The Author RashmiTrivedi Follow Current Read धुंध: द फॉग - एक हॉरर लवस्टोरी - 12 By RashmiTrivedi Hindi Horror Stories Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books સુધા મૂર્તિ (મનની વાત) માંથી ભારતભરની બધી જ ભાષાઓમાં સંસ્કૃતના એક બહુ જ वाज्यनु लाषांतर थ... નિતુ - પ્રકરણ 63 નિતુ : ૬૩ (આડંબર)નિતુની નજર સામે વિદ્યાની અશ્રુ ભરેલી આંખો... જીવન પ્રેરક વાતો - ભાગ 09 - 10 શિક્ષકનું મહત્ત્વ: ભારતીય સંસ્કૃતિમાં શિક્ષકની ભૂમિકા - 09 ... પ્રેમ થાય કે કરાય? ભાગ - 35 મમ્મી -પપ્પાસુરત :"આ કેવિન છે ને અમદાવાદ જઈને બદલાઈ ગયો હોય... ભાગવત રહસ્ય - 146 ભાગવત રહસ્ય-૧૪૬ અજામિલ નામનો એક બ્રાહ્મણ કાન્યકુબ્જ દેશમાં... 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"नहीं साहब, हम घर से ब्रेकफास्ट करके आया है। वह आपको बताया तो था कि हम नौ बजे चला जायेगा। वह...वह...अचानक से लाइट ऑफ़ हो गया तो हम..हम जल्दी से निकल गया! वह वाइफ घर पर अकेला था न!",पीटर ने अपने डर को काबू करते हुए कहा। "झूठ! यह क्यूँ नहीं कहते कि तुम डर गये थे?",अशोक ने ऊँची आवाज़ में कहा। पीटर ने डरते हुए कहा,"आप को भी डरने को मांगता है! वह रात की शिफ़्ट का चौकीदार बताया हमको सब कुछ! हम आपको पहले ही बोला था। एक और बात हमको बोलना था,वो..वो हम.. हम दूसरा काम ढूँढ लिया है तो इधर नहीं आ पायेगा अब। वही बताने को आया था!" अशोक अपनी जगह से उठ खड़ा हुआ। वो कुछ कहना चाहता था मगर क्रिस ने उसे रोक दिया और कहा,"रहने दीजिए अशोक अंकल,उसको कुछ पैसे दे दो और जाने दो।" अशोक ने भी वही किया। अपनी जेब से कुछ पैसे निकालें और पीटर को दे दिए। क्रमशः .... रश्मि त्रिवेदी ‹ Previous Chapterधुंध: द फॉग - एक हॉरर लवस्टोरी - 11 › Next Chapter धुंध: द फॉग - एक हॉरर लवस्टोरी - 13 Download Our App