Mahila Purusho me takraav kyo ? - 90 in Hindi Human Science by Captain Dharnidhar books and stories PDF | महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 90

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महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 90

बदली ने गाड़ी चलारहे अभय से पूछा ..जीजू ! अब आपका मूड कैसा है ? पहले रोमांटिक मूड मे थे । अभय ने नाराजगी भरे लहजे मे जबाब दिया ..पहले से अधिक रोमांटिक मूड में हूँ । बदली बनावटी ठहाका लगाकर हंसने लगी .. एकाएक बदली चुप हो गयी .. रात के 2:30 बज रहे थे, अभय के फोन पर एमसीओ का फोन आता है सर आप ठीक हैं न ? अभय ने कहा हां ठीक हूँ, अभी हम रास्ते मे ही चल रहे हैं, सर दो टेरेरिस्ट आपका पीछा कर रहे हैं । हमने स्टेशन से एक संदिग्ध को पकड़ा है वह नशे मे धुत्त उसी बोगी मे चढ रहा था जिसकी जांच हमने की थी उसने कहा है आपकी गाड़ी मे नशीला परफ्यूम रखा है वे अब जहन्नुम मे जा चुके होंगे । सर आप अपना लाइव लोकेशन सेंड करो ताकि,आपकी मदद के लिए जत्था भेजा जा सके अभय ने ओके कहकर फोन कट कर दिया । अभय ने एक मोटर साइकिल को अपने पीछे शुरू से ही देखा था वही मोटरसाइकिल उनकी गाड़ी के आगे चल रही थी मोटर साइकिल मेन रोड़ से नीचे टूटे फूटे रास्ते से चली गयी । अभय ने अपनी गाड़ी भी उबड़ खाबड़ रास्ते से उनका पीछा करते हुए पुराने महल के खंडहर के सामने रोक दी । बदली ख्यालो मे खोई हुई चौंककर बदली ने पूछा हम कहा आगये ?
अभय ने कहा बदली तुम कार को उधर पेड़ो के झुरमुट मे खड़ी करके मुझे फालो करो ..बदली झल्लाहट मे ..जीजू यह क्या है ? आपका इरादा मुझे ठीक नही लग रहा ..मै नही आउंगी मै जा रही हूँ ..अभय ने अपना लहजा कठोर बनाकर कहा .. तुम्हारी शक करने की बिमारी गयी नही .. यदि मेरे पीछे नही आना है तो कार मे बैठकर मेरा वेट करो ..
बदली ने कहा यह ठीक है ..मै यही वेट करूंगी ..अभय ने कहा बदली तुम कार मे मत बैठना पेड़ पर चढ जाओ बदली को फिर से डाउट वह सोचती है जीजू आखिर करना क्या चाहते हैं वह वहां से दूर जाकर खड़ी हो जाती है । अभय खण्डहर के अंदर चला जाता है ..अभय ने जाने से पहले बदली का सर्विस रिवाल्वर ले लिया था .. अभय छिपते हुए चौकन्ना होकर खंडहर मे जा रहा है उसकी नजर मोटर साइकिल पर पड़ती है .. मोटर साइकिल के पास तीन चार बैग रखे हुए थे ..अभय को मोटर साइकिल के अतिरिक्त वहां ओर कोई नजर नही आया ..अभय ने अनुमान लगाया शायद इनको पता लग गया है कि मै इनका पीछा कर रहा हूँ ... ये मेरे आने का इंतजार कर रहे हैं शायद मुझे देख भी लिया हो ..तभी अभय को बाहर बड़ी रोशनी दिखाई दी । जलने की स्मैल से लग रहा था पेट्रोल जल रहा है .. उसे समझते देर नही लगी यह आग गाड़ी मे लगी है .. अभय तुरंत बाहर आता है उसकी गाड़ी धू धू कर जल रही है ..वही मोटर साइकिल अंदर से दौड़ती हुई आती है झुरमुट से एक टेरेरिस्ट फायर करते हुए मोटर साइकिल पर सवार होकर भाग जाता है ..अभय ने जबाब मे फायर किया किन्तु टेरेरिस्ट 25 मीटर से दूर थे ।
पेड़ की ओट से निकलकर बदली, जीजू ! जीजू ! बोलते हुए अभय से लिपट जाती है ..