Shyambabu And SeX - 20 in Hindi Drama by Swati books and stories PDF | Shyambabu And SeX - 20

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Shyambabu And SeX - 20

20

पिटाई

 

मगर फिर उन्हें समझाते हुए बोला,  “हर इंसान की अपनी समझ है और वेश्यावृति और राजनीति सबसे पुराना पेशा है,  जिसे सामान से देखा जाना चाहिएI”  “सर, हम कब मना कर रहें हैं,  अब मोना बोली I  पर आपकी समझ क्या कहती है? एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर या रेडलाइट एरिया?”  राकेश के मुँह से यह सवाल सुनकर श्याम बिदक गयाI “हाँ सर बताए,  अब शालू भी बोल पड़ीI लगता है, पूरी क्लॉस ही संजू के साथ मिली हुई हैI  उसका गला सूखने लगाI

 

श्याम ने सभी स्टूडेंट्स को देखा तो सभी मुस्कुरा रहें हैंI  अब वह बुलंद आवाज में बोला,  “किसी को धोखा देना,  झूठ बोलना सही नहीं है और वो भी अपने जीवन साथी को,  इसलिए एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर गलत है और अपनी कामवासना को शांत करने के लिए किसी पेशेवर लड़की के पास जाना जो ख़ुशी से यह काम कर रही हो,  इसे गलत कहना सही नहीं होगाI “ “सर आप किसी लड़की को जानते है जो यह काम ख़ुशी से कर रहीं है? “संजू ने पूछा तो उसका मन किया कि डस्टर उठाकर उसके मुँह पर मारे पर तभी बेल बज गयी और वो अपनी किताबें उठाकर क्लॉस से निकल गयाI  उसके जाने के बाद, संजू के दोस्त उसे शाबाशी देने लगेI “ परसो फेस्ट पर देखना,  मैं क्या करता हूँI”

 

बबलू दुकान पर जाने के लिए तैयार हो रहा हैI इमरती की अम्मा नाश्ता बना रही हैI अब वह इमरती के कमरे में आया तो देखा कि वह शीशे के सामने खड़े होकर अपने बाल सँवार रहीं हैI  उसने उसे पीछे से गले लगाते हुए उसकी गर्दन को चूम लिया तो इमरती ने उसे इतनी ज़ोर से धक्का मारा कि वह सीधा बिस्तर पर जा गिराI “तुम्हें समझ नहीं आता,  मुझसे दूर रहोI”  वह चिल्लाई तो वह भी दहाड़ा, “खबरदार! मुझसे ऐसे बात की तो.. अब इमरती ने धीमी आवाज़ में कहा,  “तुम्हारे भले के लिए ही कह रही हूँI “ अब वह भी थोड़ा आराम से बोला,  “चलो, आकर नाश्ता कर लोI “ “अच्छा सुनो !!! उसने अब प्यार से कहाI “मैं बी.ए. करना चाहती हूँI”  बबलू ने उसे  हैरानी से देखा, “क्या मतलब ?”

 

मतलब यह कि श्यामभैया से मेरे दाखिले की बात करोI

 

तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है, पति तुम्हारा बारहवीं पढ़ा हुआ हैI तुम आगे पढ़कर क्या करोगीI

 

तो इसमें मेरी गलती तो नहीं है कि आप आगे नहीं पढ़ेI मेरा एडमिशन तो करवा दे न!!!!

 

हरगिज़ नहीं, अपनी सेहत पर ध्यान दोI वैसे भी तुम्हें  किस चीज़ की कमी है?

 

किताबों की !!! उसने मुँह बनाते हुए कहाI

 

भूल जाओI

 

“देखो !!! अम्मा ने कहा था कि यह शादी कर लो, तुम मुझे पढ़ने दोंगेI  सिर्फ बी.ए. ही करनी है, कोई कलेक्टर नहीं बननाI” अब उसने इमरती की अम्मा को बुलाकर पूछा तो वह इमरती को ही समझाने लगीI  वह तो अपनी बेकरी पर चला गयाI मगर पीछे से दोनों माँ-बेटी लड़ने झगड़ने लगेI

 

कैंटीन में श्याम और राजेश झा जी बैठकर चाय पी रहें हैंI उन्होंने श्याम से पूछा, “फेस्ट की सारी तैयारी हो गई? “ हाँ सर, कल कोई क्लॉस नहीं लगेगीI” उसने भी चाय पीते हुए ज़वाब  दियाI  “अच्छा श्याम सुनो,!!! उन्होंने उसे अपने पास बैठने का ईशारा कियाI  वह आकर, उनके साथ वाली कुर्सी पर बैठ गयाI 

 

यह संजू क्या कह रहा था ?

 

सर, वो बकवास करता हैI  उसके पापा ने पता नहीं, किसे लाल बत्ती के एरिया में देख लिया था, तबसे मेरे पीछे पड़ गया पर मैंने उसे अच्छे से डाँट दिया हैI अगली बार कुछ कहेगा तो प्रिंसिपल के पास  ले जाऊँगाI

 

“बहुत अच्छा किया,  उसकी अच्छे से मरम्मत करोI”  अब वह मुस्कुरा दियाI फिर राजेश झा ने बहुत धीरे से कहा, “पर मैं कह रहा था कि अगर मुझे भी वहाँ ले जाते तो....... श्याम की चाय गले में अटक गईI