अर्जुन और डॉयरेक्टर आपस में बातें कर रहे होते है उसी बीच अभय अपने कार से वहाँ आता है। अभय जैसे ही कार से उतरता है अर्जुन उसके तरफ देखता है,तभी त्रिशा भी उसी कार से उतरती है। अर्जुन त्रिशा को अभय के कार से उतरते देख उसकी चेहरे पर गंभीरता छा जाती है।
अभय त्रिशा का हाथ थाम कर उसके साथ आगे बढ़ता है,ये देख कर अर्जुन अंदर ही अंदर जल रहा होता है।"ये मुझे क्या हो रहा है, मैं सिर्फ इस लड़की के साथ बाकी लडकियों जैसा इंटीमेट होना चाहता हूं पर मैं जब भी त्रिशा को अभय के साथ देखता हू,पता नही क्यों मुझे अचानक से गुस्सा आने लगता है,, मतलब मैं खुदको कन्ट्रोल नहीं कर पा रहा हू?"...
तभी अभय अर्जुन के पास आ कर कहता है"हेलो ब्रो, सॉरी वो त्रिशा को लेने के लिए उसके घर गया था तो बस इसी में देर हो गई" अर्जुन फेक स्माइल करते हुए अभय से कहता है"कोई बात नही ,,वैसे तुम चलो रेडी हो जाओ तब तक मैं आता हूं।"...
अभय वहा से चला जाता है,उसके जाते ही अर्जुन त्रिशा कि ओर देख कर कुछ सोचने लगता है।"त्रिशा,त्रिशा,,त्रिशा,, बस कुछ ही महीनों की बात है,उसके बाद मैं और तुम तब तक कैसे भी करके मुझे अभय को तुमसे दूर ही रखना पड़ेगा । क्योंकि मैं नहीं चाहता की मेरे इस प्लान में किसी भी तरह का कोई भी बाधा आए।"...
तभी डॉयरेक्टर चिलाता है" रेड्डी फॉर फर्स्ट टेक ,"अभय और त्रिशा दोनो बोलते है।" ओके"(डॉयरेक्टर सीन समझाते हुए कहता है"पहले सीन में लड़का और लड़की दोनो एक दुसरे के लिए स्ट्रेंजर है।लड़की पार्क में एक टेबल पर बैठी हुई रो रही हैं!.......""""
डॉयरेक्टर अभी भी सीन समझा ही रहा होता है, दूर एक चेयर पर बैठ कर अर्जुन ये सब देख रहा होता है,एक आदमी छाता लिए हुए अर्जुन के बगल में खड़ा होता है।
बहुत देर की शूटिंग के बाद 4टेक शूट हो जाता है।अभय और त्रिशा शूट के दौरान उस कैरेक्टर में घुल जाते है शूट पैकअप होने के बाद भी वो दोनो अभी भी एक दूसरे को अपने असली नाम से नहीं बल्की रील नाम से बुला रहे होते है।अभय का नाम सैम,और त्रिशा का नाम श्रीशा होता है।
अभय और त्रिशा दोनो पसीने से लथपथ हुए थे,अभय और त्रिशा को जल्दी से कुछ लोग एक वैन में लेकर जाते है जिसमे ,,ए, सी,,लगा हुआ होता है।दोनो अंदर जाने के बाद वैन का दरवाजा अंदर से लॉक्ड कर लेते है।ये सब अर्जुन देख रहा होता है,और खुदमे ही बड़बड़ाते हुए कहता है"ओह शीट,, कन्ट्रोल अर्जुन जस्ट कॉम डाउन,,"
उसी टाइम तनु वहा आते हुए कहती है"हाय अर्जुन बेबी,,"अर्जुन जैसे ही तनु की आवाज सुनता है चिढ़ते हुए,मन में ही कहता"ओह गॉड अब ये क्या मुसीबत है।"
अर्जुन फेक स्माइल देते हुए तनु को हाय कहता है, तनु अर्जुन के पास आकर उसे हग करते हुए कहती हैं "क्या बेबी तुम यहाँ हो काम से काम बता तो दिया करो ।".... अर्जुन तनु की बात सुनता है पर उसका जवाब न देकर उससे कहता है"अरे,टाइम ही नहीं मिलता,, मुझे तो ये भी पता नही होता हैं कि आज क्या क्या काम करना है ऐसे में तुम्हे कैसे हर बात बताता चलू मैं कब कहां जाता आता हूं?".. तनु बिलकुल चुपी साध लेती है।
