी जो अब तक पत्थर दिल बन बैठा हुआ है....

युवराज -देख यार में तुझपर गुस्सा नहीं उतारना चाहता हूँ तो छोड़ ये टॉपिक और वैसे भी तुम्हें पता है कि हमें लड़कियों से नफरत हो गया और, तुम हमें लड़कियों के पल्ले बांध रहे हो....तो यह ऐसा नहीं होगा......!




ऋषभ - मेरे भाई हम तुम्हारा भला ही चाहते हैं हम तुम्हारे दुश्मन नहीं है जो तुम्हें कुएं में फेंकेंगे

वो लड़की धोखेबाज थी जो कि तेरा प्यार समझ नहीं पाई लेकिन उस बेचारी नन्हे से जान की क्या गलती है?.

युवराज- उसके लिए हम है तुम्हें फिक्र करने की जरूरत नहीं है




उसके पास बड़े पापा है तो इसके फिक्र करने की जरूरत तो मैं नहीं है

यह कहते हुए वहां सोए हुए डेढ़ महीने के बच्चे को देख रहा था जो कि गोरा था।

क्यूट सा फेस बनाया सो रहा था अपने हाथों को मुठिया बनाए हुए था

युवराज ने उसके दोनों मुट्ठियों को खोलकर अपने होठों से चूम लिया और बोला तुम्हारे बड़े पापा तुमसे बहुत प्यार करते हैं तुम हमारे भैया भाभी के इकलौती अमानत हो तुम हमारे लिए एहमियत हो...

ऋषभ - एक बार फोटो देख ले बस हम इतना ही कहना चाहते हैं इसे माँ की जरूरत है। जैसा तेरा परवरिश हुआ वैसे इस नन्हें से जान का ना हो इसलिए कह रहे है... और एक बात वो लड़की जानती है बच्चे के बारे में हमने पहले ही इनफार्मेशन दे दिया यूज़ कोई दिक्कत नहीं... आगे का तू सोच समझ ले... ये फोटो हम मेज पर रख दिए ज़ब मन हो देख लेना.....{ये कहकर चला गया}

युवराज - मेज पर रखे इन्वल्प को देख रहा था... जो उसे अपनी तरफ अट्रैक्ट कर रहा था... नहीं हम नहीं देखेंगे... हम शादी नही करेगी,, लेकिन ये बात भी सही है.! जैसे हमारा बचपन गुजरा है बिन माँ के वैसे हम शौर्य का नहीं चाहते लेकिन क्या ये उससे सौतेला व्यहार तो नहीं करेगी?.

अगर ऐसा हुआ तो इस बार जिन्दा दफना देंगे... जैसे उसका किए थे......! {लाल आँखो से }

आप सब कमैंट्स लाइक करना ना भूले....🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