Haye Mera Wo Pahla Wala Pyar - 5 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | हाए मेरा वो पहला वाला प्यार - 5

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हाए मेरा वो पहला वाला प्यार - 5


विहान बोला - " अच्छा तो बता क्या करेगा मारेगा। बोल ना मारेगा। एक तो लड़की से बतमीजी करते हो। और उपर से दादागिरी करते हो। "


राहुल बोला - हेय चिल यार ऐसा क्या कर रहा है। ये जस्ट एक्सीडेंट था। ओके जानबूझ कर तो बिल्कुल नही किया है। अब तुम जान बुझ कर इस बात को आगे मत बढ़ाओ। इस बात को यही खतम कर दो। "


विहान बोला - " ठीक है ये आखरी बार कह कर जाने दे रहा हु। फिर से ये चीज नही होनी चाहिए। वरना हमसे बुरा और कोई नही होगा। याद रखना ये बात तुम लोग। "


करन बोला - " हा हा ठीक है। और हा अब आवाज उठा कर मत बोल ठीक है। "


राहुल बोला - " करन भाई चलो इन से बहस करना बेकार है। चलो आज जाते है। "


करन बोला - " हा भाई चलो आज तो पूरी ट्रेन में घूमना है। कोई भी डब्बा नही छोड़ना है। सारे डब्बे चैक कर ना है। "


जीया बोली - " प्लीज आप जाइए ना में यहा पर कोई हंगामा नही चाहती। और नाही अपने दोस्त की बेइजती होते हुए देख सकती हु। इस लिए प्लीज आप बिना कुछ बोले आप यहा से जाइए। "


राहुल बोला - " हा मैडम जा रहे है। प्लीज आप रिलैक्स करिए। ओके जा रहे है। "



लोकेशन चेंज।



चेतना बोली - " यार शिवानी मेरे में नेटवर्क नही आ रहा है। प्लीज कुछ करो ना। कब से ऐसे ही गोल सर्कल घूम रहा है। "


शिवानी बोली - " हा लाओ में देखती हु। क्या हुआ है तेरे फोन को। अरे चेतना ये क्या तेरे फोन में तो नेटवर्क कंपनी अलग है। जो इसमें बिलकुल भी नही चलेगी। "


चेतना बोली - " अच्छा तो फिर कौन सा चलेगा तुम ही बताओ। "


शिवानी बोली - " सुनो तुम्हारे फोन में ना शॉकेट वाली भी प्रॉब्लम है। क्या पता उड़ भी गई हो। देखो फिलहाल इसको रहने दो। हम बाद में इसको देख लेंगे। "


चेतना बोली - " हा ठीक है। और ये लोग कौन है। अरे ओ मिस्टर कहा चले जा रहे हो। कुछ हुआ है क्या! सब ठीक ठाक तो है ना। "


राहुल बोला - " अरे यार हद है। आज कल सब को प्रॉब्लम हो रही है। "


करन बोला - " मेने तुझे पहले ही बोला था। लेकिन भाई तुम मेरी मानो तब ना। "


शिवानी बोली - " अरे चेतना क्या कर रही है। ऐसे किसीको कुछ भी मत कहो। ये ट्रेन कौन सी हमने खरीद ली है। प्लीज गाईज सॉरी टू से। "


राहुल बोला - " थैंक यू सो मच डीयर थैंक गॉड की कोई तो है। जो हमे समझता है। "


करन बोला - " अच्छा भाई तेरा अब मिलना हो गया हो तो चले। हमे और भी आगे जाना है। "


राहुल बोला - " हा ठीक है भाई चलो चलते है। आगे वाले भी इंतजार कर रहे होंगे। "


करन बोला - " हा बोल तो ऐसे रहे हो। जैसे तुम्हारे इंतजार में लोग सुख से गए हो। "


राहुल बोला - " अरे भाई हम चीज ही ऐसी है। की हमारे इंतजार में हर कोई इंसान अक्षर सुख ही जाता है। "



पड़ना जारी रखे।