अर्जुन इतना कह कर वहां से जाते हुए बोलता है "खैर अब मैं चलता हूं अगर कोई बात हुई तो कॉल कर लेना मुझे!"तनु अर्जुन को रोकते हुए बोलती है..."पर अर्जून...."तनु आगे कुछ बोलती की उससे पहले अर्जुन वहां से चला जाता है।
दूसरी तरफ त्रिशा और अभय थके हुए वैन में बैठ कर बातें कर रहे होते है।
अभय-सच में यार मैंने आज तक इतना मस्ती नहीं किया शूटिंग के दौरान,पहली बार आज तुम्हारे वजह से मुझे अच्छा लग रहा है।
त्रिशा - और तुम भी जैसा फिल्म में दिखते हो हुबहू वैसा ही हो और तुम्हे तुम्हारी यही यूनिकनेस सबसे अलग बनाती हैं।"
अभय -ओह,,ऐसा कुछ भी नही है !पर तुम बोल रही हो तो शायद हूं।"
त्रिशा -"अच्छा "हँसते हुए कहती है।
अभय स्क्रिप्ट पढ़ते हुए त्रिशा के तरफ देखता है, त्रिशा अभय से इशारों में कहती है"क्या ??"..अभय स्क्रिप्ट दिखाते हुए कहता है।नेक्स्ट रोमांटिक शॉर्ट हैं, और सच कहूं तो मैं थोड़ा बहुत हैं नर्वस फील कर रहा हू।"..
त्रिशा अभय के तरह आश्चर्य से देखते हुए कहती हैं"क्यों, मैंने तो तुम्हारी जितनी भीं फिल्मे देखी है सब में रोमांस होती है।और काफ़ी अच्छा ऐक्टिंग भी कर लेते हो फिर ऐसा क्यों बोल रहे हो।"
"ओ तो पता नही पर ऐसा अंदर से ऑटोमैटिक फील आ रहा है।"अभय के इतना कहते ही त्रिशा हँसते हुए कहती है"ओह तो ये बात है,लगता है सिर्फ मेरे सामने ऐसा हो रहा है क्या??"अभय त्रिशा के बातों का जवाब नहीं देता है और बस उसे हो घूरता रह जाता है।
तभी त्रिशा सीरियस मूड में कहती है"वैसे एक बात पूछूं?"
"हां पूछो!'"अभय कहता है।
"देखो बस कैजुअली पुछ रही हूं,तो प्लीज गलत मत समझना!!"त्रिशा थोड़ा पॉलिटली हो कर कहती है।
"ओके, नहीं करूंगा अब पूछो भी"अभय जैसे ही कहता है त्रिशा एक दम से पूछ लेती है"वैसे तुमने फिल्म के दौरान हीरोइंस को सच में उनके लिप पर किस करते हो क्या??"
त्रिशा का सवाल सुनकर अभय एक दम से ठंडा पड़ जाता है,और कुछ देर तक कुछ नहीं बोलता है,बस त्रिशा को ही देखे जा रहा होता है।"
त्रिशा अभय को ऐसे शान्त देख कर उससे पूछती है"हेलो कहां खो गए??"...अभय अपनी जगह पर खड़ा हो कर वैन से बाहर निकलते हुए कहता है"लड़कियों को मैं किस सच में करता हू या नहीं इसका जवाब तुम्हे नेक्स्ट शॉर्ट में मिल जाएगा अब चलो।"
अभय का ये जवाब त्रिशा को कुछ समझ नही आता है,पर इस बारे में ज्यादा न सोचते हुए वो भी रेडी हो कर बाहर चली जाती है।
थोड़ी देर बात शूट स्टार्ट होता है,और एक ग्रीन परदे के पास त्रिशा को ले जाया जाता है। डॉयरेक्टर सब कुछ स्टार्ट करते हुए बोलता है " त्रिशा अभी तुम्हारा किसिंग सीन हैं, तो तुम्हें ऐसा एक्टिंग करना है जैसे अभय के होंठों को बहुत ही बारीकी से चूम रही हो,और याद र्ष ये सीन एक बार नहीं बल्कि अच्छे से मैच करने के लिए बार बार भी लेना पड़ सकता है। क्योंकि वीएफएक्स के जरिए तुम दोनो को साथ में मैच करने के लिए दिक्कत ना हो और फिल्म में किस फेक ना लगे ऐसा किस होना चाहिए की लोगों को लगे रियल है। ओके??"..त्रिशा हां में सिर हिलाते हुए कहती है"ओके मैं रेड्डी हूं।"..
To be continued