Wo Ankahi Bate in Hindi Love Stories by RACHNA ROY books and stories PDF | वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 25

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वो अनकही बातें - सेंकेड सीज़न मिसालें इश्क - भाग 25

दूसरे दिन सुबह जल्दी उठकर बिमल पहले ही डाक्टर के पास गए।
डाक्टर ने कहा हां चांदनी की कंडीशन ठीक नहीं है इसलिए कन्सीव नहीं कर पा रही हैं भगवान ही अब कुछ कर सकता है।।
फिर मैं मायुस हो कर घर वापस आ गया और फिर चांदनी को यह समझा दिया कि डाक्टर ने सब कुछ ठीक हो जाएगा यह कहा है।।
चांदनी को देख कर मैं बहुत ही मन ही मन दुखी हो रहा था कि सब कुछ होते हुए भी चांदनी को खुशी नहीं दे पा रहा था।
और फिर हमारी पहली शादी की सालगिरह पर मम्मी पापा सब आ गए।।
चांदनी को देखते ही कहा कि बहु अब तो एक साल हो गया कोई खुशखबरी है क्या?
चांदनी ने भी हंस कर कहा हां ज़रूर होगा आप सभी के आशीर्वाद से।।
फिर मैंने घर पर एक पार्टी रखी थी। आफिस के सहकर्मी को और कुछ दोस्तों को बुलाया था।
एक बड़ा सा केक मंगवा लिया था और फिर दोनों ने एक दूसरे के साथ केक काटा और फिर सब को खिलाया भी।।
सभी की बधाई और शुभकामनाएं लेने के बाद सब एक साथ हंसी मज़ाक और फिर एक अच्छा सा डिनर करने बैठ गए।
फिर सब मिलकर एक बार एक साल बाद दोस्तों के साथ हंसी मज़ाक करने का मौका मिला।
पर मैं चांदनी की परेशानी को समझ रहा था और फिर मैंने सारे दोस्तों को घर पर आने के लिए शुक्रिया भी कहा।
सब के जाने के बाद ही मम्मी ने मुझे रोक लिया और फिर बोली कि बेटा अब क्या हुआ एक साल हो गए और बहु के अभी तक कोई शुभ समाचार नहीं मिला।
बिमल ने कहा अरे बाबा मम्मी जब होगा पता चल जाएगा।
मम्मी ने कहा हमें तो बड़ी आस थी कोई बिमारी तो नहीं है?
डाक्टर को दिखाया?
बिमल ने कहा हां, मम्मी जी सब कुछ ठीक है और हो सकता है बस बहुत जल्दी ही समाचार मिले।
अच्छा चलो अब सो जाओ मैं भी थक गया हूं ये कह कर बिमल अपने कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर दिया।
चांदनी चुपचाप बैठी थी।
मैं जाकर बैठ गया और फिर बोला अरे बाबा अब चलो सो जाओ।।
चांदनी ने कहा मुझे डर लग रहा है इस बार भी कुछ नहीं हुआ तो मम्मी पापा को क्या जवाब देंगे?
बिमल ने कहा अरे बाबा चिंता मत करो सब ठीक हो जाएगा और फिर अभी समय है ना अगले महीने देखो तो।।
फिर दोनों सो गए और फिर दूसरे दिन सुबह जल्दी उठकर तैयार हो कर बिमल आफिस चले गए।
चांदनी सरिता के आने के बाद उसे खाना क्या बनेगा सब बता कर अपने कमरे में जाकर आराम करने लगी।
अब चांदनी का दिल करता कि उसे मां बोलने वाला कोई होता तो, इसी तरह एक महीने बीत गए पर चांदनी को कोई भी दिक्कत नहीं हुई तो फिर बिमल ने कहा चलो अब डाक्टर के पास चले।
फिर दोनों डाक्टर के पास गए तो डाक्टर ने समझाया कि चांदनी को दिल में छेद होने की वजह से शायद वो कभी मां न बने और ये इलाज भी लाइलाज है।
ये सुनकर चांदनी रोने लगी और फिर बिमल ने काफी देर तक समझाया और कहा कि देखो अगर ऐसा है तो हम एक बच्चे को गोद लेते हैं?
ये सुनकर ही चांदनी ने कहा हां पर मम्मी पापा को क्या कहेंगे?
फिर दोनों घर वापस आ गए और फिर बिमल ने कहा देखो तुम मायुस मत हो सब ठीक हो जाएगा देखना।
इधर मम्मी जी तो हर एक दिन बाद ही चांदनी को ताने मारने के लिए फोन किया करती थी ।
बिमल ने चांदनी को लेकर हर एक मंदिर जाना शुरू कर दिया, कहते हैं कि भगवान के घर में देर है अंधेर नहीं।।
इस तरह से एक महीने बीत गए और फिर एक दिन चांदनी बेहोश हो गई थी और जब उसने मुझे बताया तो मुझे खुशी का ठिकाना नहीं रहा क्योंकि मैं पिता बनने वाला था।
फिर इसी तरह एक हफ्ते बीत गए।
चांदनी की देखभाल मैं ठीक से करने लगा था और फिर उसे उल्टियां होने लगी।
डाक्टर से कह कर मैंने दवा दे दिया।
एक महीने बीत जाने के बाद हमने ये खुशखबरी मम्मी पापा को भी दे दिया।
मम्मी जी सुनकर बोली कि अरे वाह बहुत ही खुशी की बात है हम लोग जल्दी आ जाएंगे।।
फिर इसी तरह तीन महीने और बीत गए।
आज सुबह से चांदनी की तबीयत ठीक नहीं है और फिर बिमल ने भी छुट्टी लिया। मम्मी को जब पता चला तो वो बोली मैं आ जाती हुं।
बिमल ने कहा अरे मम्मी सब ठीक है जब बेबी होगा तब आ जाना।।
चांदनी ने कहा मुझे डर लग रहा है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा है


क्रमशः