सब सेलिब्रिटीज अपने अपने जगह पर बैठे हुए होते है।उसी बीच अर्जुन रॉय का नाम एनाउंस होता है"द बेस्ट फिल्म प्रोड्यूसर अवॉर्ड गोस टू मिस्टर अर्जुन रॉय"इतना कहते ही पूरे हॉल में तालियों की आवाज़ गुज़ उठती है।
अर्जुन अपने जगह से उठ कर अवॉर्ड लेने के लिए स्टेज पर जाता है। और फिर से एक बार और तालियों की आवाज़ से हॉल गूंज उठता है।
अर्जुन माइक में अपने पूरे टीम और फिल्म के एक्टर,एक्ट्रेस को थैंक्स कहता है"ये अवॉर्ड मेरे लिए सिर्फ अवॉर्ड नही है अब ये मेरी नशा बन चुकी है,और जैसे आप सबको पता है पिछले तीन साल से ये अवॉर्ड मुझे ही मिल रहा हैं आगे भी मुझे ही मिलेगा ये मुझे खुद पर नही मेरे पूरे टीम मेम्बर्स पर विश्वास है। और मैं आप सब से ये वादा करता हु जैसे अब तक एक से बढ़ कर एक हिट फिल्में बनती आ रही है ।आगे भी आती रहेगी, इनफैक्ट इससे भी अच्छी फिल्म आएगी ।
अर्जुन के इस स्पीच पर वहा मौजूद लोग जोर जोर से तालियां बजाने लगते है।तभी अर्जुन सांस लेते हुए कहता है"और इस खुशी के मौके पर मैं अपनी नेक्स्ट अपकमिंग मूवी आवारगी के लीड रोल कर रही त्रिशा और सुपरस्टार अभय को यह बुला चाहूंगा। प्लीज कम ऑन द स्टेज।"...
अभय स्माइल करते हुए अपने जगह पर खड़ा होता है,त्रिशा नर्वस हो कर अपने जगह और खड़ी होती है।अभय त्रिशा के सामने अपना हाथ देते हुए इशारा करता है।त्रिशा हिचकिचाते हुए अपना हाथ अभय के हाथ में दे देती है।
अभय त्रिशा को अपने साथ लेकर स्टेज पर जाता है।अभय के चेहरे पर मुस्कुराहट होती है,पर त्रिशा के चेहरे का रंग उड़ा उड़ा सा लग रहा होता है।
तभी अर्जुन कहता हैं "तो ये रहे मेरी अगली फिल्म आवारगी के होने वाले नेक्स्ट सुपरस्टार्स जैसे की आप सब को पता है मैं अपने हर फिल्म में नए एक्टर्स और ऐक्ट्रेस को मौका देता हु और फिर से एक बार आपको मेरी फिल्म में नई हीरोइन देखने को मिलेगी और मुझे पूरा यकीन है मेरी बाकी जितनी भी फिल्म है उसका ये रिकॉर्ड तोड़ने वाली है।"
इतना कहने के बाद अर्जुन माइक अभय को दे देता है,अभय सब को हेलो कहता है"वैसे इस फिल्म में सिर्फ हीरोइन नई है बाकी हीरो वही पुराना वाला है।"अभय के बातों पर सब हसने लगते है,त्रिशा के चेहरे पर भी स्माइल आ जाती है।
ये सब लाइव हो रहा होता है,त्रिशा की रूममेट्स और उसकी चौअल के सब लोग बैठ कर टीवी पर देख रहे होते है।
उधर तनु त्रिशा से जल रही होती है, क्योंकि जिस फिल्म को वो करना चाहती थीं, वो फिल्म अब त्रिशा करने वाली थी।
त्रिशा और अभय अपने अपने जगह पर आकर बैठ जाते है,फिर बहुत देर तक प्रोग्राम होता है जिसमे बहुत से एक्टर परफॉर्म कर रहे थे। कई घंटों तक परफॉर्मेंस चलता रहा रात के करीबन 12 बजने वाले थे। त्रिशा बहुत थक चुकी थी,इतना की उसे बैठे बैठे नींद आ रही थी।
त्रिशा की आखें बार बार बंद हो रही थी,पर फिर भी वो जैसे तैसे खुद को रोक रखती है,पर अभय उसे देख लेता है और उससे कहता है"लगता है तुम्हे नींद आ रही है,त्रिशा अभय से हिचकिचाते हुए कहती है"हां अब और मुझसे ऐसे यहां बैठा नहीं जाएगा।"..
