Meri jindgi hai Tu - 2 in Hindi Short Stories by Ziya Bagde books and stories PDF | मेरी जिंदगी है तु - 2

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मेरी जिंदगी है तु - 2

अगली सुबह जब अंश की आँख खुलती हैं , तो उसे अपनी बाहों में कुछ नरम और मुलायम सा महसूस होता है , जिसे महसूस कर वो अपनी आँखे झट से खोल लेता है ।

और अपनी बाहों में किसी लड़की को देख वो एक दम से जोक जाता हैं , फिर उसे कल रात की बात याद आने लगती हैं , की कैसे किसीने उसके ड्रिंक मे कोई ड्रग्स मिला दिया था , और उसकी तबियत खराब होने लगी थी उसे घर आने तक का तो सब याद रहता है।

मगर उसके बाद का उसे कुछ याद नही रहता..... ' की उसके साथ क्या हुआ , फिर वो एक नजर खुद को देखता है , और उस चादर को हटा देता है , जब वो उस चादर को हटाता है तो देखता है।

इस वक़्त उसके शरीर में एक भी कपड़ा नही होता है , और वो एक नजर निवि को देखता है , जिसे देख उसे खुद पर ही गुस्सा आने लगता हैं , क्योकि इस वक़्त निवि की हालत काफी खराब नजर आ रही थी।

उसके पूरे शरीर मे दातो के काटने और नोचने के निशान थे, कुछ जगह तो खून भी जम चुका था , उसकी गोरी स्कीन पूरी नीली पड़ चुकी थी , और उसे उस के शरीर पर अपनी की हुई सारी हरकते साफ दिखाई देती है।

वो अपनी मुठिया कस के बन्द कर लेता है , उसे इस वक़्त खुद पर ही बहुत गुस्सा आ रहा होता है , ' की वो कैसे किसी लड़की के साथ उसकी परमिसन के बगेर उसे छु सकता हैं , वो कैसे किसी लड़की के साथ ऐसा घटिया काम कर सकता हैं।

वो एक नजर उस लड़की के चेहरे को देखता है , जो एक दम मासूम और भोला होता है , फिर वो बहा से उठ कर अपने कपड़े पेहन लेता है , और कबड से एक शर्ट और लोबर निकाल कर बेड के साइड पर ही रख देता है , और उसे अच्छे से ब्लांकिट ओडा कर कमरे से निकल जाता है।

वो सीधे कमरे से निकल कर नीचे हॉल में चला जाता हैं , जहा पर इस वक़्त शिवम और उसके सारे गार्ड मौजूद होते है , वो सीधे जाकर शिवम की कॉलर पकड़ लेता है , और जोर से चिल्ला कर बोलता है , हाओ डेयर यू अंश के यू अचानक से आकर अपना कॉलर पकड़ लेने से वो बहुत ज्यादा खबरा जाता है।

अंश फिर बोलता है , तुम्हारी हिम्मत भी कैसे हुई मेरे साथ ऐसा करने की किस से पूछ कर तुमने वो सब किया.... शिवम डरते हुए बोला बो बो बॉस अगर हम ऐसा नही करते तो आपकी जान भी जा सकती थी ।

डॉक्टर ने कहा था , जिस किसी ने भी आपको ड्रग्स दिया है , वो काफी स्टोंग था , और उसका कोई भी तोड़ नही था... सिवाय किसी लड़की के इस पर अंश बोला इसी लिए तुमने किसी लड़की को मेरे बिस्तर पर ले आये।

ये जानकर भी की अगर मुझे पता चला तो मे तुम्हारे साथ क्या कर सकता हूँ , शिवम बोला बॉस हमने ये सब आपकी जान बचाने के लिए किया... अंश बोला तुम ऐसा कैसे कर सकते हो... फिर कुछ सोच कर क्या तुम उसके बारे में जानते हो कौन है , वो कहा से आई है।

शिवम अपना सिर छुका कर बोला हम उसे नही जानते बॉस मैने गार्ड को किसी लड़की को लाने बार भेजा था , पर कोई भी आने को तेयार नही थी , इस लिए मैने गार्ड से कहा तुम्हे जो भी लड़की मिले उसे उठा लाओ ।

इतना सुनना था , की अंश ने एक जोर दार मुक्का शिवम के मुह पर मार दिया.... जिससे शिवम दूर जाकर गिर गया ... अंश गुस्से मे बोला तुम ऐसा कैसे कर सकते हो।

मेरे कारण उस लड़की की जिंदगी खराब हो गयी ... ये मैने क्या कर दिया , तु ऐसा कैसे कर सकता हैं , अंश तु किसी लड़की को उसकी मर्जी के बगेर कैसे छु सकता हैं , कैसे बोल कर वो अपना हाथ टेवल पर मार देता हैं।

टेवल कांच का होता है , इस लिए टूट जाता हैं , और अंश के हाथो से खून निकलने लगता हैं , सब अंश का गुस्सा देख सहम जाते है , अंश खुद से बोला तूने ये क्या कर दिया अंश तु खुद अपनी ही नजरो में गिर गया... तु किसी मासूम का मान- सम्मान अपने पैरो तले कैसे रौंद सकता हैं ।

ऊपर कमरे मे निवि की आँखे धीरे - धीरे खुलती हैं , तो उसे उसके शरीर पर काफी दर्द महसूस होता है , फिर वो याद करने की कोशीश करती है , तो उसे सब याद आ जाता है , मगर बेहोस होने के बाद उसके साथ क्या हुआ उसे कुछ याद नही होता है।

