Monu Monkey and the Mysterious Cave in Hindi Children Stories by MB (Official) books and stories PDF | मोनू बंदर और रहस्यमयी गुफा

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मोनू बंदर और रहस्यमयी गुफा

एक बार की बात है, एक घने और हरे-भरे जंगल में मोनू नाम का एक नटखट बंदर रहता था। मोनू बहुत चंचल और उत्साही था। उसकी मस्ती और हिम्मत के चर्चे पूरे जंगल में मशहूर थे। वह हमेशा नए-नए साहसिक कारनामों की तलाश में रहता था। मोनू के माता-पिता उसे हमेशा समझाते थे कि उसे थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए, लेकिन मोनू को अपनी हिम्मत और बुद्धिमानी पर पूरा भरोसा था।

एक दिन, मोनू जंगल के सबसे पुराने और रहस्यमय हिस्से में जाने का सोचता है। उसने सुना था कि वहाँ पर कई खतरनाक जानवर रहते हैं और वहाँ जाने की हिम्मत कोई नहीं करता। मोनू को इस जगह के बारे में सुनकर बहुत उत्सुकता हुई और उसने तय किया कि वह वहाँ जाकर उस जगह का रहस्य जानकर रहेगा।

मोनू ने अपने दोस्तों को अपने साहसिक अभियान के बारे में बताया, लेकिन सभी उसे समझाने लगे कि वह इस खतरे में न जाए। मोनू ने सभी को कहा, "मित्रों, अगर हम डर से हार मान लेंगे तो हम कभी कुछ नया और रोमांचक नहीं जान पाएंगे। हमें अपने डर का सामना करना चाहिए।"

मोनू के माता-पिता भी चिंतित थे, लेकिन उन्होंने मोनू के आत्मविश्वास और साहस को देखकर उसे अनुमति दी। मोनू ने अपनी यात्रा शुरू की और जंगल के रहस्यमय हिस्से की ओर बढ़ने लगा। रास्ते में उसने कई कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन वह हिम्मत नहीं हारा। उसने अपनी बुद्धिमानी से सभी समस्याओं का समाधान किया।

जंगल के अंदर जाते हुए, मोनू ने देखा कि वहाँ बहुत घना अंधेरा था और जगह-जगह खतरनाक जानवरों के पदचिन्ह थे। उसने अपनी चालाकी से उन जानवरों से बचते हुए आगे बढ़ना शुरू किया। तभी उसे एक बूढ़ा और घायल हिरण मिला, जो बहुत परेशानी में था। मोनू ने हिरण की मदद की और उसे सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया। हिरण ने मोनू को धन्यवाद दिया और कहा, "मोनू, तुम बहुत साहसी और दयालु हो। इस जंगल में आगे बहुत कठिनाइयाँ हैं, लेकिन तुम्हारे जैसे साहसी लोग ही उन्हें पार कर सकते हैं।"

मोनू ने हिरण की बातों से हिम्मत पाई और आगे बढ़ता रहा। थोड़ी देर बाद, वह एक बड़ी नदी के पास पहुँचा। नदी बहुत तेज़ बह रही थी और उसे पार करना बहुत मुश्किल था। मोनू ने सोचा और एक योजना बनाई। उसने पास के पेड़ों की शाखाओं को जोड़कर एक मजबूत रस्सी बनाई और उसे नदी के उस पार एक बड़े पत्थर से बाँध दिया। उसने अपनी योजना को सफलतापूर्वक लागू किया और नदी को पार कर लिया।

आगे बढ़ते हुए, मोनू एक बड़े गुफा के पास पहुँचा। गुफा के बाहर एक बहुत बड़ा और खतरनाक साँप था। मोनू ने अपनी बुद्धिमानी से साँप को बिना नुकसान पहुँचाए गुफा से दूर भगाया और गुफा के अंदर गया। गुफा के अंदर उसने एक पुरानी किताब पाई, जिसमें जंगल के सभी रहस्यों के बारे में लिखा था।

मोनू ने उस किताब को ध्यान से पढ़ा और जाना कि जंगल के सबसे रहस्यमय हिस्से में एक छिपा हुआ खजाना है। उस खजाने की रक्षा के लिए कई खतरनाक जानवर और जाल बिछाए गए थे। मोनू ने अपनी बुद्धिमानी और साहस का इस्तेमाल कर उन सभी जालों को पार किया और खजाने तक पहुँचा।

खजाने के पास पहुँचकर, मोनू ने देखा कि वहाँ बहुत सारे सोने-चाँदी के सिक्के और कीमती रत्न थे। लेकिन साथ ही, वहाँ एक संदेश भी लिखा था, "यह खजाना केवल उन्हीं के लिए है, जो अपने साहस, बुद्धिमानी और दयालुता से इसे प्राप्त करें।" मोनू ने सोचा कि यह खजाना उसकी मेहनत और साहस का इनाम है।

मोनू ने कुछ सोने के सिक्के और रत्न उठाए और वापस अपने घर की ओर चल पड़ा। रास्ते में उसने उन जानवरों को भी खजाने का हिस्सा दिया, जिन्होंने उसकी मदद की थी। सभी जानवरों ने मोनू की तारीफ की और उसकी बहादुरी की कहानियाँ जंगल भर में फैल गईं।

जब मोनू अपने घर पहुँचा, तो उसके माता-पिता और दोस्तों ने उसका गर्मजोशी से स्वागत किया। मोनू ने अपनी साहसिक यात्रा की कहानी सबको सुनाई और उन्हें सिखाया कि अगर हम अपने डर का सामना करें और सच्चे दिल से मेहनत करें, तो कोई भी कठिनाई हमें रोक नहीं सकती।

मोनू की इस यात्रा ने सभी जानवरों को प्रेरित किया और जंगल में एक नई ऊर्जा भर दी। सभी ने सीखा कि साहस, बुद्धिमानी और दयालुता से हम किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं। मोनू की इस साहसिक यात्रा की कहानी हमेशा के लिए जंगल के हर कोने में गूँजती रही और वह सभी के लिए एक प्रेरणा बन गया।

 

समाप्त।