अभय त्रिशा को घर जाने के लिए कहता है"ओके अगर तुम्हें नींद आ रही है तो अब हम चलना चाहिए वैसे भी रात काफी हो चुकी है,और अब हमारा यहां पर कोई काम भी नहीं है तो मुझे लगता है अब चलना चाहिए।"...
अभय उठ कर जाने लगता है,त्रिशा भी अभय के साथ जाने लगती है, उन दोनों को साथ जाते देख अर्जुन आग बबूला हो जाता है।और जैसे ही उठ कर वो उनके तरफ जाने वाला ही होता है,की तभी तनु अर्जुन का हाथ पकड़ लेती है,और हंसते हुए कहती है।"कहाँ जा रहे हो, वो देखो कितना फनी एक्टिंग कर रहा हैं।"...
अर्जुन फेक स्माइल करते हुए वही वापस से बैठ जाता है,और पीछे मुड़ कर उन दोनों को जाते हुए देखता हैं ।अभय कार का दरवाजा खोलता है और त्रिशा को बैठा कर फिर वो बैठता है।
अंदर आने के बाद अभय त्रिशा को सीट बेल्ट पहनने को कहता है"ये सीट बेल्ट अच्छे से बांध लो वरना तुम्हे नींद आ रही है और अगर अचानक से ब्रेक लगाना पड़ा तो ऐसे में तुम्हे चोट भी लग सकती है।"..
अभय के कहने पर त्रिशा सीट बेल्ट पहनने लगती है,पर उससे सीट बेल्ट पहनने ही नही जा रहा होता है, बार बार कोशिश करने के बाद भी उससे नही हो पाता है।
तभी अभय कहता है"एक मिनट मैं देखता हू रुको!"अभय त्रिशा को सीट बेल्ट पहनाने लगता है, सीट बेल्ट पहनाते वक्त अभय का हाथ त्रिशा के सीने टच हो जाता है।जिससे त्रिशा कि धड़कन तेज हो जाती है।
अभय से भी सीट बेल्ट नहीं लग रहा होता हैं, अभय त्रिशा के थोड़ा और करीब जाता है , और सीट बेल्ट खींच कर बांध रहा होता है अभय त्रिशा के इतना करीब होता है की वो अभय की गर्म सांसों को अपने गर्दन पर महसूस कर पा रही थी।
बहुत मुसक्कत के बाद आखिर कार अभय त्रिशा को सीट बेल्ट पहना ही देता है,पर जैसे ही वापस अपने सीट पर जाने वाला हो होता है की तभी बाई मिस्टेक अभय फिसल जाता है और एक हाथ उसका त्रिशा के सीने पर और दूसरे हाथ से सीट को पकड़ा हुआ होता हैं।
अब तो त्रिशा का हालत और भी खराब हो गया उसकी हार्ट बीट की आवाज़ बहुत तेज़ हो गई थी। अभय झट से अपना हाथ त्रिशा के सीने से हटाते हुए माफी मांगता हैं"सॉरी,,, सॉरी वो गलती से,, मैं फिसल गया और ये सब हो गया, आई एम रियली सॉरी।"
त्रिशा थोड़ा घबराहट भरी आवाज में कहती है"इट्स ओके,,"पर फिर भी अभय को इस के लिए बुरा लग रहा होता है।और फिर से कहता हकलाते हुए कहता है "प्लीज बू,, बू,, बूरा मत मानना मैनें जान बूझ कर ऐसा नही किया ,,, पता नही कैसे मेरा हाथ फिसला ,,, और ये सब हो गया।"
अभय के इनोसेंट तरीका से माफ़ी मांगते हुए देख कर त्रिशा हँसते हुए कहती है"अरे मैंने कहा तो इट्स ओके अब चलो जल्दी ।"..
अभय स्माइल करते हुए कार स्टार्ट करके जाने लगता है।
To be continued