फिर वो खुद को देखती है , जिसके ऊपर ब्लांकिट डला हुआ था , वो थोड़ी हिम्मत कर उसे खुद से हटा देती हैं, और जब वो खुद को ऐसे देखती है, उसकी आँखों से आँशु निकलने लगते हे । और उसे सब समझ आ जाता है , की उसके साथ क्या हुआ होगा ।

ये याद करके ही उसके आशु और तेजी से बहने लगते है , और वो जोर से रोने लगती हैं , वो इतनी जोर से रोती है , की उसकी आवाज नीचे हॉल तक आने लगती हैं , सब उसकी आवाज सुन ऊपर की तरफ देखने लगते है ।

जब अंश के कानों मे निवि की आवाज पड़ती है , तो उसका दिल दर्द से भर उठता है , और उसे खुद पर और भी ज्यादा गुस्सा आने लगता हैं , थोड़ी देर रो लेने के बाद निवि खुद को संभालती है ।

" और अपने कपड़े देखने लगती हैं , जो जमीन मे पूरे फटे हुए पड़े थे , उसे देख उसकी आँखे फिर से नम होने लगती हैं , फिर उसे साइड में कपड़े दिखते हैं , जिन्हे लेकर वो पेहन लेती हैं ।

' फिर वो जैसे ही अपने पैर बेड से नीचे रखती हैं , बैसे ही लडखडा के गिर ने को होती हैं , मगर बेड को पकड़ खुद को गिरने से बचा लेती है , फिर अपनी सारी हिम्मत जुटा कर वो लडखडाते कदमो से कमरे से बाहर निकलने लगती हैं।

उसे डर भी बहुत लगता हैं , की कही कोई उसे पकड़ ना ले... फिर भी हिम्मत कर वो धीरे - धीरे बहा से नीचे जाने लगती हैं , नीचे सारे लोग एक साइड होते है , जिससे निवि किसी को देख नही पाती... और बहा से लडखडाते हुए नीचे उतर कर बहा से निकल जाती हैं ।

सब उसे ऐसे जाते हुए... देखते रहते है , सबको ही उसे ऐसे देख बुरा लगता हैं , उसके बहा से निकल जाने के बाद अंश बोला उसके पीछे जाओ ...

और देखो वो कहा जा रही हैं , लेकिन उसे पता नही चलना चाहिए , अभी सुबह का समय था , इस लिए सड़क पर ज्यादा भीड़ भी नही थी । नाके बराबर ही लोग मौजूद थे , निवि धीरे - धीरे चलते हुए ।

अपने घर पूछती हैं , और जाकर दरवाजा खट - खटाती है , तो एक मोटी सी औरत चिल्लाते हुए आती हैं , कौन है , जो इतनी सुबह - सुबह आ गया है , वो जैसे ही दरवाजा खोलती है , अपने सामने निवि को ऐसे देख पहले तो हैरान हो जाती है ।

इससे पहले की निवि कुछ बोल पाती... उसकी मामी चिल्लाते हुए , बोली कहा से अपना मुह काला कर आयी कलमूहि बेशर्म लड़की अपनी नही तो हमारी इज्जत की तो परवाह कर ली होती ।


सारी इज्जत तूने मिट्टी में मिला दी... मामी जी मेरी एक बार बात तो सुन लीजिये.. निवि बोली तो उसकी मामी बोली अब सुनने के लिए बचा ही क्या है , जो तेरी बात सुने निकल जा तु यह से अब तेरे लिए यहाँ पर कोई जगह नही है , पता नही तेरे जैसे बेशर्म लड़की को अब तक हमने झेला ही क्यों....



निवि बोली हम कहा जायेंगे यहाँ से ये हमारा घर है , हमारे माँ- पापा का हम यह से कहीं नही जायेंगे... इस पर उसकी मामी बोली बड़ी आई माँ - बाप का घर बोलने बाली हमने तुझे इतने सालों से पाला उसका क्या निकल जा यहाँ से अब से ये तेरा नही मेरा घर है ।

बोल कर वो उसे बहा से दूर धक्का से देती हैं , जिससे निवि खुद को संभाल नही पाती और गिर जाती हैं , उसकी मामी दरवाजा बंद कर लेती है, अंडर से निवि को कुछ समझ नही आता वो क्या करे कहा जाये....

वो बहा से उठ कर बेशुध सी सड़क पर निकल जाती है , उसे कुछ होस ही नही होता... वो गार्ड जो उसका पीछा कर रहा था , उसने उन सबकी एक वीडियो बना ली थी , जो भी निवि के साथ हुआ।


और उसे अंश को भेज दिया ... जेब अंश ने उस वीडियो को देखा तो उसका खून खोल गया... और गुस्से मे उसकी सारी नशे दिखने लगी । अंश ने गुस्से मे शिवम की तरफ देख कर कहा..

मुझे वो लड़की चाहिये ... किसी भी कीमत पर अगर मेरे कारण उसकी जिंदगी खराब हुई है , तो मे ही उसकी जिंदगी सबारूगा।

इधर उस गार्ड का ध्यान थोड़ी देर के लिए ही हटा था , की निवि उसकी नजरो से ओझल ही हो गयी थी , निवि बेशुध सी सड़क पर चले जा रही होती है , तभी एक गाड़ी तेज रफ्तार से आती हैं , जिससे निवि उस गाड़ी से टकरा जाती है।



क्या अंश निवि को ढूंढ पायेगा... या निवि किसी हादशा की शिकार हो जायेगी और क्या अंश और निवि कभी एक हो पायेंगे.. जानने के लिए पड़ते रहिये मेरी जिंदगी है तु ....


क्रमश:,,,,,,,,,